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Ties: पीएम मोदी-मंगोलिया के राष्ट्रपति के बीच वार्ता, कई एमओयू पर हस्ताक्षर, जानें किन मुद्दों पर हुई चर्चा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: लव गौर
Updated Tue, 14 Oct 2025 02:43 PM IST
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सार
India-Mongolia Ties: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना ने भारत और मंगोलिया के बीच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया। इस दौरान संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश बुद्धिज्म के सूत्र में बंधे हैं जिसके कारण हमें स्प्रिचुअल सिबलिंग भी कहा जाता है।

पीएम मोदी और मंगोलिया के राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बैठक
- फोटो : ANI
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विस्तार
मंगोलियाई राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली में हैं। इस दौरान मंगलवार (14 अक्तूबर) हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी और मंगोलिया के राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई, जहां दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मंगोलियाई राष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। 6 वर्ष के बाद मंगोलिया के राष्ट्रपति का भारत आना अपने आप में एक विशेष अवसर है।
नया कैपिसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम होगा शुरू
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, "मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना की भारत यात्रा तब हो रही है, जब भारत और मंगोलिया अपने राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष और सामरिक संबंधों के 10 साल पूरे कर रहा है। हमारा रक्षा और सुरक्षा सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है। मंगोलिया के सीमा सुरक्षा बलों के लिए भारत नए कैपिसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम भी शुरू करेगा।" पीएम मोदी ने कहा कि इस अवसर पर हमने एक संयुक्त पोस्टल स्टैम्प जारी किया है, जो हमारी साझा विरासत, विविधता और गहरे सभ्यतागत संबंधों का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने की फ्री ई-वीजा देने का घोषणा
इस दौरान पीएम मोदी ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमारी सीमाएं भले ही आपस में जुड़ी न हों, लेकिन भारत ने हमेशा मंगोलिया को अपना एक प्रमुख पड़ोसी माना है। हम लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देना जारी रखेंगे। हमने मंगोलिया के नागरिकों को निःशुल्क ई-वीजा देने का निर्णय लिया है।
भारत- मंगोलिया स्प्रिचुअल सिबलिंग-पीएम मोदी
संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी में कहा, "दोनों देश मुक्त, खुला, समावेशी और नियम आधारित इंडो-पैसिफिक का समर्थन करते हैं। ग्लोबल साउथ की आवाज को सशक्त करने के लिए भी हम मिलकर काम करते हैं। मंगोलिया और भारत के बीच आत्मीय और आध्यात्मिक बंधन है। सदियों से दोनों देश बुद्धिज्म के सूत्र में बंधे हैं, जिसके कारण हमें स्प्रिचुअल सिबलिंग भी कहा जाता है।"
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ऐतिहासिक संबंधों को नई मजबूती देने के लिए हमने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अगले वर्ष, भगवान गौतम बुद्ध के दो महान शिष्यों, सारिपुत्र और मौद्गल्यायन के अवशेष भारत से मंगोलिया भेजे जाएंगे।
संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, "लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद और मंगोलिया के अरखांगई प्रांत के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन हमारे सांस्कृतिक संबंधों में नई ऊर्जा का संचार करेंगे। हालांकि हमारी सीमाएं साझा नहीं हैं, फिर भी भारत ने हमेशा मंगोलिया को एक पड़ोसी के रूप में देखा है और हम लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देते रहेंगे। हमने मंगोलियाई नागरिकों को निःशुल्क ई-वीजा प्रदान करने का निर्णय लिया है। भारत मंगोलिया के युवा सांस्कृतिक राजदूतों की भारत की वार्षिक यात्रा को प्रायोजित करेगा।"
तेल रिफाइनरी परियोजना करेगी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत मंगोलिया के विकास में एक दृढ़ और विश्वसनीय भागीदार रहा है। भारत की 1.7 बिलियन डॉलर की ऋण सहायता से निर्मित की जा रही तेल रिफाइनरी परियोजना मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगी। यह दुनिया में भारत की सबसे बड़ी विकास साझेदारी परियोजना है और 2,500 से अधिक भारतीय इस परियोजना को लागू करने के लिए अपने मंगोलियाई समकक्षों के साथ काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने बताया कि हमने कौशल विकास में भी अपने सहयोग का विस्तार किया है। अटल बिहारी वाजपेयी आईटी उत्कृष्टता केंद्र और भारत-मंगोलिया मैत्री विद्यालय के माध्यम से, मंगोलिया के युवाओं के सपने उड़ान भर रहे हैं। ये सभी परियोजनाएं हमारी गहरी मित्रता की मिसाल हैं। हम आज कई परियोजनाओं की घोषणा कर रहे हैं जो इससे आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
