बिलासपुर: स्वच्छता संगम 2025 कार्यक्रम में सीएम, 300 करोड़ के विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमि पूजन
बिलासपुर में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के कार्यक्रम स्वच्छता संगम 2025 में सीएम विष्णुदेव साय शामिल हुए। स्वच्छता सिपाहियों का किया सम्मान। हाथ में तिरंगा लेकर स्वच्छता का संकल्प लिया।

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प्रदेश के मुखिया विष्णु देव साय आज एक दिवसीय प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे यहां उन्होंने दो अहम कार्यक्रमों में शिरकत की। पहले वे गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित मेधावी छात्र सम्मान समारोह में शामिल हुए और प्रतिभाशाली छात्रों का सम्मान किया।इसके बाद वे स्वच्छता संगम 2025 कार्यक्रम में पहुंचे उन्होंने सफाई सिपाहियों का सम्मान किया और इसके बाद उन्होंने करीब 300 करोड़ की लागत से बनने वाले विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन किया।

इन कार्यों में कई सड़कों, भवनों और कार्यालयों का निर्माण शामिल है।सीएम साय ने इस मौके पर छत्तीसगढ़ में स्वच्छता को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री भी लॉन्च की साथ ही प्रदेश स्तरीय नगरीय निकाय स्वच्छता प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।इस प्रतियोगिता में स्वच्छता सर्वेक्षण मानकों के अनुरूप ही मूल्यांकन किया जाएगा।इसके साथ ही प्रदेश के 46 नगरीय निकायों में प्रॉपर्टी टैक्स भुगतान को आसान बनाने के लिए उन्होंने प्रॉपर्टी टैक्स पोर्टल का शुभारंभ किया। अब इन निकायों की प्रॉपर्टी टैक्स ऑनलाइन जमा हो सकेगी। साथ ही संपत्ति से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए भी यह पोर्टल कारगर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में घोषणा की कि राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2025-26 में जो नगरीय निकाय अपनी श्रेणी में देशभर में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करेगा उसे राज्य सरकार क्रमशः एक करोड़, 50 लाख और 25 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देगी सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ आज स्वच्छता के क्षेत्र में देशभर में अपनी अलग पहचान बना चुका है। इसमें सफाई दीदियों का अहम योगदान है।
15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी उस समय इसका खूब उपहास उड़ाया गया था लेकिन आज इसका महत्व सभी मान रहे हैं। डेढ़ वर्षों में राज्य सरकार ने मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए हैं। इस उपलब्धि का श्रेय नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव को भी जाता है। जिनके नेतृत्व में सफाई व्यवस्था और जनभागीदारी ने नई ऊंचाइयां छुई हैं।