Bihar Election 2025: पिछले तीन चुनावों में किसे मिला भागलपुर प्रमंडल का साथ? जानें इस बार की चर्चित सीटें भी
Bihar Election 2025: बिहार में कुल 243 सीटों में से इनमें से 12 सीटें भागलपुर प्रमंडल के अंदर आती हैं। इसमें तीन जिले आते हैं।
विस्तार
बिहार विधानसभा चुनाव का प्रचार चरम पर है। पहले चरण की वोटिंग के लिए एक हफ्ते भी नहीं बचे हैं। नौ प्रमंडल में बंटे बिहार में कहां कौन भारी पड़ता है ये 14 नवंबर को पता चलेगा। अमर उजाला की खास सीरीज में हम आपको बिहार में हर प्रमंडल के पिछले चुनावी नतीजों के बारे में बता रहे हैं। आज हम भागलपुर प्रमंडल की बात करेंगे। भालपुर प्रमंडल में दो जिले आते हैं। इसमें भागलपुर और बांका जिला शामिल है।
ऐसे में हमें जानना चाहिए कि आखिर भागलपुर क्षेत्र का सियासी समीकरण क्या है? पिछली बार यहां का सियासी समीकरण किसके पक्ष में था? 2020 के पहले के चुनावों में यहां किसने बाजी मारी? इस बार की चर्चित सीटें कौन सी हैं?
भागलपुर क्षेत्र का सियासी समीकरण क्या है?
भागलपुर प्रमंडल में कुल दो जिले- भागलपुर और बांका शामिल हैं। इनमें कुल 12 विधानसभा सीटें हैं। इनमें सात सीटें भागलपुर जिले में आती हैं। पांच सीटें बांका जिले का हिस्सा हैं। विधानसभा सीटों के लिहाज से भागलपुर बिहार का सबसे छोटा प्रमंडल है।
2020 में कैसे रहे थे नतीजे?
2020 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच में था। 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए ने 125 सीटें जीतीं थीं। इनमें सबसे ज्यादा 74 सीटें भाजपा के खाते में गई थीं। जदयू को 43, वीआईपी और हम को 4-4 सीट पर सफलता मिली थी। राज्य की 110 सीटें महागठबंधन के खाते में गई थीं। 75 सीटें जीतकर राजद राज्य की सबसे बड़ा दल बना था। इसके साथ ही कांग्रेस को 19, वामदलों को 16 सीट पर जीत मिली थी। इनमें 12 सीटें भाकपा (माले) और दो-दो सीटें भाकपा और माकपा के खाते में गईं थी। अन्य दलों की बात करें तो एआईएमआईएम ने पांच, बसपा, लोजपा और निर्दलीय को एक-एक सीट पर जीत मिली थी।
भागलपुर प्रमंडल में किसे मिली थी बढ़त?
2020 के विधानसभा चुनाव में भागलपुर प्रमंडल में एनडीए ने सीधे महागठबंधन को मात दी। एनडीए को नौ और महागठबंधन को तीन सीटों पर जीत मिली। दलवार आंकड़ों की बात करें तो एनडीए में भाजपा को पांच और जदयू को चार सीटें मिलीं थीं। दूसरी तरफ महागठबंधन की राजद को दो और कांग्रेस को एक सीट मिली।

2015 में कैसे थे नतीजे?
प्रदेश में 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच में मुकाबला हुआ। इस चुनाव में महागठबंधन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी भी शामिल थी। जदयू के अलावा राजद और कांग्रेस ने साथ मिलकर यह चुनाव लड़ा। वहीं, एनडीए में भाजपा के साथ लोजपा, जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा शामिल थे।
इस चुनाव में महागठबंधन ने 178 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, एनडीए को 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था। वाम दलों के खाते में तीन सीटें गईं थी। दलवार आंकडे़ की बात करें तो राजद को सबसे ज्यादा 80 सीटें मिली थीं। जदयू के खाते में 71 और कांग्रेस को 27 सीटों पर सफलता मिली थी। एनडीए में सबसे ज्यादा 53 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। लोजपा और रालोसपा को दो-दो और हम को एक सीट जीतने में सफलता मिली थी। वाम दलों में तीनों सीटें भाकपा (माले) ने जीती थीं। बाकी चार सीटों रप निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहे थे।
2015 में भागलपुर प्रमंडल में किसे मिली बढ़त?
2015 में भागलपुर प्रमंडल की बात करें तो महागठबंधन ने भागलपुर प्रमंडल में बड़ी जीत हासिल की। महागठबंधन को 11 सीटें मिली थी। एनडीए की भाजपा को एक सीट मिली थी। महागठबंधन में दलवार आंकड़े की बात करें तो जदयू को छह सीट, राजद को तीन और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं।
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2010 में कैसे थे नतीजे?
2008 में परिसीमन के बाद यहां 2010 में पहली बार चुनाव हुए थे। इस चुनाव में एकतरफा एनडीए को जीत मिली थी। एनडीए में जदयू और भाजपा ने एक साथ चुनाव लड़ा था। वहीं राजद और लोजपा साथ थे। वहीं, कांग्रेस ने सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इस चुनाव में एनडीए को 243 में से 206 सीटों पर एकतरफा जीत मिली। राजद-लोजपा गठबंधन को महज 25 तो कांग्रेस को चार सीटों से संतोष करना पड़ा। बाकी सात सीटों में से छह निर्दलियों के खाते में गई। वहीं, चकाई सीट पर झामुमो के सुमित कुमार सिंह जीते थे। दलवार आंकड़ों की बात की जाए तो एनडीए की 206 सीटों में से 115 जदयू और 91 सीटें भाजपा के खाते में गई थीं। वहीं, राजद को 22 और लोजपा को 3 सीटों पर जीत मिली थी।
2010 में भागलपुर प्रमंंडल में किसे मिली बढ़त?
2010 में एनडीए को भागलपुर प्रमंडल में 12 में से कुल 10 सीटें हासिल हुईं। राजद को एक और कांग्रेस को एक सीट मिली थी। एनडीए में शामिल जदयू छह और भाजपा चार सीटें जीतने में सफल रही थी।

भागलपुर प्रमंडल में चर्चित सीटें कौन सी है?
भागलपुर: इस सीट से कांग्रेस ने अजीत कुमार शर्मा को टिकट दिया है। वे अभिनेत्री नेहा शर्मा के पिता है। वे इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर लगातार तीन बार जीत चुके हैं। इससे पहले यहां से भाजपा के अश्विनी कुमार चौबे पांच बार लगातार चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भाजपा ने पिछली बार के प्रत्याशी रोहित पांडेय को ही टिकट दिया है। 2020 में रोहित वर्तमान विधायक अजीत शर्मा से 1113 वोट से हार गए थे। जनसुराज ने अभय कांत झा को मैदान में उतारा है।
कहलगांव: इस सीट पर जदयू ने शुभानंद मुकेश को मैदान में उतारा है। लेकिन महागठबंधन को दो साथी कांग्रेस और राजद इस सीट में आमने-सामने हैं। राजद ने रजनीश भारतीय और कांग्रेस ने प्रवीण सिंह को मैदान में उतारा है।
सुल्तानगंज: इस सीट पर भी कांग्रेस और राजद आमने-सामने हैं। जदयू ने डॉ ललित नारायण मंडल को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने ललन कुमार यादव और राजद ने चंदन कुमार को टिकट दिया है।