{"_id":"6390f9f775ca96091d40d9bd","slug":"rwa-does-not-like-community-parking-vacant-land-is-also-with-the-estate-department-chandigarh-news-pkl4706545150","type":"story","status":"publish","title_hn":"Chandigarh: सेक्टर 35 में सामुदायिक पार्किंग पर संकट के बादल, आरडब्ल्यूए ने योजना को किया खारिज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Chandigarh: सेक्टर 35 में सामुदायिक पार्किंग पर संकट के बादल, आरडब्ल्यूए ने योजना को किया खारिज
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: पंचकुला ब्यूरो
Updated Thu, 08 Dec 2022 08:30 AM IST
विज्ञापन
सार
शहर के रिहायशी इलाकों में पार्किंग की दिक्कत बढ़ती जा रही है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ने शहर में सामुदायिक पार्किंग बनाने की योजना बनाई है। सलाहकार के निर्देश पर सेक्टर-35 में दो सामुदायिक पार्किंग बनाने का प्रस्ताव भी तैयार हो गया।

सेक्टर 35 में ग्रीन बेल्ट में पार्क की गई गाड़ियां।
- फोटो : अमर उजाला

Trending Videos
विस्तार
चंडीगढ़ सेक्टर-35 में सामुदायिक पार्किंग बनाने के लिए नगर निगम की ओर से सर्वे किया गया था। इसकी रिपोर्ट प्रशासक के सलाहकार धर्म पाल को सौंप दी गई है। इसमें बताया गया है कि रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन इस योजना के पक्ष में नहीं है। इस योजना के लिए जहां सामुदायिक पार्किंग बनाई जा सकती है वह भूमि एस्टेट विभाग के पास है। ऐसे में आरडब्ल्यूए के लोगों को योजना के लाभ के बारे में बताने और एस्टेट विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर भूमि को इस योजना के लिए देने के बारे में जानकारी देने का प्रस्ताव दिया गया है। इस संबंध में प्रशासक अगले सप्ताह में बैठक कर मामले का समाधान निकालेंगे।
शहर के रिहायशी इलाकों में पार्किंग की दिक्कत बढ़ती जा रही है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ने शहर में सामुदायिक पार्किंग बनाने की योजना बनाई है। सलाहकार के निर्देश पर सेक्टर-35 में दो सामुदायिक पार्किंग बनाने का प्रस्ताव भी तैयार हो गया। इस संबंध में नगर निगम को सर्वे कर इस व्यवस्था को लागू करने की जिम्मेदारी दी। आयुक्त ने आनिदिता मित्रा ने आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों, पार्षद प्रेम लता, एसएसपी ट्रैफिक और अधिकारियों के साथ बैठक भी की। लोग इस योजना के पक्ष में नहीं हैं। दूसरी ओर जो भी भूमि सेक्टर में खाली पड़ी है वह एस्टेट विभाग के पास है। जिसमें जेडब्ल्यू मैरिएट के साथ वाली भूमि भी शामिल है। आयुक्त ने रिपोर्ट में सलाहकार को इन बिंदुओं के निस्तारण की अपील की है।
सेक्टर-22 और 15 में भी है योजना
योजना सफल होने के बाद प्रशासन सेक्टर-35 के बाद सेक्टर-22 और 15 में सामुदायिक पार्किंग बनाना चाहता है। सामुदायिक पार्किंग के रखरखाव और संचालन के लिए भी अलग से पॉलिसी बनाएगा। प्रशासन का उद्देश्य है कि लोग गलियों में सड़क किनारे वाहन पार्क न करके सामुदायिक पार्किंग में वाहन पार्क करें। इसके लिए लोगों को पहले गाड़ी खरीदते समय जो पार्किंग की जगह दी थी वहां गाड़ी खड़ी करनी होगी। जो गाड़ी अतिरिक्त होगी उसे सामुदायिक पार्किंग में खड़ा करने की व्यवस्था प्रशासन करेगा।
