एएसआई सुसाइड केस: आठ दिन बाद भी गठित नहीं हुई एसआईटी, रोहतक एसपी ने बताई ये वजह
एएसआई संदीप लाठर आत्महत्या मामले में अभी तक एसआईटी के गठन ना होने से परिजनों में रोष है जिस वजह से अभी तक मामले की जांच शुरू नहीं हो पाई है। एसपी रोहतक ने इसको लेकर बयान दिया है और एसआईटी के गठन में हो रही देरी की वजह बताई है। डिटेल में पढ़ें खबर...

विस्तार
एएसआई संदीप लाठर आत्महत्या केस की जांच के लिए घटना के आठ दिन बाद भी एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन नहीं हो सका है। परिजन जल्द जांच तेज करने की मांग को लेकर रोहतक के एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया से मिलेंगे। वहीं, एसपी का कहना है कि मुख्यालय से जांच को लेकर मार्गदर्शन लिया जाएगा। इसके लिए आदेशों का इंतजार किया जा रहा है।

उधर, मंगलवार को पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता व गन्नौर के विधायक देवेंद्र कादयान जींद के जुलाना पहुंचकर परिवार से मिले और सांत्वना दी। साइबर सेल रोहतक में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने 14 अक्तूबर को लाढ़ौत गांव में अपने मामा बलवान के खेत में जाकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या करने से पहले 6 मिनट 28 सेकंड का वीडियो वायरल किया था। चार पेज का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इसमें पूर्व एडीजीपी वाई पूरण कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे।
वीडियो में संदीप ने बताया कि वह पूर्व एडीजीपी के सुरक्षाकर्मी सुशील कुमार को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल रहे। ऐसे में सात अक्तूबर को चंडीगढ़ में पूर्व एडीजीपी वाई पूरण कुमार व 14 अक्तूबर को रोहतक में एएसआई सुशील लाठर सुसाइड केस को आपस में जोड़कर देखा जा रहा है। एडीजीपी केस की जांच चंडीगढ़ एसआईटी कर रही है लेकिन एएसआई सुसाइड केस की अभी तक जांच ही शुरू नहीं हो सकी है। रोहतक एसपी का कहना है कि केस की जांच के लिए प्रदेशस्तरीय जांच टीम का गठन किया जाना है। इसके लिए मुख्यालय से पत्र आएगा। मार्गदर्शन के लिए मुख्यालय में संपर्क करेंगे।
एएसआई के परिवार की आर्थिक मदद के लिए विभाग के पुलिसकर्मी निजी तौर पर सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए दिवाली के दिन एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। पूरे प्रदेश से एक हजार के करीब पुलिसकर्मी ग्रुप के माध्यम से जुड़ चुके हैं। शहीद संदीप सिंह लाठर अमर रहे नाम से बनाए गए ग्रुप में आर्थिक सहायता के लिए संदीप की पत्नी संतोष के नाम से क्यूआर कोड डाला गया है। मंगलवार को एक पुलिसकर्मी ने 70 हजार तो दूसरे ने 50 हजार रुपये अपने वेतन से परिवार को मदद के लिए दिए। रोहतक के अलावा सोनीपत, जींद व भिवानी तक के पुलिसकर्मी ग्रुप में शामिल हैं। इसमें तीन को मुख्य एडमिन व बाकियों को एडमिन बनाया गया है।
पंचायत मंत्री बोले, परिवार को न्याय मिलेगा
जुलाना में एएसआई संदीप लाठर के घर मंगलवार को पंचायती राज एवं खनन मंत्री कृष्ण लाल पंवार सांत्वना देने पहुंचे। उन्होंने परिवार को न्याय मिलने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में परिवार को शक्ति मिले। परिवार की राज्य सरकार हर संभव सहायता करेगी। समाज को इस दुख में एकजुट बने रहना चाहिए और कानून और न्याय व्यवस्था पर विश्वास बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के समय केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने परिवार को आश्वासन दिया था कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी।
आप के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता ने भी बंधाया ढांढस
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता व महिला प्रदेशाध्यक्ष डॉ. रजनीश जैन ने भी संदीप के घर पहुंचकर परिवार का ढांढस बंधाया। सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल साबित हो रही है। रोजाना बड़ी घटनाएं हो रही हैं लेकिन सरकार अपराध पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। संदीप लाठर के परिजनों के परिजनों को एक सरकारी नौकरी और बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी सरकार दे। बहनों ने डॉ. रजनीश जैन को बताया कि अब सरकार से उम्मीद है कि जो घोषणाएं की गई हैं, वे जल्द पूरा हों।
भाजपा विधायक दल की बैठक में उठेगा मामला
संदीप के चचेरे भाई भूप सिंह लाठर ने बताया कि मंगलवार को गन्नौर के विधायक देवेंद्र कादयान भी परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे। विधायक ने बताया था कि जल्द भाजपा विधायल दल की बैठक होगी। इसमें पूरे मामला उठेगा। 24 अक्तूबर को एएसआई संदीप की जुलाना में तेरहवीं भी है।