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Musk Vs Apple AI: एपल-ओपनएआई पार्टनरशिप पर विवाद, एलन मस्क की कंपनी एक्सएआई पहुंची कोर्ट
टेक डेस्क, अमर उजाला नई दिल्ली
Published by: सुयश पांडेय
Updated Wed, 01 Oct 2025 06:45 PM IST
सार
एलन मस्क की एक्सएआई (xAI) ने एपल और ओपनएआई पर मुकदमा किया, एपल ने कोर्ट में कहा कि ओपनएआई से साझेदारी करना एक्सएआई के खिलाफ नहीं है। एलन मस्क की कंपनियों के लगाए गए आरोप सिर्फ अटकलें हैं।
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एपल पर ओपनएआई को प्राथमिकता देने का आरोप
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
एपल और एलन मस्क के बीच चल रही एआई जंग अब कोर्ट तक पहुंच चुकी है। एलन मस्क की एआई कंपनी एक्सएआई (xAI) और उनकी सोशल मीडिया कंपनी एक्स कॉर्प (X Corp.) ने अगस्त में एपल और ओपनएआई के खिलाफ अरबों डॉलर का मुकदमा दायर किया था। आरोप लगाया गया कि एपल ने ओपनएआई को प्राथमिकता देकर एआई उद्योग में प्रतिस्पर्धा को गैरकानूनी रूप से बाधित किया और उपभोक्ताओं को सीमित विकल्प दिए। लेकिन एपल ने अदालत में दायर अपने जवाब में साफ कहा कि उसने कोई गलती नहीं की है।
कंपनी का कहना है कि ओपनएआई के साथ साझेदारी करना उसका व्यावसायिक फैसला था और भविष्य में वह अन्य जेनरेटिव एआई चैटबॉट्स के साथ भी काम कर सकती है। एपल के वकीलों ने दलील दी कि मस्क की कंपनियों का एंट्रीट्रस्ट (प्रतिस्पर्धा विरोधी कानून) का आरोप महज “कयास पर आधारित” है। उनका कहना है कि कानून यह नहीं कहता कि यदि एपल एक चैटबॉट के साथ काम करे तो उसे बाकी सभी चैटबॉट्स के साथ भी साझेदारी करनी ही होगी, भले ही उनकी तकनीक अधूरी या असुरक्षित क्यों न हो।
एपल ने यह भी कहा कि मस्क की कंपनियों का तर्क इस धारणा पर टिका है कि उपभोक्ताओं के पास विकल्प नहीं होंगे, जबकि वास्तविकता इससे अलग है। कंपनी ने अदालत से इस केस को खारिज करने की मांग की है। वहीं, एक्सएआई (xAI) की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह मामला एक्स कॉर्प (X Corp.) बनाम एपल (25-cv-00914) के नाम से यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, नॉदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ टेक्सस (फोर्ट वर्थ) में दर्ज है।
कंपनी का कहना है कि ओपनएआई के साथ साझेदारी करना उसका व्यावसायिक फैसला था और भविष्य में वह अन्य जेनरेटिव एआई चैटबॉट्स के साथ भी काम कर सकती है। एपल के वकीलों ने दलील दी कि मस्क की कंपनियों का एंट्रीट्रस्ट (प्रतिस्पर्धा विरोधी कानून) का आरोप महज “कयास पर आधारित” है। उनका कहना है कि कानून यह नहीं कहता कि यदि एपल एक चैटबॉट के साथ काम करे तो उसे बाकी सभी चैटबॉट्स के साथ भी साझेदारी करनी ही होगी, भले ही उनकी तकनीक अधूरी या असुरक्षित क्यों न हो।
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एपल ने यह भी कहा कि मस्क की कंपनियों का तर्क इस धारणा पर टिका है कि उपभोक्ताओं के पास विकल्प नहीं होंगे, जबकि वास्तविकता इससे अलग है। कंपनी ने अदालत से इस केस को खारिज करने की मांग की है। वहीं, एक्सएआई (xAI) की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह मामला एक्स कॉर्प (X Corp.) बनाम एपल (25-cv-00914) के नाम से यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, नॉदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ टेक्सस (फोर्ट वर्थ) में दर्ज है।