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Japan: 'सिर्फ 2 घंटे ही करें स्मार्टफोन का इस्तेमाल'... स्क्रीन टाइम घटाने के प्रस्ताव का हो रहा विरोध
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Tue, 02 Sep 2025 06:07 PM IST
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सार
जापान के टोयोआके शहर में स्मार्टफोन की लत पर काबू पाने के लिए अनोखा कदम उठाया गया है। यहां नगर परिषद ने लोगों को रोजाना केवल दो घंटे ही स्मार्टफोन इस्तेमाल करने का सुझाव दिया, लेकिन इस प्रस्ताव का भारी विरोध शुरू हो गया।

स्मार्टफोन एडिक्शन छुड़वाने के लिए जापानी शहर ने उठाया कदम
- फोटो : AI
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विस्तार
जापान के टोयोआके शहर ने हाल ही में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसके तहत सभी निवासियों को प्रतिदिन अधिकतम दो घंटे ही स्मार्टफोन इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यह पहल ऑनलाइन लत और स्क्रीन टाइम से जुड़े शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने के लिए की गई है।
स्मार्टफोन की लत पर रोक लगाने की कोशिश
टोयोआके के मेयर मसाफुमी कोकी ने कहा कि अत्यधिक स्मार्टफोन इस्तेमाल से नींद की समस्या समेत कई मानसिक और शारीरिक परेशानियां सामने आ रही हैं। इस प्रस्ताव का उद्देश्य इन्हीं खतरों को रोकना है। नगर परिषद में यह प्रस्ताव चर्चा के अधीन है और यदि मंजूरी मिलती है तो इसे अक्टूबर से लागू किया जाएगा। यह जापान का पहला ऐसा सामुदायिक स्तर का मसौदा माना जा रहा है।
बच्चों और बड़ों दोनों पर असर
नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, प्राथमिक स्कूल के छात्र और छोटे बच्चों को रात 9 बजे के बाद स्मार्टफोन और टैबलेट का उपयोग बंद करने की सलाह दी गई है। वहीं किशोर और वयस्कों को रात 10 बजे के बाद डिवाइस का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी गई है। हालांकि, यह नियम बाध्यकारी नहीं है, यानी अगर कोई इसे न माने तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। हालांकि, इसका मकसद लोगों को जागरूक करना है।
लोगों ने किया मसौदे का विरोध
टोयोआके की आबादी करीब 69 हजार है और प्रस्ताव के बाद केवल चार दिनों में अधिकारियों को 83 फोन कॉल और 44 ईमेल प्राप्त हुए, जिनमें से 80% लोगों ने इस नियम को व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला बताया। कुछ ने इसे बिल्कुल अव्यावहारिक करार दिया।
यह पहला मौका नहीं है जब जापान में स्क्रीन टाइम पर रोक लगाने की कोशिश की गई है। साल 2020 में पश्चिमी जापान के एक क्षेत्र ने बच्चों को वीकडेज पर केवल एक घंटे और छुट्टियों में 90 मिनट ही वीडियो गेम खेलने की सलाह दी थी।

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स्मार्टफोन की लत पर रोक लगाने की कोशिश
टोयोआके के मेयर मसाफुमी कोकी ने कहा कि अत्यधिक स्मार्टफोन इस्तेमाल से नींद की समस्या समेत कई मानसिक और शारीरिक परेशानियां सामने आ रही हैं। इस प्रस्ताव का उद्देश्य इन्हीं खतरों को रोकना है। नगर परिषद में यह प्रस्ताव चर्चा के अधीन है और यदि मंजूरी मिलती है तो इसे अक्टूबर से लागू किया जाएगा। यह जापान का पहला ऐसा सामुदायिक स्तर का मसौदा माना जा रहा है।
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बच्चों और बड़ों दोनों पर असर
नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, प्राथमिक स्कूल के छात्र और छोटे बच्चों को रात 9 बजे के बाद स्मार्टफोन और टैबलेट का उपयोग बंद करने की सलाह दी गई है। वहीं किशोर और वयस्कों को रात 10 बजे के बाद डिवाइस का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी गई है। हालांकि, यह नियम बाध्यकारी नहीं है, यानी अगर कोई इसे न माने तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। हालांकि, इसका मकसद लोगों को जागरूक करना है।
लोगों ने किया मसौदे का विरोध
टोयोआके की आबादी करीब 69 हजार है और प्रस्ताव के बाद केवल चार दिनों में अधिकारियों को 83 फोन कॉल और 44 ईमेल प्राप्त हुए, जिनमें से 80% लोगों ने इस नियम को व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला बताया। कुछ ने इसे बिल्कुल अव्यावहारिक करार दिया।
यह पहला मौका नहीं है जब जापान में स्क्रीन टाइम पर रोक लगाने की कोशिश की गई है। साल 2020 में पश्चिमी जापान के एक क्षेत्र ने बच्चों को वीकडेज पर केवल एक घंटे और छुट्टियों में 90 मिनट ही वीडियो गेम खेलने की सलाह दी थी।