OpenAI: ओपनएआई अब बनाएगी अपना खुद का चिप, ब्रॉडकॉम के साथ एआई प्रोसेसर बनाने के लिए करार
ओपनएआई ने ब्रॉडकॉम के साथ इन-हाउस एआई प्रोसेसर बनाने के लिए साझेदारी की है। कंपनी 2026 से 10 गीगावाट क्षमता वाले कस्टम चिप तैनात करेगी। इस डील से एआई सेवाओं की गति और क्षमता बढ़ेगी। जानें क्यों हो सकती है ये डील एआई भविष्य के लिए अहम।
विस्तार
ओपनएआई अब तक चैटजीपीटी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) लैंग्वेज मॉडल चैटबॉट और सोरा जैसे वीडियो मेकिंग प्लेटफार्म के लिए जानी जाती थी। इसके लिए कंप्यूटिंग चिप की जरूरत होती है जो ओपनएआई बाहर से लेती थी लेकिन अब ओपनएआई ने ब्रॉडकॉम के साथ मिलकर अपना पहला इन-हाउस एआई प्रोसेसर विकसित करने की घोषणा की है। यह कदम चैटजीपीटी जैसी सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने और एआई कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। इस खबर के बाद ब्रॉडकॉम के शेयरों में 10% से अधिक की तेजी देखी गई।
2026 की दूसरी तिमाही तक चिप बनने की उम्मीद
ओपनएआई चिप को डिजाइन और ब्रॉडकॉम इन्हें डेवलप करेगा। उम्मीद ये है कि 2026 की दूसरी छमाही से कंपनी चिप तैनात कर देगी। कुल 10 गीगावाट क्षमता वाले कस्टम एआई चिप तैयार होंगे जिनकी बिजली खपत लगभग 8 मिलियन अमेरिकी घरों के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह डील एनवीडिया के एआई एक्सेलेरेटर मार्केट पर बड़ा खतरा नहीं माने जा रहे हैं क्योंकि इन-हाउस चिप डिजाइन और निर्माण करना चुनौतीपूर्ण काम है।
ओपनएआई की चिप निवेश रणनीति
ओपनएआई ने हाल ही में एएमडी के साथ 6 गीगावाट एआई चिप सप्लाई डील की भी घोषणा की थी। इसके अलावा एनवीडिया ने ओपनएआई में $100 बिलियन तक निवेश और 10 गीगावाट क्षमता वाले डेटा-सेंटर सिस्टम देने की योजना बनाई है। ओपनएआई के सीईओ सैम अल्टमैन ने कहा, "ब्रॉडकॉम के साथ साझेदारी एआई की संभावनाओं को वास्तविक रूप देने के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने का महत्वपूर्ण कदम है।"
एआई की बढ़ती मांग को देखकर चिप बनाने की रेस में सभी कंपनियां
गूगल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी बड़ी टेक कंपनियां भी एआई की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कस्टम चिप विकसित कर रही हैं। ब्रॉडकॉम इस जनरेटिव एआई बूम का बड़ा लाभार्थी बन चुका है, इसके शेयर की कीमत 2022 के अंत से लगभग छह गुना बढ़ चुकी है। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी कंपनियों के प्रयास एनवीडिया चिप के प्रदर्शन तक नहीं पहुंच पाए हैं।
भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां
ओपनएआई ने 2026 के लिए उत्पादन की आक्रामक समयसीमा तय की है। विश्लेषकों के अनुसार इस डील को वित्तपोषित करने के लिए फंडिंग राउंड्स, प्री-ऑर्डर, रणनीतिक निवेश और माइक्रोसॉफ्ट का समर्थन जरूरी होगा। एक गीगावाट डेटा सेंटर की लागत $50-$60 बिलियन तक हो सकती है। ओपनएआई और ब्रॉडकॉम की यह साझेदारी एआई प्रोसेसिंग क्षमता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम है। यह डील ओपनएआई की सेवाओं को तेज बनाने में मदद करेगी और एआई चिप मार्केट में इनोवेशन और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगी।