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GTRI: ट्रंप के टैरिफ के बाद गहराया व्यापार संकट! चार महीनों में अमेरिका को भारतीय निर्यात में भारी गिरावट
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: लव गौर
Updated Thu, 16 Oct 2025 09:56 AM IST
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सार
GTRI Report: ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप की ओर से 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले के बाद व्यापार संकट गहरा गया है। अमेरिका को भारतीय निर्यात में 37.5 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है।

अमेरिका को भारतीय निर्यात में 37.5% की गिरावट (प्रतीकात्मक)
- फोटो : एडॉब स्टॉक
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विस्तार
अमेरिका की ओर से भारत पर 50 फीसदी टैरिफ के बाद व्यापार संकट गहराया हुआ है। ऐसे में पिछले चार महीनों में भारतीय निर्यात में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिसका खुलासा एक रिपोर्ट में किया गया है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद पिछले चार महीनों में भारत से अमेरिका को निर्यात में 37.5 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
चार महीनों में 37.5 फीसदी गिरावट
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका को निर्यात चार महीनों में 37.5 प्रतिशत गिरकर मई 2025 में 8.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से सितंबर 2025 में 5.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया, जो इस वर्ष की सबसे तीव्र और निरंतर गिरावट है। जीटीआरआई ने कहा, "वाशिंगटन के 50 प्रतिशत टैरिफ के कारण चार महीनों में अमेरिका को भारतीय निर्यात में 37.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।" बता दें कि सितंबर पहला पूरा महीना था, जिसमें भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया।
आंकड़ों के अनुसार अकेले सितंबर में अमेरिका को निर्यात 20.3 प्रतिशत गिरकर 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया, जो अगस्त में 6.87 अरब अमेरिकी डॉलर था। यह 2025 में दर्ज की गई सबसे बड़ी मासिक और लगातार चौथी गिरावट थी। यह गिरावट मई 2025 में शुरू हुई, जो टैरिफ लागू होने से पहले वृद्धि का आखिरी महीना था। तब निर्यात 4.8 प्रतिशत बढ़कर 8.8 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया था।
अमेरिकी टैरिफ का गंभीर असर
हालांकि, जून के बाद से निर्यात लगातार 5.7 प्रतिशत घटकर जून में 8.3 अरब अमेरिकी डॉलर, जुलाई में 3.6 प्रतिशत घटकर 8.0 अरब अमेरिकी डॉलर और अगस्त में 13.8 प्रतिशत घटकर 6.9 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया, सितंबर में और भी गिर गया। जीटीआरआई ने यह भी बताया कि मई और सितंबर के बीच, अमेरिका को भारत के निर्यात में मासिक मूल्य में 3.3 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की गिरावट आई, जिससे द्विपक्षीय व्यापार पर वाशिंगटन के टैरिफ निर्णय के गंभीर प्रभाव का पता चलता है।
सबसे ज्यादा प्रभावित निर्यात बाजार
टैरिफ में वृद्धि के बाद से अमेरिका अब भारत का सबसे अधिक प्रभावित निर्यात बाजार बनकर उभरा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कपड़ा, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान और रसायन जैसे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन उद्योगों से निर्यात में गिरावट ने पूरे गिरावट में अहम रोल अदा किया है, जिससे भारत के अपने सबसे बड़े बाजार में विनिर्माण और निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता पर मध्यम अवधि के प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
जीटीआरआई रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि पिछले चार महीनों में संयुक्त राज्य अमेरिका को भारतीय निर्यात में भारी गिरावट सीधे तौर पर 50 प्रतिशत टैरिफ व्यवस्था के प्रभाव को दर्शाती है और भारत के व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए नीति समीक्षा की आवश्यकता का संकेत देती है।

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चार महीनों में 37.5 फीसदी गिरावट
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका को निर्यात चार महीनों में 37.5 प्रतिशत गिरकर मई 2025 में 8.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से सितंबर 2025 में 5.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया, जो इस वर्ष की सबसे तीव्र और निरंतर गिरावट है। जीटीआरआई ने कहा, "वाशिंगटन के 50 प्रतिशत टैरिफ के कारण चार महीनों में अमेरिका को भारतीय निर्यात में 37.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।" बता दें कि सितंबर पहला पूरा महीना था, जिसमें भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया।
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आंकड़ों के अनुसार अकेले सितंबर में अमेरिका को निर्यात 20.3 प्रतिशत गिरकर 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया, जो अगस्त में 6.87 अरब अमेरिकी डॉलर था। यह 2025 में दर्ज की गई सबसे बड़ी मासिक और लगातार चौथी गिरावट थी। यह गिरावट मई 2025 में शुरू हुई, जो टैरिफ लागू होने से पहले वृद्धि का आखिरी महीना था। तब निर्यात 4.8 प्रतिशत बढ़कर 8.8 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया था।
अमेरिकी टैरिफ का गंभीर असर
हालांकि, जून के बाद से निर्यात लगातार 5.7 प्रतिशत घटकर जून में 8.3 अरब अमेरिकी डॉलर, जुलाई में 3.6 प्रतिशत घटकर 8.0 अरब अमेरिकी डॉलर और अगस्त में 13.8 प्रतिशत घटकर 6.9 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया, सितंबर में और भी गिर गया। जीटीआरआई ने यह भी बताया कि मई और सितंबर के बीच, अमेरिका को भारत के निर्यात में मासिक मूल्य में 3.3 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की गिरावट आई, जिससे द्विपक्षीय व्यापार पर वाशिंगटन के टैरिफ निर्णय के गंभीर प्रभाव का पता चलता है।
सबसे ज्यादा प्रभावित निर्यात बाजार
टैरिफ में वृद्धि के बाद से अमेरिका अब भारत का सबसे अधिक प्रभावित निर्यात बाजार बनकर उभरा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कपड़ा, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान और रसायन जैसे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन उद्योगों से निर्यात में गिरावट ने पूरे गिरावट में अहम रोल अदा किया है, जिससे भारत के अपने सबसे बड़े बाजार में विनिर्माण और निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता पर मध्यम अवधि के प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
जीटीआरआई रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि पिछले चार महीनों में संयुक्त राज्य अमेरिका को भारतीय निर्यात में भारी गिरावट सीधे तौर पर 50 प्रतिशत टैरिफ व्यवस्था के प्रभाव को दर्शाती है और भारत के व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए नीति समीक्षा की आवश्यकता का संकेत देती है।