मेघालय में दोबारा झड़प, फिर लगा कर्फ्यू, 6 जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक जारी


मेघालय में सीएए और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) पर बैठक के दौरान केएसयू कार्यकर्ताओं और गैर आदिवासियों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत के बाद शिलांग शहर के कुछ इलाकों में शनिवार दोपहर को फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शुक्रवार रात को झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था जिसे शनिवार सुबह आठ बजे हटा लिया गया था। उन्होंने बताया कि छह जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध जारी है।
शिलांग के लुमदिएंज्री और सदर पुलिस थाना अंतर्गत इलाकों में दोपहर को फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में सशस्त्र पुलिस बल की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में हालात नियंत्रण में हैं और स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है।
बांग्लादेश की सीमा से सटे ईस्ट खासी हिल्स जिले के इचामति इलाके में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में और आईएलपी के समर्थन में एक बैठक के दौरान खासी स्टूडेंट्स यूनियन (केएसयू) के कार्यकर्ताओं और गैर आदिवासियों के बीच झड़प हो गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि कर्फ्यू खत्म होने के बाद भी शहर में ज्यादातर दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। अधिकारियों ने बताया कि सीएए विरोधी और आईएलपी के समर्थन में हुई बैठक के दौरान खासी स्टूडेंट्स यूनियन के सदस्यों और गैर आदिवासियों के बीच झड़प हो गई। यह बैठक शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश सीमा के समीप स्थित जिले के इचामति इलाके में हुई थी।
उन्होंने बताया कि झड़पों के बाद शिलांग और आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया और राज्य के छह जिलों ईस्ट जयंतिया हिल्स, वेस्ट जयंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री भोई, ईस्ट खासी हिल्स और साऊथ वेस्ट खासी हिल्स में शुक्रवार रात से 48 घंटों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि एसएमएस भेजने की सीमा प्रति दिन पांच एसएमएस तक दी गई है।
मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘मैं मेघालय में सभी नागरिकों आदिवासी या गैर आदिवासियों से शांत रहने की अपील करता हूं। अफवाहें न फैलाएं और उन पर ध्यान न दें। मुख्यमंत्री ने मुझसे बात की है। उन्होंने मुझे आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। अब सबसे बड़ी जरूरत कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना है।
मेघालय के गृहमंत्री एल रिमबुई ने इचामति में घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि सच्चाई का पता लगाने के लिए घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एहतियातन कदम के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई।