BSF: मिजोरम के 100 छात्र बोले- थैंक्यू बीएसएफ, सीमा सुरक्षा बल ने दिया भारत की समृद्ध विरासत की समझने का मौका
बीएसएफ के निजामुद्दीन, दिल्ली स्थित परिसर में 'भारत दर्शन यात्रा 2025', जिसमें मिजोरम के 100 छात्रों सहित 8 शिक्षक शामिल थे। इस यात्रा आयोजन भारत सरकार, गृह मंत्रालय के तत्वावधान में सीमा सुरक्षा बल द्वारा सीमावर्ती राज्य मिज़ोरम के छात्रों में राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक जागरूकता और भारत की समृद्ध विरासत की समझ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था।

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सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के निजामुद्दीन, दिल्ली स्थित परिसर में 'भारत दर्शन यात्रा 2025', जिसमें मिजोरम के 100 छात्रों सहित 8 शिक्षक शामिल थे, की सफल एवं समृद्ध 'भारत दर्शन यात्रा-2025' का समापन समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मिजोरम के दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों ने बीएसएफ को 'थैंक्यू' बोला। वजह, बीएसएफ ने इन छात्रों को भारत की समृद्ध विरासत की समझने का मौका दिया। कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बतौर मुख्य अतिथि युवा प्रतिभागियों और उनके साथ आए शिक्षकों से सार्थक संवाद स्थापित किया। छात्रों ने भी बिना किसी हिचक के बीएसएफ द्वारा प्रायोजित इस यात्रा के संस्मरणों और सुखद अनुभवों को दिल से साझा किया।

4 से 7 सितम्बर 2025 तक की इस यात्रा आयोजन भारत सरकार, गृह मंत्रालय के तत्वावधान में सीमा सुरक्षा बल द्वारा सीमावर्ती राज्य मिज़ोरम के छात्रों में राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक जागरूकता और भारत की समृद्ध विरासत की समझ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था। यात्रा 3 सितंबर को मिज़ोरम से शुरू हुई थी, जिसे राज्यपाल जन. विजय कुमार सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम (सेवानिवृत्त) ने आइज़ोल स्थित राजभवन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। नित्यानंद राय ने मिजोरम के युवाओं के लिए ऐसी यात्रा की प्रभावशाली पहल के लिए सीमा सुरक्षा बल के प्रयत्नों की सराहना की।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसे कार्यक्रम देशभर में एकता और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। छात्रों के उत्साह की प्रशंसा करते हुए मंत्री ने आशा व्यक्त की कि भारत दर्शन का अनुभव उन्हें भारत की विविधताओं से भरी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का दूत बनने के लिए भी उत्प्रेरित करेगा। छात्रों ने भी यात्रा के संस्मरणों और सुखद अनुभवों को दिल से साझा करते हुए इस अनोखे और दुर्लभ अवसर को उपलब्ध करवाने के लिए भारत सरकार और गृह मंत्रालय सहित सीमा सुरक्षा बल का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान युवा प्रतिभागियों की अनुपम सांस्कृतिक प्रतिभा के प्रदर्शन ने समापन सत्र को और भी जीवंत बना दिया। अपने पूरे दौरे के दौरान, छात्रों ने भारत के प्रतिष्ठित स्थलों का दौरा किया, जिनमें इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, पुलिस स्मारक, रेल संग्रहालय, वायु सेना संग्रहालय, कुतुब मीनार, राजघाट, लाल किला, नेहरू तारामंडल और प्रधानमंत्री संग्रहालय शामिल हैं। छात्रों ने इस दौरान भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक भव्यता का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। यह पहल सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं को जोड़ने, उन्हें देश की समृद्ध विरासत, विकासात्मक प्रगति और शासन के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करने और उनमें गौरव और राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
कार्यक्रम के दौरान, सीमा सुरक्षा बल महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी की उपस्थिति में, आयोजकों द्वारा सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया गया। आयोजकों ने सीमा सुरक्षा बल द्वारा अत्यंत ही लगन और जिम्मेदारी से इस दौरे के आयोजन को किए जाने की बात पर प्रकाश डाला। सीमा सुरक्षा के अथक प्रयासों से दूर-दराज के ये छात्र भारत के ऐतिहासिक स्मारकों और सांस्कृतिक स्थलों को देख कर उसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हो सके हैं।