'हमने गला घोंटकर मारा': 'मकान मालकिन की हत्या की, फिर बैग में भरा शव', दंपती ने बेखौफ अंदाज में कबूला जुर्म
एसीपी नंदग्राम ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
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गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन की ओरा सुमेरा सोसाइटी के फ्लैट में एक महिला का शव लाल रंग के बैग में मिला। महिला की पहचान सोसाइटी के ही अन्य फ्लैट में रहने वाली दीपशिखा शर्मा के रूप में हुई है। महिला की हत्या का आरोप किसी और पर नहीं बल्कि उनके ही किरायेदार दंपती पर है, जिनको पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हत्यारोपियों के कबूलनामे का वीडियो सामने आया है, जिसमें पति अजय गुप्ता और पत्नी आकृति गुप्ता चेहरे पर बिना किसी शिकन के अपना जुर्म कबूल कर रहे हैं।
एसीपी नंदग्राम ने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 11.15 बजे थाना नंदग्राम पर हत्या की सूचना मिली थी। थाना नंदग्राम पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच एवं पूछताछ में पाया गया कि उमेश शर्मा कि पत्नी दीपशिखा शर्मा निवासी एम-105 ओरा सुमेरा सोसाइटी राजनगर एक्सटेंशन में अपने दूसरे फ्लैट पर किराया लेने गयी थी।
वह देर रात्रि तक वह नहीं पहुंचीं तो उनकी मेड को शक हुआ और वह उस फ्लैट मे गई। संदिग्धता के आधार पर उस घर कि तलाशी ली, जहां पर एक लाल बैग मे दीपशिखा शर्मा के शव को बरामद किया गया है। अजय गुप्ता एवं आकृति गुप्ता पुलिस हिरासत में हैं। परिवारजनों से तहरीर प्राप्त कर सुसंगत धाराओं मे अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है।
अब तक की जांच में सामने आया है कि जब दीपशिखा किराया वसूलने गई थीं, तब झगड़े के दौरान दीपशिखा ने अजय के हाथ पर काट लिया। यह देखकर पत्नी आकृति ने चुन्नी से दीपशिखा का गला घोंट दिया। इसके बाद अजय ने प्रेशर कुकर के ढक्कन से सिर पर जोरदार हमला कर दिया। जिससे दीपशिखा लहूलुहान हो गईं। इसके बाद दोनों ने मिलकर शव को कपड़े में लपेटकर बैग में डाला और उसे बेड के अंदर रख दिया।
'दीपशिखा कहती थीं कि तुम कहीं नहीं जाओगी'
हत्या के बाद पति अजय गुप्ता और पत्नी आकृति ने कहा कि मकान मालकिन दीपशिखा परेशान करती थीं। आकृति ने कहा कि दीपशिखा उनसे कहती थीं कि तुम कहीं जाओगी नहीं, कुछ सामान नहीं लाओगी... खाना नहीं खाओगी। हमारा खाना-पीना मुश्किल कर दिया था।
हत्यारोपी अजय बोला- हमने चुन्नी से गला घोंटा है
हत्यारोपी अजय ने कहा, निकलना-बैठना हमारा मुश्किल कर दिया था। जब उससे सवाल पूछा गया कि कब आई थीं आपके पास? अजय और आकृति ने कहा कि आज शाम को आई थीं। फिर जब पूछा गया कि कैसे मारा आपने? दोनों ने बड़े आराम से कहा कि हमने चुन्नी से गला घोंटा है। इसके बाद हत्यारोपी युवक बोला- मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने मारा है, पत्नी की गलती नहीं है। इतना सुनकर पत्नी कहती है हम साथ थे, आप अपने पर मत लो। हम साथ थे गला घोंटकर मारा।