Ram Mandir: 'बाबरी मस्जिद को मुसलमानों से छीना गया', अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भड़के ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी कर्नाटक के कलाबुर्गी में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के जीबी पंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब रात के अंधेरे में मस्जिद के अंदर मूर्तियां रख दी गई थीं।
विस्तार
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के उद्धाटन की तैयारियां जोरों पर हैं। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम नगरी को सजाया जा रहा है। जहां एक तरफ लोग राम भक्ति में सराबोर हैं। वहीं दूसरी ओर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी लगातार राम मंदिर के निर्माण को लेकर सत्ता और विपक्ष पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भारतीय मुसलमानों से बाबरी मस्जिद को योजनाबद्ध तरीके से छीना गया है।
500 साल तक बाबरी मस्जिद में नमाज अदा की
दरअसल, ओवैसी कर्नाटक के कलाबुर्गी में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'मुसलमानों ने 500 साल तक बाबरी मस्जिद में नमाज अदा की। जब कांग्रेस के जीबी पंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब रात के अंधेरे में मस्जिद के अंदर मूर्तियां रख दी गई थीं। बाद में इन्हें हटाया भी नहीं गया। ये मेरी मस्जिद है और हमेशा रहेगी।'
महात्मा गांधी कभी नहीं बोले
उन्होंने आगे कहा कि नायर उस समय अयोध्या के कलेक्टर थे। उन्होंने मस्जिद बंद कराकर वहां पर पूजा करने लगे। जब विहिप का गठन हुआ था तब राम मंदिर का अस्तित्व नहीं था। महात्मा गांधी ने कभी राम मंदिर के बारे में कुछ नहीं कहा। बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से बाबरी मस्जिद को भारतीय मुसलमानों से छीन लिया गया।
#WATCH | Kalaburagi, Karnataka: On the Ram Mandir Pran Pratishtha, AIMIM Chief Asaduddin Owaisi says, "Muslims offered namaz in Babri Masjid for 500 years. When Congress' GB Pant was the CM of Uttar Pradesh, idols were placed inside the masjid... Nair was the collector of Ayodhya… pic.twitter.com/4sJ8mn25KD
— ANI (@ANI) January 20, 2024
कई सवाल, जबाव एक नहीं
उन्होंने कहा, 'अगर जीबी पंत ने उन मूर्तियों को हटा दिया होता और 1992 में मस्जिद को ध्वस्त नहीं किया गया होता, तो क्या हमें इन चीजों को देखना पड़ता? हमारे कई सवाल हैं, जिनके कोई जवाब नहीं दे रहा है।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, जो भारत गठबंधन में भी हैं, का कहना है कि हम हर मंगलवार को सुंदरकांड पाठ और हनुमान चालीसा का आयोजन करेंगे। इस बारे में कोई कुछ नहीं बोलता क्योंकि वे सभी बहुसंख्यक समुदाय के वोटों को निशाना बनाने में व्यस्त हैं।'