{"_id":"68f9fc3becd9e8916d059709","slug":"dgca-move-to-empanel-private-aeromedical-evaluation-centres-will-streamline-pilot-medicals-says-alpa-india-2025-10-23","type":"story","status":"publish","title_hn":"DGCA: डीजीसीए ने निजी एयरोमेडिकल केंद्रों को सूचीबद्ध किया, पायलटों की मेडिकल जांच में होगी आसानी","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
DGCA: डीजीसीए ने निजी एयरोमेडिकल केंद्रों को सूचीबद्ध किया, पायलटों की मेडिकल जांच में होगी आसानी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नितिन गौतम
Updated Thu, 23 Oct 2025 03:28 PM IST
विज्ञापन
सार
संगठन ने कहा कि यह कदम सैन्य और नागरिक चिकित्सा मूल्यांकन ढांचों को अलग करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भारत को वैश्विक विमानन प्रथाओं के अनुरूप बनाएगा।

डीजीसीए
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
विमानन नियामक संस्था डीजीसीए ने पायलटों की मेडिकल जांच के लिए निजी एयरोमेडिकल मूल्यांकन केंद्रों को भी सूचीबद्ध करने का फैसला किया है। डीजीसीए के इस कदम पर एयरलाइंस पायलटों के संगठन एएलपीए इंडिया ने खुशी जाहिर की है और एक बयान में कहा है कि इससे भारतीय वायु सेना के केंद्रों पर होने वाली पायलटों की रूटीन जांच का अंत होगा।
पायलटों की एसोसिएशन ने जताई खुशी
पायलटों के समूह एएलपीए इंडिया ने कहा है कि इस कदम से पायलटों की मेडिकल जांच सुचारू होगी, साथ ही उच्च दक्षता सुनिश्चित होगी और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का भी बेहतर तरीके से पालन हो सकेगा। एएलपीए इंडिया द्वारा लंबे समय से निजी एयरोमेडिकल मूल्यांकन केंद्रों की मांग की जा रही थी। संगठन ने कहा कि यह कदम सैन्य और नागरिक चिकित्सा मूल्यांकन ढांचों को अलग करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भारत को वैश्विक विमानन प्रथाओं के अनुरूप बनाएगा। एसोसिएशन ने वायु सेना के चिकित्सा मूल्यांकन केंद्रों पर रसद संबंधी असुविधा, गुणवत्तापूर्ण जांच की कमी और अपारदर्शी प्रक्रियाओं को लेकर चिंता जताई थी।
ये भी पढ़ें- Bombay High Court: 'वयस्क है, फैसले खुद ले सकती हैं', कोर्ट ने गर्भवती महिला को परिवार से सुरक्षा का आदेश दिया
पायलटों के एसोसिएशन ने बताया कि पहले हर पांचवें मेडिकल परीक्षण को भारतीय वायुसेना केंद्रों पर करवाने की अनिवार्यता के कारण अक्सर उन पायलटों को अनुचित रूप से उड़ान भरने से रोक दिया जाता था जबकि वे उड़ान भरने के लिए फिट होते थे। एएलपीए इंडिया, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयर लाइन पायलट्स एसोसिएशन (आईएफएएलपीए) में भारतीय पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है।
क्या होते हैं एयरोमेडिकल केंद्र
एयरोमेडिकल मूल्यांकन केंद्र (AEMC) ऐसे केंद्र होते हैं जो विमानन से जुड़े लोगों, जैसे कि पायलटों, हवाई यातायात नियंत्रकों और केबिन क्रू की सेहत की जांच और मूल्यांकन करते हैं। इस जांच से सुनिश्चित किया जाता है कि पायलट और अन्य कर्मचारी अपनी ड्यूटी करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट हैं। इन केंद्रों को एयरो-मेडिकल प्रमाणपत्र जारी करने के लिए प्रमाणित किया जाता है। ये प्रमाणपत्र उड्डयन क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए जरूरी होता है।

Trending Videos
पायलटों की एसोसिएशन ने जताई खुशी
पायलटों के समूह एएलपीए इंडिया ने कहा है कि इस कदम से पायलटों की मेडिकल जांच सुचारू होगी, साथ ही उच्च दक्षता सुनिश्चित होगी और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का भी बेहतर तरीके से पालन हो सकेगा। एएलपीए इंडिया द्वारा लंबे समय से निजी एयरोमेडिकल मूल्यांकन केंद्रों की मांग की जा रही थी। संगठन ने कहा कि यह कदम सैन्य और नागरिक चिकित्सा मूल्यांकन ढांचों को अलग करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भारत को वैश्विक विमानन प्रथाओं के अनुरूप बनाएगा। एसोसिएशन ने वायु सेना के चिकित्सा मूल्यांकन केंद्रों पर रसद संबंधी असुविधा, गुणवत्तापूर्ण जांच की कमी और अपारदर्शी प्रक्रियाओं को लेकर चिंता जताई थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें- Bombay High Court: 'वयस्क है, फैसले खुद ले सकती हैं', कोर्ट ने गर्भवती महिला को परिवार से सुरक्षा का आदेश दिया
पायलटों के एसोसिएशन ने बताया कि पहले हर पांचवें मेडिकल परीक्षण को भारतीय वायुसेना केंद्रों पर करवाने की अनिवार्यता के कारण अक्सर उन पायलटों को अनुचित रूप से उड़ान भरने से रोक दिया जाता था जबकि वे उड़ान भरने के लिए फिट होते थे। एएलपीए इंडिया, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयर लाइन पायलट्स एसोसिएशन (आईएफएएलपीए) में भारतीय पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है।
क्या होते हैं एयरोमेडिकल केंद्र
एयरोमेडिकल मूल्यांकन केंद्र (AEMC) ऐसे केंद्र होते हैं जो विमानन से जुड़े लोगों, जैसे कि पायलटों, हवाई यातायात नियंत्रकों और केबिन क्रू की सेहत की जांच और मूल्यांकन करते हैं। इस जांच से सुनिश्चित किया जाता है कि पायलट और अन्य कर्मचारी अपनी ड्यूटी करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट हैं। इन केंद्रों को एयरो-मेडिकल प्रमाणपत्र जारी करने के लिए प्रमाणित किया जाता है। ये प्रमाणपत्र उड्डयन क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए जरूरी होता है।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन