{"_id":"68da9866c94a90921305e209","slug":"china-factory-robots-over-2-million-ai-dominance-usa-2025-09-29","type":"story","status":"publish","title_hn":"चीन में फैक्ट्री रोबोट्स का दबदबा: 20 लाख से ज्यादा मशीनें कर रहीं काम, अमेरिका भी पीछे छूटा","category":{"title":"Tech Diary","title_hn":"टेक डायरी","slug":"tech-diary"}}
चीन में फैक्ट्री रोबोट्स का दबदबा: 20 लाख से ज्यादा मशीनें कर रहीं काम, अमेरिका भी पीछे छूटा
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Tue, 30 Sep 2025 08:01 AM IST
सार
चीन ने रोबोटिक्स और AI के क्षेत्र में दुनिया को पीछे छोड़ दिया है। अब वहां 20 लाख से ज्यादा फैक्ट्री रोबोट काम कर रहे हैं। कन्वेयर बेल्ट से लेकर कार वेल्डिंग तक, मशीनें उत्पादन की रफ्तार बढ़ा रही हैं और मानव श्रमिकों पर निर्भरता घट रही है।
विज्ञापन
चीन में बढ़ रही फैक्ट्री रोबोट्स की संख्या
- फोटो : AI
विज्ञापन
विस्तार
रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में चीन तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चीन की फैक्ट्रियों में अब 20 लाख से अधिक रोबोट काम कर रहे हैं। अकेले 2024 में ही वहां करीब 2 लाख नए फैक्ट्री रोबोट लगाए गए। ये मशीनें कन्वेयर बेल्ट पर सामान उठाने से लेकर कार के पुर्जों की वेल्डिंग जैसे जटिल काम कर रही हैं।
अमेरिका की धीमी रफ्तार
इसके उलट, अमेरिका में पिछले साल केवल 34,000 नए औद्योगिक रोबोट जोड़े गए। अमेरिकी कंपनियां भले ही AI और रोबोटिक्स में नवाचार कर रही हों, लेकिन मशीनों की तैनाती के मामले में वे चीन से काफी पीछे हैं। यही वजह है कि वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में असंतुलन साफ दिखने लगा है और चीन की पकड़ और मजबूत हो रही है।
घरेलू उत्पादन से बढ़ी ताकत
चीन ने न सिर्फ रोबोट्स का इस्तेमाल बढ़ाया है बल्कि अब वह अपनी जरूरत का लगभग 60% उत्पादन खुद कर रहा है। वैश्विक रोबोट निर्माण में उसकी हिस्सेदारी एक-तिहाई तक पहुंच गई है, जिससे वह जापान को पीछे छोड़ चुका है। ऑटोमेशन की इस बढ़त ने चीन को दुनिया के कुल उत्पादन का करीब एक-तिहाई हिस्सा बनाने की क्षमता दी है।
AI और मानव कौशल का संगम
फैक्ट्रियों में रोबोट्स के साथ AI का इस्तेमाल भी तेजी से बढ़ रहा है। यह तकनीक मशीनों के प्रदर्शन को बेहतर बनाती है और समय-समय पर उनकी मरम्मत की जरूरत को पहचानती है। वहीं, उच्च-कौशल वाले कर्मचारी रोबोट्स के संचालन और एकीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सरकारी नीतियों और समर्थन की वजह से चीन न सिर्फ उत्पादन में अग्रणी बना है, बल्कि अब दुनिया का सबसे बड़ा औद्योगिक तकनीक आपूर्तिकर्ता भी बन चुका है।
अमेरिका की धीमी रफ्तार
इसके उलट, अमेरिका में पिछले साल केवल 34,000 नए औद्योगिक रोबोट जोड़े गए। अमेरिकी कंपनियां भले ही AI और रोबोटिक्स में नवाचार कर रही हों, लेकिन मशीनों की तैनाती के मामले में वे चीन से काफी पीछे हैं। यही वजह है कि वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में असंतुलन साफ दिखने लगा है और चीन की पकड़ और मजबूत हो रही है।
विज्ञापन
विज्ञापन
घरेलू उत्पादन से बढ़ी ताकत
चीन ने न सिर्फ रोबोट्स का इस्तेमाल बढ़ाया है बल्कि अब वह अपनी जरूरत का लगभग 60% उत्पादन खुद कर रहा है। वैश्विक रोबोट निर्माण में उसकी हिस्सेदारी एक-तिहाई तक पहुंच गई है, जिससे वह जापान को पीछे छोड़ चुका है। ऑटोमेशन की इस बढ़त ने चीन को दुनिया के कुल उत्पादन का करीब एक-तिहाई हिस्सा बनाने की क्षमता दी है।
AI और मानव कौशल का संगम
फैक्ट्रियों में रोबोट्स के साथ AI का इस्तेमाल भी तेजी से बढ़ रहा है। यह तकनीक मशीनों के प्रदर्शन को बेहतर बनाती है और समय-समय पर उनकी मरम्मत की जरूरत को पहचानती है। वहीं, उच्च-कौशल वाले कर्मचारी रोबोट्स के संचालन और एकीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सरकारी नीतियों और समर्थन की वजह से चीन न सिर्फ उत्पादन में अग्रणी बना है, बल्कि अब दुनिया का सबसे बड़ा औद्योगिक तकनीक आपूर्तिकर्ता भी बन चुका है।