Viral: बाथरूम ब्रेक बना मुसीबत, बार-बार जाने पर इंजीनियर की नौकरी गई, मामला कोर्ट पहुंचा
Viral: ली ने अपनी बर्खास्तगी को गलत बताते हुए कंपनी पर केस किया। रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल–मई 2024 के दौरान उसने करीब 14 बार लंबे बाथरूम ब्रेक लिए थे।
विस्तार
पूर्वी चीन से जुड़ा एक अजीब लेकिन गंभीर मामला इन दिनों चर्चा में है, जहां एक इंजीनियर को सिर्फ इसलिए नौकरी से निकाल दिया गया क्योंकि वह बार-बार और लंबे समय तक बाथरूम जाता था। इस शख्स का नाम ली बताया गया है और वह जियांग्सू प्रांत की एक कंपनी में काम करता था। ली का कहना है कि उसे बवासीर की गंभीर समस्या है, जिसकी वजह से उसे बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता था। लेकिन कंपनी ने इसे काम में लापरवाही और बाधा मानते हुए उसका कॉन्ट्रैक्ट ही खत्म कर दिया। तो आज की इस खबर में हम आपको इसी घटना के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
मामला तब सामने आया जब ली ने अपनी बर्खास्तगी को गलत बताते हुए कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराया। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल और मई 2024 के बीच ली ने करीब 14 बार लंबे बाथरूम ब्रेक लिए थे। इनमें से एक ब्रेक तो करीब चार घंटे तक चला था। कंपनी का कहना था कि इतनी देर तक काम से गायब रहना नियमों का उल्लंघन है और इससे काम पर बुरा असर पड़ा।
ली ने कोर्ट में रखा अपना पक्ष
ली ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए बताया कि उसकी मेडिकल कंडीशन गंभीर है और यह कोई बहाना नहीं था। उसने सबूत के तौर पर बवासीर की दवाइयों के बिल दिखाए, जो उसकी पार्टनर ने मई और जून में खरीदी थीं। इसके अलावा उसने जनवरी में हुई अपनी सर्जरी के अस्पताल रिकॉर्ड भी पेश किए। ली का कहना था कि कंपनी को उसकी बीमारी की जानकारी थी, इसके बावजूद उसे नौकरी से निकाल दिया गया।
बार-बार बाथरूम जाने के कारण कंपनी ने निकाला
दूसरी ओर कंपनी ने अपने फैसले को सही ठहराने के लिए निगरानी कैमरों की फुटेज कोर्ट में पेश की। इन वीडियो में ली को बार-बार और लंबे समय तक बाथरूम जाते हुए दिखाया गया था। कंपनी ने दलील दी कि ली का यह व्यवहार अनुशासन के खिलाफ था। ली ने साल 2010 में इस कंपनी में काम शुरू किया था और 2014 में उसका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू हुआ था। कॉन्ट्रैक्ट में यह शर्त थी कि अगर 180 दिनों के भीतर तीन कार्य दिवसों से ज्यादा बिना अनुमति के अनुपस्थित रहा गया, तो नौकरी से निकाला जा सकता है। कंपनी ने यही नियम लागू किया। बर्खास्तगी से पहले कंपनी ने श्रमिक संघ से अनुमति भी ली थी।
कोर्ट ने दोनों पक्षों के बीच कराया समझौता
मामला दो बार सुनवाई में गया। आखिरकार कोर्ट ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाया। ली के लंबे अनुभव, कंपनी में उसके योगदान और नौकरी छूटने के बाद आने वाली परेशानियों को देखते हुए कंपनी ने उसे 30 हजार युआन यानी करीब 4,200 अमेरिकी डॉलर मुआवजा देने पर सहमति जताई। हालांकि ली ने शुरुआत में 320,000 युआन के मुआवजे की मांग की थी।