SAFALTA Talks : बेहतर रणनीति और लगातार प्रयास से युवा हासिल कर सकते हैं कोई भी लक्ष्य : नीरज
विषय: जॉब मानसिकता से उद्यशील मानसिकता की ओर
अतिथि : नीरज पाल शर्मा, सीईओ, संस्थापक-ई फाल्कन्स इंटरप्राइजेस, पूर्व कमिशंड ऑफिसर एवं पायलट, भारतीय सेना


विस्तार
सफलता.कॉम द्वारा जॉब मानसिकता से उद्यशील मानसिकता की ओर विषय पर आयोजित किए गए मास्टर क्लास सेशन में ई-फाल्कन्स इंटरप्राइजेस के सीईओ व संस्थापक व भारतीय सेना के पूर्व कमिशंड ऑफिसर-हेलीकॉप्टर पायलट, नीरज पाल शर्मा ने कहा कि उन्होंने 23 साल की उम्र में कमिशन ले लिया था। यानी वह कमिशंड अधिकारी बन गए थे। एनडीए की तैयारी कैसे करें सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर आप एनडीए की तैयारी कर रहे हैं तो उसके दो पार्ट हैं। पहला पार्ट है जो उसका थ्यूरी का टेस्ट है वो आपको क्लीयर करना है। आपका पूरा लक्ष्य इसी एक जगह पर होना चाहिए कि जो सिलेबस है उसे आपको ठीक से तैयार करना है। छात्र को गणित, अंग्रेजी, एप्टीट्यूट टेस्ट में अच्छे मार्क्स लाने के लिए दिन रात उसकी प्रैक्टिस करनी है।
उन्होंने कहा अगर आप 12वीं में हैं तो एक ही लक्ष्य पर काम करें। या आप एनडीए की तैयारी करें, या जेईई मेन्स की। कोई एक ही तैयारी करके आपको सफलता मिलेगी। फिर आप चाहे अधिकारी बनें या इंजीनियर। जो भी आपका लक्ष्य है अगर आप सेना में अधिकारी बनना चाहते हैं। तो करीब 3 महीने तक लगातार आपको एनडीए की तैयारी करनी होगी। दूसरे नंबर पर आता है एसएसबी। एसएसबी क्लीयर करना बहुत आसान है बशर्ते आपके अंदर क्वालिटीज हों। क्योंकि इंटरव्यू में आपके अंदर एनडीए क्वालिटीज ही ढूंढ़ता है।
सेना में कैसे बन सकेंगे अधिकारी
शर्मा ने बताया कि कैसे भारतीय सेना में पायलट की ट्रेनिंग होती है और किस तरह सेना में पायलट बनते हैं। उन्होंने सेना में अधिकारी कैसे बन सकते हैं इसके एनडीए के अलावा NCC, TGC, SSC, SSC NCC, Army स्पोर्ट्स कोटा, धर्मशिक्षक भर्ती आदि विकल्प बताए। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में जवानों का जीवन बेहद अनुशासित है। मैं अब सेना में नहीं हूं लेकिन आर्मी का अनुशासन अब भी मेरे जीवन में है। अब मैं देश के उन युवाओं को आगे लाने में मदद कर रहा हूं जो किसी कारणवश अपने व्यवसाय में सफल नहीं हो सके। ऐसे युवाओं के व्यवसायों के लिए रणनीति बनाने और युवाओं को ट्रेनिंग देने पर मेरा फोकस है। इसी को मैं अपनी सामाजिक जिम्मेदारी मानकर पूरे जतन से लगा हुआ हूं।
देश को हर वर्ष नए उद्यमियों की जरूरत
उन्होंने फेल हो रहे उद्योगों पर कहा कि किसी भी उद्योग धंधे को शुरू करने से पहले उसके लिए जरूरी फंड, आगामी वर्षों की रणनीति, और एक मेंटर के जरिये समय - समय पर बड़े फैसलों में राय लेना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि देश में लाखों युवा हर वर्ष डॉक्टर, इंजीनियर, वकील जैसे समाज के प्रतिष्ठित पेशों में जाने की तैयारी करते हैं। लेकिन देश को इसी तरह हर वर्ष उद्यमियों की भी जरूरत है। ताकि देश की आर्थिक स्थिति को मजूबत किया जा सके। हम जल्द ही 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को छू सकते हैं अगर देश का युवा अपने समाज की जरूरतों के हिसाब से कोई स्टार्टअप शुरू करे। क्योंकि इससे न सिर्फ उस युवा को आत्मनिर्भर होने में मदद मिलेगी बल्कि ये स्टार्टअप्स देश के कई युवाओं को रोजगार देने योग्य बनेगा।
नौकरी छोड़कर, बिजनेस के लिए पहले से शुरू करनी होगी तैयारी
एक नौकरी के दौरान अगर आपको जॉब छोड़कर कोई बिजनेस करना है तो कैसे करें विषय पर शर्मा ने कहा कि आपको इसका एक पूरा प्लान तैयार करना चाहिए। धीरे-धीरे हर महीने स्टार्टअप के लिए फंड इकट्ठा करना शुरू कर दें। अपने लक्ष्य के बारे में अधिक से अधिक जानकारी लें। अपने टारगेट ऑ़डियंस के टेस्ट को समझने का प्रयास करें। जब आपको लगे कि अब पर्याप्त समय है 6 महीने तक अगर आपका स्टार्टअप या बिजनेस ग्रो नहीं किया आप घर के खर्चे मेंटेन कर सकते हैं। तब आपको स्टार्टअप शुरू करना चाहिए।
ट्रेनिंग का महत्व सबसे अधिक, बिना सीखे आप नहीं कर सकते कोई काम
युवाओं को पहली नौकरी या कॅरिअऱ शुरू करने पर शर्मा ने कहा कि बिना सीखे आप कोई भी काम नहीं कर सकते। इसलिए नौकरी में ट्रेनिंग - इंटर्नशिप का पार्ट बहुत महत्वूर्ण होता है। अगर आप ट्रेनिंग पीरियड को बेहतर तरीके से निकाल लेंगे तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। साथ ही किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने से पहले उसके लिए रिसर्च करना बहुत जरूरी है और किसी अनुभवी से परामर्श करके ही इसे शुरू करना चाहिए।