Guru Nanak Dev Jayanti: पूर्व संध्या पर समारोह का आयोजन, पीएम मोदी बोले- गुरुओं के आशीर्वाद से बढ़ रहे हैं आगे
कल गुरुनानक देव की 553वीं जयंती है। इसकी पूर्व संध्या पर पीएम मोदी ने समारोह में हिस्सा लिया। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पंजाब और उनके राज्य के लोगों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई थी।

विस्तार
गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के आवास पर श्री गुरु नानक देव जी की 553 वीं जयंती समारोह में भाग लिया। समारोह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के आवास पर हुआ। पीएम मोदी ने इस अवसर शीश नवाकर प्रार्थना भी की। प्रधानमंत्री अक्सर सिख गुरुओं से संबंधित कार्यक्रमों में शामिल होते हैं और गुरुद्वारों का भी दौरा करते हैं।ॉ

#WATCH | On the eve of Guru Nanak Jayanti, Prime Minister Narendra Modi participates in the 553rd Birth Anniversary celebration of Sri Guru Nanak Dev ji at the residence of Iqbal Singh Lalpura, Chairperson of National Commission for Minorities in Delhi
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(Source: DD) pic.twitter.com/uBPgtyc5Ta — ANI (@ANI) November 7, 2022
देशवासियों को दीपों के पर्व गुरुपर्व की शुभकामनाएं
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं सभी देशवासियों को दीपों के पर्व गुरुपर्व की शुभकामनाएं देता हूं। देश में आज देव दीपावली भी मनाई जा रही है, खासकर काशी में भव्य आयोजन हो रहा है, लाखों दीयों से देवताओं का स्वागत किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान हमें गुरु गोबिंद सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व मनाने का सौभाग्य मिला, हमें गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व को मनाने का सौभाग्य मिला। तीन साल पहले हमने गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश उत्सव भी मनाया था।
देश को अपने गुरुओं का आशीर्वाद और प्रेरणा मिली
इन विशेष अवसरों पर देश को अपने गुरुओं का आशीर्वाद और प्रेरणा मिली है वह नए भारत के निर्माण की उर्जा बढ़ा रही है। इस एक वाक्य में आध्यात्मिक चिंतन भी है भौतिक समृद्धि का सूत्र भी है और सामाजिक समरसता की प्रेरणा भी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुरु नानक देव जी के विचारों से प्रेरित होकर देश 130 करोड़ भारतीयों के कल्याण की भावना से आगे बढ़ रहा है। सदियों पहले गुरुवाणी से देश को जो मार्गदर्शन मिला, वह भी आज हमारे लिए एक परंपरा, एक विश्वास और एक विकसित भारत की दृष्टि है।
हिंदू-सिख परिवारों को वापस लाने के लिए अभियान चलाया
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले अफगानिस्तान में किस तरह हालात बिगड़े थे। वहां हिंदू-सिख परिवारों को वापस लाने के लिए अभियान चलाया था। गुरुग्रंथ साहिब के स्वरूपों को सुरक्षित लेकर आए। 26 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों के महान बलिदान की स्मृति में 'वीर बाल दिवस' मनाने की शुरुआत हुई है।
CAA कानून पर भी किया जिक्र
उन्होंने कहा कि विभाजन में हमारे पंजाब, देश के लोगों ने जो बलिदान दिया, उसकी स्मृति में देश ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की शुरूआत भी की है। विभाजन के शिकार हिंदू-सिख परिवारों के लिए हमने CAA कानून लाकर उन्हें नागरिकाता देने का भी एक मार्ग बनाने का प्रयास किया है।
ममता बनर्जी ने कही यह बात
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पंजाब और उनके राज्य के लोगों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई थी। सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 553वीं जयंती मनाने के लिए यहां शहीद मीनार मैदान में आयोजित एक समारोह में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने यह उल्लेख किया कि पंजाबियों और बंगालियों के बीच गहरा जुड़ाव है। यदि आप अंडमान सेल्युलर जेल जाएंगे और ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाले लोगों की सूची देखेंगे, तो आप यह पाएंगे कि पंजाब और बंगाल के लोगों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई है।
पीएम मोदी कल जी-20 अध्यक्षता के लोगो, थीम का अनावरण करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भारत के जी-20 अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण करेंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि G20 की अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के अहम मुद्दों पर वैश्विक एजेंडा में योगदान करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। इसने कहा कि भारत के जी20 प्रेसीडेंसी का लोगो, थीम और वेबसाइट दुनिया के लिए देश की संदेश और व्यापक प्राथमिकताओं को दर्शाएगी।
भारत 1 दिसंबर को मौजूदा अध्यक्ष इंडोनेशिया से शक्तिशाली समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। जी20 या 20 का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री 8 नवंबर को शाम 4:30 बजे वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत के जी-20 अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण करेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को बाली में होगा और पीएम मोदी का इसमें भाग लेने वाले शीर्ष नेताओं में शामिल होना तय है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से निर्देशित भारत की विदेश नीति वैश्विक मंच पर नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए विकसित हो रही है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में भारत 1 दिसंबर से जी20 अध्यक्षता ग्रहण करेगा। जी-20 अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडा में योगदान करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।