अमृतसर और नई दिल्ली के लिए चार्टर उड़ान की तैयारी
वहीं प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त वक्तव्य के दौरान मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना ने कहा, "एक मंगोलियाई एयर कैरियर इस वर्ष के अंत में अमृतसर और नई दिल्ली के लिए चार्टर उड़ानें संचालित करने की तैयारी कर रहा है, जो पर्यटन और व्यापार क्षेत्रों सहित हमारे द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान देगा।"

नया कैपिसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम होगा शुरू
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, "मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना की भारत यात्रा तब हो रही है, जब भारत और मंगोलिया अपने राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष और सामरिक संबंधों के 10 साल पूरे कर रहा है। हमारा रक्षा और सुरक्षा सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है। मंगोलिया के सीमा सुरक्षा बलों के लिए भारत नए कैपिसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम भी शुरू करेगा।" पीएम मोदी ने कहा कि इस अवसर पर हमने एक संयुक्त पोस्टल स्टैम्प जारी किया है, जो हमारी साझा विरासत, विविधता और गहरे सभ्यतागत संबंधों का प्रतीक है।
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पीएम मोदी ने की फ्री ई-वीजा देने का घोषणा
इस दौरान पीएम मोदी ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमारी सीमाएं भले ही आपस में जुड़ी न हों, लेकिन भारत ने हमेशा मंगोलिया को अपना एक प्रमुख पड़ोसी माना है। हम लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देना जारी रखेंगे। हमने मंगोलिया के नागरिकों को निःशुल्क ई-वीजा देने का निर्णय लिया है।
भारत- मंगोलिया स्प्रिचुअल सिबलिंग-पीएम मोदी
संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी में कहा, "दोनों देश मुक्त, खुला, समावेशी और नियम आधारित इंडो-पैसिफिक का समर्थन करते हैं। ग्लोबल साउथ की आवाज को सशक्त करने के लिए भी हम मिलकर काम करते हैं। मंगोलिया और भारत के बीच आत्मीय और आध्यात्मिक बंधन है। सदियों से दोनों देश बुद्धिज्म के सूत्र में बंधे हैं, जिसके कारण हमें स्प्रिचुअल सिबलिंग भी कहा जाता है।"
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ऐतिहासिक संबंधों को नई मजबूती देने के लिए हमने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अगले वर्ष, भगवान गौतम बुद्ध के दो महान शिष्यों, सारिपुत्र और मौद्गल्यायन के अवशेष भारत से मंगोलिया भेजे जाएंगे।
संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, "लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद और मंगोलिया के अरखांगई प्रांत के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन हमारे सांस्कृतिक संबंधों में नई ऊर्जा का संचार करेंगे। हालांकि हमारी सीमाएं साझा नहीं हैं, फिर भी भारत ने हमेशा मंगोलिया को एक पड़ोसी के रूप में देखा है और हम लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देते रहेंगे। हमने मंगोलियाई नागरिकों को निःशुल्क ई-वीजा प्रदान करने का निर्णय लिया है। भारत मंगोलिया के युवा सांस्कृतिक राजदूतों की भारत की वार्षिक यात्रा को प्रायोजित करेगा।"
तेल रिफाइनरी परियोजना करेगी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत मंगोलिया के विकास में एक दृढ़ और विश्वसनीय भागीदार रहा है। भारत की 1.7 बिलियन डॉलर की ऋण सहायता से निर्मित की जा रही तेल रिफाइनरी परियोजना मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगी। यह दुनिया में भारत की सबसे बड़ी विकास साझेदारी परियोजना है और 2,500 से अधिक भारतीय इस परियोजना को लागू करने के लिए अपने मंगोलियाई समकक्षों के साथ काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने बताया कि हमने कौशल विकास में भी अपने सहयोग का विस्तार किया है। अटल बिहारी वाजपेयी आईटी उत्कृष्टता केंद्र और भारत-मंगोलिया मैत्री विद्यालय के माध्यम से, मंगोलिया के युवाओं के सपने उड़ान भर रहे हैं। ये सभी परियोजनाएं हमारी गहरी मित्रता की मिसाल हैं। हम आज कई परियोजनाओं की घोषणा कर रहे हैं जो इससे आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
अमृतसर और नई दिल्ली के लिए चार्टर उड़ान की तैयारी
वहीं प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त वक्तव्य के दौरान मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना ने कहा, "एक मंगोलियाई एयर कैरियर इस वर्ष के अंत में अमृतसर और नई दिल्ली के लिए चार्टर उड़ानें संचालित करने की तैयारी कर रहा है, जो पर्यटन और व्यापार क्षेत्रों सहित हमारे द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान देगा।"