iOS 26: आईओएस 26 अपडेट में आया गजब का फीचर, जानिए कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल?
एपल ने आईओएस 26 में नया "कॉल रीजन्स" फीचर जोड़ा है जो अनजान कॉल्स को फिल्टर करते हुए जरूरी कॉल्स को मिस होने से बचाता है। जानिए यह फीचर कैसे काम करता है और इसे कैसे अपने फोन में एक्टिवेट करें।
विस्तार
एपल ने अपने यूजर्स के लिए एक नया और स्मार्ट फीचर लॉन्च किया है, जो स्पैम और फर्जी कॉल्स से बचाने के साथ जरूरी कॉल्स को मिस होने से भी रोकता है। कंपनी ने अपने लेटेस्ट आईओएस 26 अपडेट में "कॉल रीजन्स" नाम के फीचर को जोड़ा है जो कॉल करने वाले से उसके कॉल करने का कारण पूछेगा।
क्या है ‘कॉल रीजन्स’ फीचर?
आईओएस 26 का "कॉल रीजन्स" फीचर इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह अनजान नंबरों से आने वाले कॉल्स को ज्यादा सुरक्षित और उपयोगी बनाता है। जब कोई व्यक्ति जो आपके कॉन्टैक्ट्स में सेव नहीं है, आपको कॉल करता है तो आईफोन उसे यह बताने के लिए कहेगा कि वह कॉल क्यों कर रहा है? यह मैसेज रीयल टाइम में ट्रांसक्राइब होकर आपकी स्क्रीन पर दिखाई देता है। इससे यूजर तुरंत समझ सकता है कि कॉल जरूरी है या नहीं- अगर कॉल किसी डिलीवरी, अपॉइंटमेंट या बिजनेस मीटिंग से जुड़ी है तो यूजर उसे रिसीव कर सकता है। अगर नहीं, तो उसे तुरंत इग्नोर या रिजेक्ट कर सकता है।
क्यों खास है यह फीचर?
आज के समय में स्पैम और रोबोकॉल्स स्मार्टफोन यूजर्स के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन चुके हैं। एपल ने पहले "साइलेंस अननोन कॉलर्स" का विकल्प दिया था जो सभी अनजान कॉल्स को सीधे वॉइसमेल पर भेज देता था लेकिन इससे कई बार जरूरी कॉल्स भी मिस हो जाती थीं। अब कंपनी ने "कॉल रीजन्स" फीचर के साथ इस समस्या का बेहतर समाधान निकाला है। यह न सिर्फ फर्जी कॉल्स को फिल्टर करता है बल्कि असली कॉलर्स को भी अपनी बात रखने का मौका देता है। सीधे शब्दों में कहें तो यह फीचर आपके लिए एक वर्चुअल कॉल स्क्रीनर की तरह काम करता है।
कैसे करें इसे एक्टिवेट?
इस फीचर को ऑन करने के लिए कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- सेटिंग्स एप खोलें।
- फोन सेक्शन पर जाएं।
- साइलेंस अननोन कॉलर्स पर टैप करें।
- आस्क टू शेयर कॉल रीजन विकल्प चुनें।
अब यह फीचर केवल अनजान नंबरों के लिए काम करेगा। आपके दोस्तों, परिवार और सेव किए गए नंबरों के कॉल सामान्य रूप से आते रहेंगे।
ध्यान रखने वाली कुछ बातें
यह फीचर आईओएस 17 या उससे नए वर्जन पर ही काम करेगा। फिलहाल यह सिर्फ वॉयस कॉल्स के लिए उपलब्ध है, फेसटाइम या मैसेजिंग के लिए नहीं। पहली बार जब कॉलर इस सिस्टम को इस्तेमाल करेगा तो उसे यह प्रक्रिया थोड़ी नई लग सकती है। लेकिन समय के साथ यह यूजर के लिए कारगर होगी। एपल का नया "कॉल रीजन्स" फीचर यूजर्स को ज्यादा प्राइवेसी और कंट्रोल देता है। अब यूजर्स यह तय कर सकते हैं कि कौन-सी कॉल जरूरी है और कौन-सी नहीं वह भी बिना किसी परेशानी के। यह एक छोटा लेकिन बेहद इनोवेटिव बदलाव है जो आपके कॉलिंग एक्सपीरियंस को पूरी तरह बदल सकता है।