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यात्रीगण ध्यान दें! 23 को कम चलेंगी बसें, हो सकती है दिक्कत
ब्यूरो/अमर उजाला, रोहतक
Updated Fri, 22 Apr 2016 06:55 PM IST
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हरियाणा रोडवेज
- फोटो : डेमो फोटो
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रोडवेज बस में सफर करने वालों के लिए जरूरी खबर। 23 तारीख को बसें कम ही चलेंगी, जिसके चलते दिक्कत उठानी पड़ सकती है। पंचायती राज विभाग के 23 अप्रैल को गोहाना में होने वाले प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में सभी जिलों से आने वाले करीब 72 हजार पंचायत प्रतिनिधियों को रोडवेज की बसों से लाने की योजना है। इसमें प्रदेश के 21 में से 16 जिलों से ही 750 से अधिक रोडवेज बसों को लगाया जा सकता है।
जाहिर है इतनी अधिक संख्या में रोडवेज बसों को सम्मेलन में लगाए जाने से यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि परिवहन निगम के अधिकारी किसी तरह की दिक्कत नहीं होने देने का दावा कर रहे हैं। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है। बताया जा रहा है कि सभी जिलों से प्रतिनिधियों को सरकारी खर्चे पर इस सम्मेलन में लाया जाना है। इसकी जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग को सौंपी गई है।
विभाग ने हरियाणा परिवहन निगम से जिलेवार बस उपलब्ध कराने को कहा है। सबसे ज्यादा 85 बसें हिसार तो सबसे कम 14 बसें जींद से मांगी गई हैं। सोनीपत, सिरसा और करनाल से लगभग 70-70, अंबाला से 59, झज्जर से 50, भिवानी से 40, यमुनानगर से 43, पानीपत से 31, फतेहाबाद से 20, कैथल से 36, महेंद्रगढ़-नारनौल से करीब 35, रोहतक से 35 बसें सम्मेलन के लिए लगाए जाने की सूचना है।
अधिकारी खुद लेकर आएंगे
विभाग की ओर से जिलास्तर पर पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने जिले के पंचायत प्रतिनिधियों को लेकर आएं। इसके लिए किसी प्रतिनिधि को कोई अलग से पहचान पत्र या इंट्री पास नहीं दिया गया है। जिलास्तर पर खुद पंचायती अधिकारी सुबह रोडवेज की बसों में बैठाकर गोहाना लेकर आएंगे। हर जिले के लिए अलग से सेक्टर बनाए गए हैं।
सम्मेलन के बाहर 11 एकड़ में बनेंगे छह पार्किंग स्थल
वीवीआईपी, वीआईपी और सम्मेलन में आने वाले पंचायत प्रतिनिधियों के लिए छह पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इसके लिए 11 एकड़ जगह चयनित की गई है। रोहतक, सोनीपत और पानीपत की तरफ से आने वाले सभी वाहन सीधे पार्किंग में जाएंगे। वहीं जींद, महम और अन्य जिलों से आने वाले वाहन शहर से होकर सीधे नेशनल हाईवे पर आकर पार्किंग में पहुंचेंगे। वीआईपी वाहनों के लिए अलग से पार्किंग सेक्टर बनाया गया है।
ये करेंगे शिरकत
सम्मेलन में सीएम मनोहर लाल खट्टर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के अलावा पूरा मंत्रिमंडल, विधायक व सांसद शामिल होंगे। इस मौके पर भाजपा के संगठन मंत्री सुरेश भट्ट, पंचायत एवं विकास विभाग के निदेशक अशोक कुमार मीणा समेत तमाम अधिकारी भी शामिल होंगे।
समारोह के लिए बनेंगे तीन मंच
सम्मेलन के लिए तीन मंच बनेंगे। इसमें एक वीवीआईपी, एक वीआईपी और तीसरा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बनाया जाएगा। वीवीआईपी मंच मुख्य अतिथि समेत मुख्यमंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के लिए होगा। वीआईपी मंच सांसद, विधायक और बड़े नेताओं के लिए होगा। इसके अलावा तीसरे मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
वीआईपी तक नहीं पहुंच पाएंगे काले झंडे दिखाने वाले
