Kundli Border Murder: भाजपा ने राकेश टिकैत को घेरा, कहा-लखीमपुर में 'मॉब लिंचिंग' को सही न ठहराते तो...
अमित मालवीय ने कहा है कि किसानों के नाम पर चल रहे प्रदर्शनों में अराजकता फैलाई जा रही है। इसे बेनकाब करने की जरूरत है।
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भाजपा के आइटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कुंडली बॉर्डर पर हुई युवक की हत्या के बाद किसान नेता राकेश टिकैत पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर योगेंद्र यादव के बगल में बठैकर राकेश टिकैत लखीमपुर में हुई मॉब लिंचिंग को सही न ठहराते तो आज कुंडली बॉर्डर पर युवक की इस तरह से हत्या न होती। उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर इन विरोध प्रदर्शनों के पीछे फैलाई जा रही अराजकता को बेनकाब करने की जरूरत है।
Had Rakesh Tikait not justified mob lynching in Lakhimpur, with Yogendra Yadav, sitting next to him, maintaining sanctimonious silence, the gory murder of a youth at Kundali border would not have happened. Anarchists behind these protests in the name of famers need to be exposed. https://t.co/YkchLIQxgY
विज्ञापन— Amit Malviya (@amitmalviya) October 15, 2021विज्ञापन
लखीमपुर हिंसा पर बोले थे- 'क्रिया की प्रतिक्रिया'
लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के बाद आक्रोशित भीड़ ने भाजपा कार्यकर्ताओं को पीट-पीट कर मार डाला था। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता किसानों का विरोध करने लगे थे। कई जगह यह भी मांग उठने लगी कि लोगों की पहचान कर उनपर भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि वह इसे मॉब लिंचिंग नहीं मानते यह सिर्फ क्रिया की प्रतिक्रिया है।
युवक की हुई थी हत्या
अमित मालवीय का यह बयान तब सामने आया है जब शुक्रवार सुबह कुंडली बॉर्डर पर युवक की हत्या कर दी गई। युवक का शव बैरिकेड्स से लटका मिला था और उसका एक हाथ कटा हुआ था। पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान लखबीर सिंह पुत्र हरनाम सिंह के रूप में की गई है। वह तरन तारन जिले के गांव चीमा खुर्द का रहने वाला था। इस घटना की एक वीडियो भी वायरल हुई है, जिसमें कुछ निहंगों को युवक के शव के पास खड़े देखा जा रहा है। निहंग कह रहे हैं कि युवक को गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की सजा दी गई है। पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।