Khushbu Patani: अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ टिप्पणी के मामले में भड़कीं खुशबू, कानूनी कार्रवाई की दी चेतावनी
Khushbu Patani-Aniruddhacharya: पिछले दिनों से छिड़े अनिरुद्धाचार्य और खुशबू पाटनी विवाद मामले में अब खुशबू पाटनी ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। जानिये उन्होंने क्या कुछ कहा है।

विस्तार
आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में अब अभिनेत्री दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने एक बार फिर उन्हें बदनाम करने वालों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। अपनी बात को दोहराते हुए खुशबू ने इस बात पर जोर दिया कि उनका वायरल वीडियो जिसे एडिट करके शेयर किया गया था, वो असल में आध्यात्मिक गुरु अनिरुद्धाचार्य पर निशाना था। उन्होंने आगे कहा कि मैंने पहले ही एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इस गलतफहमी को दूर कर दिया था, लेकिन कई लोगों ने इसे अनदेखा कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी उस टिप्पणी पर और स्पष्टीकरण देने का फैसला किया जिससे लोग भड़क उठे।

उल्टे-सीधे मैसेज कर रहे अनुआयी
हाल ही में शेयर किये गए वीडियो में खुशबू ने बताया कि दोनों आध्यात्मिक गुरुओं के अनुयायी उन्हें उल्टा-सीधा बोल रहे हैं और गलत मैसेज कर रहे हैं। इस ट्रोलिंग के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे बिना जानकारी के ऐसे दावों पर ध्यान न दें। इस वीडियो के कैप्शन में खुशबू ने लिखा "मेरे खिलाफ फर्जी खबरें। मुझे बदनाम करने की जानबूझकर कोशिश।"
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कानूनी ऐक्शन लेंगी खुशबू
खुशबू ने आगे कहा कि जो भी अकाउंट जानबूझकर मेरे खिलाफ फर्जी खबरें फैला रहे हैं, उन पर मैं देश के कानून के तहत मुकदमा दायर करूंगी। इस दौरान खुशबू ने कुछ एक चैनल और यूजर्स को भी मेंशन किया, जो उनके खिलाफ गलत बातें कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मुझे फालतू की ये ट्रोलिंग और जोखिम में डालती है। मैं आपके खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत जालसाजी और हेरफेर के लिए, आईपीसी की धारा 465 और 469 के तहत, फर्जी खबरें या भ्रामक सामग्री फैलाने के लिए, आईपीसी की धारा 505(1)(बी) के तहत, एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए, साइबर अपराध और आईटी एक्ट 66,66डी,67 के तहत मुझे ऑनलाइन परेशान करने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर करूंगी। मैं आपको नहीं छोड़ूंगी।
यह है पूरा विवाद
यह पूरा विवाद तब शुरु हुआ जब अनिरुद्धाचार्य ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिलाओं की आलोचना की। उन्होंने एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास जाने वाली महिलाओं का जिक्र किया। इससे खुशबू नाराज हो गयी थीं। बाद में प्रेमानंदजी का इसी तरह के मुद्दे पर बोलते हुए एक वीडियो सामने आया, जिसमें दावा किया गया कि खुशबू ने उनके खिलाफ बात की थी। विवाद तब और बढ़ गया जब प्रेमानंदजी को जान से मारने की धमकियां मिलीं। खुशबू ने स्पष्ट किया कि महिलाओं पर प्रेमानंदजी के बयान से उनका कोई लेना-देना नहीं है और साथ ही उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।