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दिल्ली से पानीपत तक चौड़ीकरण का काम दोबारा शुरू हुआ, फ्लाईओवर के बाद सर्विस रोड बनेगी
अंकित चौहान, सोनीपत
Published by: रोहतक ब्यूरो
Updated Tue, 23 Jun 2020 01:48 PM IST
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प्रतीकात्मक तस्वीर
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पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार नेशनल हाईवे 44 के दिल्ली से पानीपत तक चौड़ीकरण का काम 2 साल बाद दोबारा से शुरू हो गया है। यह चौड़ीकरण अप्रैल 2019 में पूरा होना था, लेकिन कंपनी ने पिछले दो साल से काम बंद किया हुआ था। अमर उजाला लगातार नेशनल हाईवे का निर्माण लटका होने के साथ ही आने वाली समस्याओं को उठाता रहा।
वहीं अमर उजाला के संपादकों संग 8 जून को वेबिनार में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने मामला रखा गया था तो उन्होंने जल्द काम शुरू कराने की बात कही थी। अब एनएचएआई ने कंपनी बदलकर दोबारा से काम शुरू कराया है। जिसमें सबसे पहले फ्लाईओवर बनाने शुरू किए गए हैं, जिससे नेशनल हाईवे पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सके। उसके साथ ही सर्विस रोड पर काम शुरू किया जाएगा और इस तरह लग रहा है कि यह नेशनल हाईवे चौड़ीकरण का काम निर्धारित 15 महीने में पूरा हो सकता है।
दिल्ली के मुकरबा चौक से पानीपत तक नेशनल हाईवे 44 की मुख्य सड़क को छह लेन से आठ लेन बनवाने के साथ ही दोनों ओर दो-दो लेन की सर्विस रोड बनवाने के लिए एनएचएआई ने वर्ष 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी से शिलान्यास कराया था। एनएचएआई के अधिकारियों ने शिलान्यास कराने के बाद एस्सल ग्रुप की मेसर्स मुकरबा चौक पानीपत टोल रोड लिमिटेड कंपनी को निर्माण का जिम्मा सौंप था। कंपनी को बिल्ड आपरेशन एंड ट्रांसफर मोड (बीओटी) के आधार पर 2178.72 करोड़ रुपये खर्च करने थे, जिससे निर्माण अवधि से लेकर 17 साल तक कंपनी को टोल वसूलना था।
इसके निर्माण को अप्रैल 2019 तक पूरा करना था। लेकिन इसका काम अभी तक लगभग 30 प्रतिशत हो सका है, जबकि नेशनल हाईवे की सड़क के किनारे व बीच में काफी गहरे गड्ढे खुदाई करके छोड़ दिए गए। जिससे वहां आए दिन जाम लगता है तो दुर्घटनाएं भी काफी होती हैं। इस तरह निर्माण नहीं कर पाने के कारण पहली कंपनी को बदल दिया गया है और उसकी जगह मुंबई की वेलस्न कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी गई। कंपनी ने पहले पेंच वर्क किया था तो अब दो साल बाद नेशनल हाईवे पर दोबारा से निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
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वहीं अमर उजाला के संपादकों संग 8 जून को वेबिनार में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने मामला रखा गया था तो उन्होंने जल्द काम शुरू कराने की बात कही थी। अब एनएचएआई ने कंपनी बदलकर दोबारा से काम शुरू कराया है। जिसमें सबसे पहले फ्लाईओवर बनाने शुरू किए गए हैं, जिससे नेशनल हाईवे पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिल सके। उसके साथ ही सर्विस रोड पर काम शुरू किया जाएगा और इस तरह लग रहा है कि यह नेशनल हाईवे चौड़ीकरण का काम निर्धारित 15 महीने में पूरा हो सकता है।
