News Update: जैव विविधता संरक्षण के लिए करोड़ों रुपये जारी; शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ मामलों की जांच करेगी CBI
राजस्थान के अजमेर जिले में ब्यावर-मसूदा मार्ग पर बृहस्पतिवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में एक दंपती और उनके दो नाबालिग बच्चों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, खींपुरा घाट के पास तेज रफ्तार ट्रेलर ने सामने से आ रहे टेंपो को टक्कर मार दी, जिससे टेंपो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। परिवार महिला के मायके भैया दूज मनाने जा रहा था। मृतकों की पहचान राजू कथा (35), उनकी पत्नी पूनम (33), और बेटियां हीना (13) व अलीशा (11) के रूप में हुई है। दोनों छोटे बेटे गंभीर रूप से घायल हैं। ट्रेलर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
त्रिपुरा में बंद के दौरान हिंसा, 3 अफसरों समेत 10 लोग घायल, कई इलाकों में धारा 163 लागू
त्रिपुरा के धलाई जिले में बृहस्पतिवार को बंद के दौरान हिंसा भड़कने से तीन सरकारी अधिकारियों सहित 10 लोग घायल हो गए। स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन ने कमलपुर उप-डिवीजन में धारा 163 लागू कर दिया है। यह 24 घंटे का बंद ‘त्रिपुरा सिविल सोसाइटी’ ने टिप्रासा समझौते के कार्यान्वयन, अवैध प्रवासियों की पहचान और हर जिले में डिटेंशन कैंप स्थापित करने की मांग को लेकर बुलाया था। शाम को शांतीनगर बाजार में दुकानदारों की ओर से दुकानें खोलने पर बंद समर्थकों ने लाठीचार्ज और पत्थरबाजी की। पुलिस प्रवक्ता राजदीप देब के अनुसार, सलेमा ब्लॉक के बीडीओ अभिजीत मजूमदार, एसडीपीओ समुद्र देबबर्मा और इंजीनियर अनिमेष साहा गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उन्हें अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हिंसा की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता और सरकार इस तरह के बंद का समर्थन नहीं करते। बंद का पहाड़ी क्षेत्रों में व्यापक असर दिखा, जबकि मैदानी इलाकों में स्थिति सामान्य रही। पुलिस ने बताया कि अगरतला-धर्मनगर रेल मार्ग बाधित हुआ, हालांकि अन्य रूटों पर सेवाएं सामान्य रहीं।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) के गेवरा खदान क्षेत्र में विस्थापित लोगों पर CISF द्वारा लाठीचार्ज किए जाने का आरोप लगा है। छत्तीसगढ़ किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रशांत झा ने कहा कि प्रदर्शनकारी रोजगार, पुनर्वास और मुआवजे की मांग को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, तभी CISF ने उन पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई लोग घायल हुए। बाद में घायलों को जबरन पुलिस थाने ले जाया गया, जिसके विरोध में ग्रामीण बड़ी संख्या में दीपका थाने पहुंचे। SECL ने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित खदान क्षेत्र में घुसकर कोयला उत्पादन बाधित कर रहे थे। मामले की जांच जारी है।
तेलंगाना कैबिनेट ने गुरुवार को यह निर्णय लिया कि दो से अधिक बच्चों वाले उम्मीदवारों को स्थानीय निकाय चुनावों में भाग लेने से वंचित करने वाले नियम को हटाने के लिए अध्यादेश जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के बाद राजस्व मंत्री पी. श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि इस विषय पर पिछली कैबिनेट बैठक में चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि चूंकि यह कानून है और विधानसभा सत्र में नहीं है, इसलिए कैबिनेट ने अध्यादेश तैयार करने और राज्यपाल से इसे जारी करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया। 16 अक्तूबर को कैबिनेट ने इस नियम को हटाने के लिए प्राथमिक सहमति भी दी थी।
मुख्यमंत्री माझी ने अनिल अग्रवाल को दिया 'आश्वासन', वेदांता विश्वविद्यालय केवल ओडिशा में ही...
वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री मोहन चरन माझी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि कंपनी का प्रस्तावित विश्वविद्यालय केवल ओडिशा में ही स्थापित किया जाना चाहिए। अग्रवाल ने यह टिप्पणी समूह के ओडिशा में अतिरिक्त 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश पर मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद की। उन्होंने बताया कि बैठक में वेदांता यूनिवर्सिटी परियोजना पर चर्चा हुई और मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय स्थापित करना है, तो वह सिर्फ ओडिशा में होना चाहिए। अग्रवाल ने कहा कि यह उनके लिए एक सपनों जैसी परियोजना है, क्योंकि लगभग 7 लाख भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं और प्रत्येक लगभग 70 लाख से 1 करोड़ रुपये खर्च करता है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि विदेशी छात्र भारत में आएं, और वेदांता समूह द्वारा पुरी में एक गैर-लाभकारी विश्वविद्यालय की स्थापना प्रस्तावित है। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल के कारण परियोजना पर असमंजस है, और समीक्षा याचिका दायर की जाएगी। विश्वविद्यालय का उद्देश्य मेधावी गरीब छात्रों और महिला विद्वानों को प्राथमिकता देना भी है। अग्रवाल ने कहा कि अन्य 12 राज्यों ने प्रस्ताव भेजे, लेकिन उनका सपना इसे ओडिशा के पुरी जिले में स्थापित करने का है।
महिला ने छत्तीसगढ़ के आईपीएस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया; अधिकारी ने बताया ब्लैकमेल का प्रयास
छत्तीसगढ़ के आईपीएस अधिकारी रतन लाल डांगी पर एक महिला ने शारीरिक, मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जबकि डांगी ने महिला पर उन्हें ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। महिला एक सब इंस्पेक्टर की पत्नी हैं। पुलिस के अनुसार, 15 अक्टूबर को महिला की शिकायत प्राप्त हुई जिसमें डांगी के खिलाफ उत्पीड़न का उल्लेख था। इसके जवाब में डांगी ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेल का मामला दर्ज कराया। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय में दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जिसमें आईजीपी डॉ. आनंद छाबड़ा और डीआईजी मिलना कुर्रे शामिल हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक डांगी ने बताया कि महिला ने कई वर्षों से उन्हें ब्लैकमेल किया और उनसे पैसे भी लिए। महिला ने 2017-18 में डांगी से उनके पति के कार्य संबंधी मामले में संपर्क किया था और 2023 में पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज के निदेशक रहते हुए उसने वीडियो दिखाकर उनसे पैसे मांगे। डांगी ने कहा कि महिला ने उन्हें अपनी पत्नी से अलग होने के लिए दबाव बनाया। महिला से कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी।