Apple: एपल ने बैन किए दो डेटिंग एप्स, यूजर प्राइवेसी उल्लंघन पर बड़ा एक्शन
एपल ने टी और टीऑनहर नाम के दो डेटिंग एप्स को एप स्टोर से हटा दिया है। कंपनी ने यह कदम यूजर प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा उल्लंघन के चलते उठाया। जानिए क्या है पूरी खबर।
विस्तार
टेक दिग्गज एपल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यूजर की सुरक्षा और प्राइवेसी उसके लिए सबसे अहम है। हाल ही में कंपनी ने दो डेटिंग एप्स — टी (Tea) और टीऑनहर (टीऑनहर ) — को अपने एप स्टोर से हटा दिया है। इन एप्स को लेकर यूजर्स की शिकायतें, सुरक्षा जोखिम और डेटा प्राइवेसी उल्लंघन सामने आए थे।
क्यों उठाया गया ये कदम?
एपल आमतौर पर किसी एप को तभी हटाता है जब उसमें गंभीर गड़बड़ियां पाई जाती हैं — जैसे कानूनी उल्लंघन, अनुचित कंटेंट, या यूजर डेटा की सुरक्षा में कमी। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन दोनों एप्स ने एप स्टोर की कई पॉलिसीज का उल्लंघन किया था। इसमें मॉडरेशन, यूजर प्राइवेसी और डेटा कंप्लायंस जैसे नियम शामिल हैं।
अनॉनिमस फीडबैक फीचर बना विवाद का कारण
टी और टीऑनहर एप्स को यूजर्स के बीच इसलिए लोकप्रियता मिली क्योंकि इनमें एक “अनॉनिमस फीडबैक फीचर” था। इस फीचर के ज़रिए यूजर अपने डेट पार्टनर के बारे में गुमनाम तौर पर राय दे सकते थे। लेकिन एपल के मुताबिक, इस फीचर से यूजर डेटा और प्राइवेसी को खतरा था। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि एप्स पर नाबालिग यूजर्स के डेटा के पोस्ट होने जैसी घटनाएं सामने आईं, जो अमेरिकी साइबर कानूनों का सीधा उल्लंघन है।
एपल की सख्त नीतियां
एपल अपने एप स्टोर पर मौजूद हर एप की सुरक्षा और कंटेंट क्वालिटी पर सख्त नजर रखता है। कंपनी का कहना है कि कोई भी एप जो यूजर एक्सपीरियंस या डेटा से समझौता करता है तो उसे हटाने में देर नहीं की जाएगी। यह कदम एपल की उसी नीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह अपने प्लेटफॉर्म को “सुरक्षित और भरोसेमंद इकोसिस्टम” बनाए रखना चाहता है।
डेवलपर्स ने जताई नाराजगी
टी और टीऑनहर एप्स के डेवलपर्स ने एपल के फैसले पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि उन्होंने सभी सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन किया था और एपल से संपर्क में भी थे, लेकिन इसके बावजूद एप्स को बिना पूर्व सूचना के हटा दिया गया। हालांकि एपल ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
गूगल प्ले स्टोर पर एप अब भी मौजूद
दिलचस्प बात यह है कि जहां एपल ने इन दोनों एप्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है, वहीं ये अब भी एंड्रॉयड यूजर्स के लिए गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं। यह दिखाता है कि एपल ने अपनी सुरक्षा नीतियों और यूजर सेफ्टी को देखते हुए यह फैसला लिया है, न कि किसी बाहरी दबाव में।
एपल का यह कदम साफ तौर पर यह संदेश देता है कि कंपनी यूजर डेटा और प्राइवेसी के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। यह मामला अन्य एप डेवलपर्स के लिए भी एक चेतावनी है कि अगर उन्होनें एप स्टोर के नियमों का पालन नहीं किया तो उनके एप्स भी बैन किए जा सकते हैं।