Panipat News: फंदे पर लटकी मिली गर्भवती महिला, नहर में किशोर की लाश मिलने से हड़कंप
मृतका के पति ने शक जताया है कि बबली ने अपनी मां के तानों से परेशान होकर जान दी है। उसकी मां अक्सर बबली के साथ झगड़ा करती थी और कहती थी कि वह ससुराल की ही होकर रह गई है। घटना के बाद से ज्ञानेंद्र का रो रोकर बुरा हाल है।

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पानीपत के गांव नांगलखेड़ी में तीन माह की गर्भवती ने फंदा लगा जान दे दी। एक साल पहले ही मृतका की शादी हुई थी। मृतका के पति का आरोप है कि उसकी सास की पत्नी से अकसर अनबन रहती थी। उसकी सास उसे ताने देती थी कि वो ससुराल की ही रह गई है। इससे परेशान होकर उसकी पत्नी ने जान दी है। सेक्टर 29 थाना पुलिस ने पति के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है।

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के कुतुब नगर निवासी ज्ञानेंद्र ने बताया कि उसकी 12 मई 2022 को बबली (22) के साथ शादी हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों काफी खुश थे। वो शादी के बाद बबली को लेकर पानीपत आ गया। उसने यहां नौकरी तलाशी और नांगलखेड़ी के पास एक फैक्टरी में उसको नौकरी मिल गई।
वह अपना गुजर बसर सही से करने लगे। अब बबली तीन माह की गर्भवती थी। वो बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे घर से ड्यूटी चला गया था। बबली कमरे पर अकेली थी। देर शाम उसके कमरे के मालिक ने उसे कॉल कर बताया कि अनहोनी हो गई है... जल्द कमरे पर आजा। वो कमरे पर पहुंचा तो बबली का शव पंखे पर साड़ी के फंदे से लटका था।
कुछ देर बाद पुलिस भी यहां पहुंच गई और शव को सिविल अस्पताल लाया गया। उसको शक है कि बबली ने अपनी मां के तानों से परेशान होकर जान दी है। उसकी मां अक्सर बबली के साथ झगड़ा करती थी और कहती थी कि वह ससुराल की ही होकर रह गई है। घटना के बाद से ज्ञानेंद्र का रो रोकर बुरा हाल है।
छह बहनों के इकलौते भाई की संदिग्ध परिस्थितियों में डूबने से मौत
उधर, जिले के ही गांव शौंधापुर से तीन दिन पहले लापता हुए छह बहनों के इकलौते भाई का शव नहर में एनएफएल नाके के पास झाड़ियों में फंसा मिला है। किशोर नहर में कैसे गिरा, अब इसकी जांच चल रही है। किशोर के शरीर पर पूरे कपड़े है। इसलिए पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है। बृहस्पतिवार को पुराना औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने मृतक किशोर के पिता के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है
गांव शौंधापुर निवासी महेंद्र ने बताया कि वो एक फैक्टरी में श्रमिक है। वह छह बेटियों व एक बेटे मोहित (15) का पिता था। मोहित सबसे छोटा था। वो आठवीं कक्षा के बाद स्कूल छोड़ चुका था। तीन जुलाई को मोहित घर के बाहर खेल रहा था। कुछ देर बाद वो कुछ बच्चों के साथ चला गया। इसके बाद वो लौटकर घर नहीं आया। उन्होंने अपने स्तर पर मोहित की काफी तलाश की लेकिन उसका भेद नहीं लगा। उन्होंने पुलिस में मोहित की गुमशुदगी की शिकायत दी थी। बृहस्पतिवार को पुलिस ने उन्हें कॉल कर मोहित के शव की सूचना दी।