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दिल्ली के मुकरबा चौक से पानीपत तक नेशनल हाईवे 44 की मुख्य सड़क को छह लेन से आठ लेन बनवाने के साथ ही दोनों ओर दो-दो लेन की सर्विस रोड बनवाने के लिए एनएचएआई ने वर्ष 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी से शिलान्यास कराया था। एनएचएआई के अधिकारियों ने शिलान्यास कराने के बाद एस्सल ग्रुप की मेसर्स मुकरबा चौक पानीपत टोल रोड लिमिटेड कंपनी को निर्माण का जिम्मा सौंप था। कंपनी को बिल्ड आपरेशन एंड ट्रांसफर मोड (बीओटी) के आधार पर 2178.72 करोड़ रुपये खर्च करने थे, जिससे निर्माण अवधि से लेकर 17 साल तक कंपनी को टोल वसूलना था।
इसके निर्माण को अप्रैल 2019 तक पूरा करना था। लेकिन इसका काम अभी तक लगभग 30 प्रतिशत हो सका है, जबकि नेशनल हाईवे की सड़क के किनारे व बीच में काफी गहरे गड्ढे खुदाई करके छोड़ दिए गए। जिससे वहां आए दिन जाम लगता है तो दुर्घटनाएं भी काफी होती हैं। इस तरह निर्माण नहीं कर पाने के कारण पहली कंपनी को बदल दिया गया है और उसकी जगह मुंबई की वेलस्न कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी गई। कंपनी ने पहले पेंच वर्क किया था तो अब दो साल बाद नेशनल हाईवे पर दोबारा से निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
पहले फ्लाईओवर पर शुरू हुआ काम, फिर सर्विस रोड बनाई जाएगी
एनएचएआई के टेक्निकल मैनेजर आनंद दहिया ने बताया कि इस समय हाईवे पर सबसे ज्यादा जाम की समस्या से परेशानी हो रही है। इस कारण ही पहले फ्लाईओवर पर काम शुरू कराया गया है, जिससे फ्लाईओवर बनाए जा सके। इससे जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। उसके साथ ही सर्विस रोड का काम भी शुरू किया जाएगा, जिससे उनको भी जल्द से जल्द बनाया जा सके। उससे हाईवे के किनारे के गांवों के लोगों की समस्या दूर हो जाएगी और उससे दुर्घटनाएं खत्म हो जाएगी। उनके अनुसार इस तरह से प्लानिंग के साथ काम किया जा रहा है।
अमर उजाला ने बनाया मुद्दा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने वेबिनार में रखा
नेशनल हाईवे 44 का चौड़ीकरण लटका होने से लगातार जाम की समस्या बनी रहती है तो दुर्घटनाएं भी काफी होती हैं, जबकि इस नेशनल हाईवे से कई प्रदेशों के लगभग 1.20 लाख वाहन गुजरते हैं। इसपर चलने वाले वाहन चालकों की समस्या को देखते हुए अमर उजाला ने इसे मुद्दा बनाया। इसके साथ ही 8 जून 2020 को अमर उजाला के संपादकों के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का वेबिनार हुआ तो उसमें इस समस्या को प्रमुखता से रखा गया। जिससे खुद केंद्रीय मंत्री ने इस समस्या को स्वीकार करते हुए जल्द ही काम शुरू कराने की बात कही थी। जिसके 15 दिन बाद ही काम शुरू हो गया है।
अमर उजाला ने बनाया मुद्दा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने वेबिनार में रखा
नेशनल हाईवे 44 का चौड़ीकरण लटका होने से लगातार जाम की समस्या बनी रहती है तो दुर्घटनाएं भी काफी होती हैं, जबकि इस नेशनल हाईवे से कई प्रदेशों के लगभग 1.20 लाख वाहन गुजरते हैं। इसपर चलने वाले वाहन चालकों की समस्या को देखते हुए अमर उजाला ने इसे मुद्दा बनाया। इसके साथ ही 8 जून 2020 को अमर उजाला के संपादकों के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का वेबिनार हुआ तो उसमें इस समस्या को प्रमुखता से रखा गया। जिससे खुद केंद्रीय मंत्री ने इस समस्या को स्वीकार करते हुए जल्द ही काम शुरू कराने की बात कही थी। जिसके 15 दिन बाद ही काम शुरू हो गया है।