Indigo: इंडिगो संकट के बीच रेलवे पर बढ़ा दबाव! टिकटों की बढ़ी मांग; इन चार शहरों की ट्रेनों में जोड़े नए कोच
इंडिगो की लगातार रद्द हो रहे विमानों ने यात्रियों का संकट बढ़ा दी है। इसी बीच अब यात्री अपने स्थानों पर पहुंचने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल कर रहे है। इसी बीच ट्रेन टिकट की मांग भी बढ़ गई है।
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इंडिगो संकट के बीच यात्रियों ने तेजी से भारतीय रेलवे की तरफ रुख करना शुरू कर दिया है। राजधानी दिल्ली से देश के अन्य बड़े शहरों के लिए चलने वाली ट्रेनों के टिकटों की भारी मांग दर्ज की गई है। 700 से 1000 किलोमीटर तक की दूरी तय करने वाले यात्री फ्लाइट के बजाए ट्रेन को अपना पहला विकल्प बना रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों की भीड़ सामान्य दिनों के मुकाबले कई गुना अधिक दिखाई दे रही है।
दिल्ली से कोलकाता, मुंबई, जयपुर, इंदौर, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, जम्मू और श्रीनगर के लिए चलने वाली ट्रेनों में अचानक यात्री दबाव कई गुना बढ़ गया है। वही, इन रूटों की ओर जाने वाली बसों के किराए भी दस गुना तक बढ़ गए है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि बीते 24 घंटों में यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित उछाल दर्ज किया गया है। स्थिति यह है कि टिकटों की बुकिंग भी बढ़ गई है। इस बीच रेल मंत्रालय और रेलवे प्रशासन इस स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। रेलवे ने यात्रियों से अपील की गई है कि वे पहले से यात्रा की योजना बनाकर टिकट बुक करें और भीड़ वाले समय से बचें।
इंडिगो संकट को देखते हुए रेलवे ने 5 दिसंबर 2025 से चार सबसे व्यस्त और लोकप्रिय प्रीमियम ट्रेनों में स्थायी रूप से अतिरिक्त कोच लगाने की घोषणा की है। इससे दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-डिब्रूगढ़, दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-अमृतसर रूट पर यात्रा करने वालों को तत्काल राहत मिलेगी। रेलवे ने जम्मू तवी राजधानी (12425/26) में एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच लगाया गया है। जबकि डिब्रूगढ़ राजधानी (12423/24) में भी एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच जोड़ा गया है। यह जम्मू राजधानी की लिंक रेक है। चंडीगढ़ शताब्दी (12045/46) में एक अतिरिक्त चेयर कार कोच लगाया गया है। वहीं, अमृतसर शताब्दी (12029/30) में भी एक अतिरिक्त चेयर कार कोच जोड़ा गया है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, ये अतिरिक्त कोच आज से ही संबंधित ट्रेनों में लगने शुरू हो गए हैं और वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को सबसे पहले कंफर्म सीटें दी जा रही हैं। रेलवे सूत्रों का कहना है कि, ओवरनाइट जर्नी वाली ट्रेनें फिलहाल पूरी तरह भरी हुई हैं। जिससे कई यात्री वेटिंग लिस्ट में शामिल हो रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण प्रशासन को अतिरिक्त स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करनी पड़ रही है। लंबी दूरी की यात्रा के लिए भी लोग अब ट्रेन को प्राथमिक विकल्प बना रहे हैं, जिससे तत्काल और ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म पर दबाव बढ़ गया है।