SBI: टैरिफ दबाव के बीच त्योहारों की मजबूत मांग ने अर्थव्यवस्था को दी राहत, दिसंबर में ब्याज दर कटौती की उम्मीद
एसबीआई म्यूचुअल फंड की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी टैरिफ दबाव के बावजूद त्योहारी सीजन के आंकड़ों ने भारत की आर्थिक तस्वीर को बेहतर किया है। हाल ही में जीएसटी में की गई कटौती का असर धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है।
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अमेरिकी टैरिफ दबाव के बावजूद त्योहारी सीजन के आंकड़ों ने भारत की आर्थिक तस्वीर को बेहतर किया है। एसबीआई म्यूचुअल फंड की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि त्योहारों में कारों, बड़े घरेलू उपकरणों जैसे महंगे सामानों की बिक्री में तेज बढ़ोतरी देखी गई है। इन श्रेणियों में फाइनेंसिंग गतिविधि भी मजबूत बनी हुई है, जो बताती है कि वैश्विक दबावों के बावजूद उपभोक्ताओं का भरोसा कायम है। हालांकि वैश्विक चुनौतियों और टैरिफ के असर के कारण आने वाले महीनों में आर्थिक वृद्धि के अनुमान कमजोर रह सकते हैं।
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जीएसटी सुधारों का असर धीरे-धीरे दिखने लगा है
एसबीआई ने कहा कि हाल ही में जीएसटी में की गई कटौती का असर धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। अक्तूबर महीने में कुल जीएसटी संग्रह उम्मीदों के अनुरूप रहा, जो दर्शाता है कि खपत की रफ्तार स्थिर है। महंगाई के मोर्चे पर भी स्थिति अनुकूल है। रिपोर्ट के मुताबिक, आगे के अनुमान लक्ष्य स्तर के करीब टिके हुए हैं, जबकि मौजूदा आंकड़े भी नीचे की ओर हैं।
दरों में और राहत की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया कि मौजूदा विकास और महंगाई के अनुमान यह संकेत देते हैं कि मौद्रिक समर्थन के लिए कुछ गुंजाइश अभी भी बची है। दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा को संभावित रूप से इस चक्र की अंतिम दर कटौती के लिए सक्रिय माना जा सकता है।