सम्मेलन की पूरी सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस बल के जवान पहुंच चुके हैं। सम्मेलन स्थल पर पहुंचते ही अधिकारियों ने जवानों की ड्यूटी लगाना शुरू कर दिया है। सम्मेलन के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान उपस्थित रहेंगे। सम्मेलन स्थल पर अधिकारियों का आवागमन जारी है। सम्मेलन के दिन आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहेगा, ताकि कोई काले झंडे न दिखा सके।
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जाहिर है इतनी अधिक संख्या में रोडवेज बसों को सम्मेलन में लगाए जाने से यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि परिवहन निगम के अधिकारी किसी तरह की दिक्कत नहीं होने देने का दावा कर रहे हैं। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है। बताया जा रहा है कि सभी जिलों से प्रतिनिधियों को सरकारी खर्चे पर इस सम्मेलन में लाया जाना है। इसकी जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग को सौंपी गई है।
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विभाग ने हरियाणा परिवहन निगम से जिलेवार बस उपलब्ध कराने को कहा है। सबसे ज्यादा 85 बसें हिसार तो सबसे कम 14 बसें जींद से मांगी गई हैं। सोनीपत, सिरसा और करनाल से लगभग 70-70, अंबाला से 59, झज्जर से 50, भिवानी से 40, यमुनानगर से 43, पानीपत से 31, फतेहाबाद से 20, कैथल से 36, महेंद्रगढ़-नारनौल से करीब 35, रोहतक से 35 बसें सम्मेलन के लिए लगाए जाने की सूचना है।
अधिकारी खुद लेकर आएंगे
विभाग की ओर से जिलास्तर पर पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने जिले के पंचायत प्रतिनिधियों को लेकर आएं। इसके लिए किसी प्रतिनिधि को कोई अलग से पहचान पत्र या इंट्री पास नहीं दिया गया है। जिलास्तर पर खुद पंचायती अधिकारी सुबह रोडवेज की बसों में बैठाकर गोहाना लेकर आएंगे। हर जिले के लिए अलग से सेक्टर बनाए गए हैं।
सम्मेलन के बाहर 11 एकड़ में बनेंगे छह पार्किंग स्थल
वीवीआईपी, वीआईपी और सम्मेलन में आने वाले पंचायत प्रतिनिधियों के लिए छह पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इसके लिए 11 एकड़ जगह चयनित की गई है। रोहतक, सोनीपत और पानीपत की तरफ से आने वाले सभी वाहन सीधे पार्किंग में जाएंगे। वहीं जींद, महम और अन्य जिलों से आने वाले वाहन शहर से होकर सीधे नेशनल हाईवे पर आकर पार्किंग में पहुंचेंगे। वीआईपी वाहनों के लिए अलग से पार्किंग सेक्टर बनाया गया है।
ये करेंगे शिरकत
सम्मेलन में सीएम मनोहर लाल खट्टर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के अलावा पूरा मंत्रिमंडल, विधायक व सांसद शामिल होंगे। इस मौके पर भाजपा के संगठन मंत्री सुरेश भट्ट, पंचायत एवं विकास विभाग के निदेशक अशोक कुमार मीणा समेत तमाम अधिकारी भी शामिल होंगे।
समारोह के लिए बनेंगे तीन मंच
सम्मेलन के लिए तीन मंच बनेंगे। इसमें एक वीवीआईपी, एक वीआईपी और तीसरा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बनाया जाएगा। वीवीआईपी मंच मुख्य अतिथि समेत मुख्यमंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के लिए होगा। वीआईपी मंच सांसद, विधायक और बड़े नेताओं के लिए होगा। इसके अलावा तीसरे मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
वीआईपी तक नहीं पहुंच पाएंगे काले झंडे दिखाने वाले
सम्मेलन की पूरी सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस बल के जवान पहुंच चुके हैं। सम्मेलन स्थल पर पहुंचते ही अधिकारियों ने जवानों की ड्यूटी लगाना शुरू कर दिया है। सम्मेलन के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान उपस्थित रहेंगे। सम्मेलन स्थल पर अधिकारियों का आवागमन जारी है। सम्मेलन के दिन आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहेगा, ताकि कोई काले झंडे न दिखा सके।