लोग बोले- रात के समय तबियत खराब हुई तो कैसे लाएंगे गाड़ी
बैठक के दौरान लोगों ने कहा कि आपातकाल स्थिति में अगर रात के समय कोई घर में बीमार हो जाता है तो अपनी गाड़ी की जरूरत पड़ गई तो उसे रात के समय पैदल चलकर गाड़ी लेने जाना होगा। लोग सामुदायिक पार्किंग के लिए शुल्क देने को भी तैयार नहीं हैं। जबकि प्रशासन का कहना है कि सामुदायिक पार्किंग में सुरक्षाकर्मी तैनात होगा। इस व्यवस्था के लिए लोगों से शुल्क लिया जाएगा।
मेरे पास निगम आयुक्त ने फाइल भेज दी है। इस संबंध में अगले सप्ताह बैठक रखी गई है। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लोगों को सहयोग करना होगा। यह व्यवस्था उन्हीं की सहूलियत के लिए है। - धर्म पाल, सलाहकार
विज्ञापन
Trending Videos
शहर के रिहायशी इलाकों में पार्किंग की दिक्कत बढ़ती जा रही है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ने शहर में सामुदायिक पार्किंग बनाने की योजना बनाई है। सलाहकार के निर्देश पर सेक्टर-35 में दो सामुदायिक पार्किंग बनाने का प्रस्ताव भी तैयार हो गया। इस संबंध में नगर निगम को सर्वे कर इस व्यवस्था को लागू करने की जिम्मेदारी दी। आयुक्त ने आनिदिता मित्रा ने आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों, पार्षद प्रेम लता, एसएसपी ट्रैफिक और अधिकारियों के साथ बैठक भी की। लोग इस योजना के पक्ष में नहीं हैं। दूसरी ओर जो भी भूमि सेक्टर में खाली पड़ी है वह एस्टेट विभाग के पास है। जिसमें जेडब्ल्यू मैरिएट के साथ वाली भूमि भी शामिल है। आयुक्त ने रिपोर्ट में सलाहकार को इन बिंदुओं के निस्तारण की अपील की है।
विज्ञापन
विज्ञापन
सेक्टर-22 और 15 में भी है योजना
योजना सफल होने के बाद प्रशासन सेक्टर-35 के बाद सेक्टर-22 और 15 में सामुदायिक पार्किंग बनाना चाहता है। सामुदायिक पार्किंग के रखरखाव और संचालन के लिए भी अलग से पॉलिसी बनाएगा। प्रशासन का उद्देश्य है कि लोग गलियों में सड़क किनारे वाहन पार्क न करके सामुदायिक पार्किंग में वाहन पार्क करें। इसके लिए लोगों को पहले गाड़ी खरीदते समय जो पार्किंग की जगह दी थी वहां गाड़ी खड़ी करनी होगी। जो गाड़ी अतिरिक्त होगी उसे सामुदायिक पार्किंग में खड़ा करने की व्यवस्था प्रशासन करेगा।
लोग बोले- रात के समय तबियत खराब हुई तो कैसे लाएंगे गाड़ी
बैठक के दौरान लोगों ने कहा कि आपातकाल स्थिति में अगर रात के समय कोई घर में बीमार हो जाता है तो अपनी गाड़ी की जरूरत पड़ गई तो उसे रात के समय पैदल चलकर गाड़ी लेने जाना होगा। लोग सामुदायिक पार्किंग के लिए शुल्क देने को भी तैयार नहीं हैं। जबकि प्रशासन का कहना है कि सामुदायिक पार्किंग में सुरक्षाकर्मी तैनात होगा। इस व्यवस्था के लिए लोगों से शुल्क लिया जाएगा।
मेरे पास निगम आयुक्त ने फाइल भेज दी है। इस संबंध में अगले सप्ताह बैठक रखी गई है। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लोगों को सहयोग करना होगा। यह व्यवस्था उन्हीं की सहूलियत के लिए है। - धर्म पाल, सलाहकार