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Railways: भारत-अमेरिका तनाव के बीच चीनी बॉर्डर क्यों पर शुरू हो रहा यह रेलवे प्रोजेक्ट? जानें कितनी है लागत

डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिषेक दीक्षित Updated Tue, 16 Sep 2025 03:07 PM IST
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सार

सरकार ने ऐसे वक्त में यह निर्णय लिया है, जब भारत और चीन के संबंधों में थोड़ी नरमी नजर आ रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ की बैठक में मुलाकात भी की थी।

Indian Railways: Why this railway project starting on Chinese border amid India-US tension Know its cost
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
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भारतीय रेलवे लगातार देश के सभी राज्यों को रेल नेटवर्क को जोड़ने का काम कर रहा हैं। इसी कड़ी में भारत चीन की सीमा के पास नई रेलवे लाइन बिछाने की योजना भी तैयार कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के पीछे रेलवे का मकसद महत्वपूर्ण इलाकों में कनेक्टिविटी को बढ़ाना, माल ढुलाई-सप्लाई व्यवस्था में तेजी और सैन्य तैयारियों को मजबूत करना है। इस परियोजना में करीब 30 हजार करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। इस रेलवे को प्रोजेक्ट को चार से पांच में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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सरकार ने ऐसे वक्त में यह निर्णय लिया है, जब भारत और चीन के संबंधों में थोड़ी नरमी नजर आ रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ की बैठक में मुलाकात भी की थी। दरअसल, दोनों देशों के संबंध दशकों से उतार चढ़ाव वाले रहे है। कभी दोनों के बीच अच्छी मित्रता रही तो कभी दोनों के बीच टकराव भी नजर आया। लेकिन वर्तमान परिस्थिति में भारत और अमेरिका के संबंधों में खिंचाव नजर आया है। इसके बाद से ही भारत और चीन के बीच दूरी कम होने के संकेत मिले है। इसी के बाद भारत ने अपने इस रेलवे प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करना शुरू किया है। ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक अवसर भी तेजी से बढ़ सके।
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सूत्रों का कहना है कि, भारत अपने उत्तर पूर्वी सीमा क्षेत्र को मजबूत करने की योजना बना रहा है। इसके लिए बड़े पैमाने पर रेल नेटवर्क विकसित किया जाएगा,ताकि वहां पहुंच आसानी से हो सके। सप्लाई और ढुलाई क्षमता बढ़े और चीन के साथ अनिश्चित संबंधों के बीच भी सैन्य तैयारी भी बने रहे।

इस रेलवे प्रोजेक्ट के तहत 500 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का निर्माण शामिल है। इसमें पुल और सुरंग शामिल है। इसके जरिए भारत चीन, बांग्लादेश, म्यांमार और भूटान से सटे दूर-दराज के इलाकों को भी जोड़ा जाएगा। यह नई रेल परियोजनाएं पिछले एक दशक में बनी सड़क ढांचे को और मजबूत करेंगी। देश ने अब तक लगभग 9,984 किलोमीटर राजमार्ग बनाए हैं, जिन पर 1.07 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा 5,055 किलोमीटर सड़कें अभी निर्माणाधीन हैं। पिछले 10 साल में भारत ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में 1,700 किलोमीटर रेल लाइन भी बनाई है।

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