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Parliament Winter Session LIVE: संसद का शीत सत्र शुरू; पीएम मोदी बोले- पराजय की बौखलाहट से निकले विपक्ष
Sansad lok sabha Rajya Sabha LIVE: संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है। शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। 19 दिनों में संसद की 15 बैठकें होनी हैं। यह 18वीं लोकसभा का छठा सत्र है। शीतकालीन सत्र में एटॉमिक एनर्जी समेत 10 नए विधेयक संसद में पेश किए जा सकते हैं। एसआईआर के मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं।
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संसद के शीत सत्र की शुरुआत
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है। कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी गई।कांग्रेस सांसद बोले- शीतकालीन सत्र में वोट का मुद्दा सबसे बड़ा
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा, 'शीतकालीन सत्र में सबसे बड़ा वोट का मुद्दा है, जिस तरीके से वोटों की हेरा फेरी करके सरकार बनाई जाती है, उसपर लगातार चर्चा जारी रहेगी। उसपर चुनाव आयोग जवाबदेह नहीं है, जवाब उन्हें (सरकार) देना हैं लेकिन वो जवाब हमसे मांग रहे हैं, यह दुख की बात है।'#WATCH दिल्ली: #ParliamentWinterSession | कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा, "शीतकालीन सत्र में सबसे बड़ा वोट का मुद्दा है, जिस तरीके से वोटों की हेरा फेरी करके सरकार बनाई जाती है, उसपर लगातार चर्चा जारी रहेगी। उसपर चुनाव आयोग जवाबदेह नहीं है...जवाब उन्हें(सरकार) देना हैं… pic.twitter.com/Tfrz3bhPyJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2025
'नकारात्मकता को मर्यादा में रखकर राष्ट्र निर्माण पर ध्यान दें'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मेरी एक चिंता रही है लंबे समय से सदन में जो पहली बार चुनकर आए हैं, या जो युवा हैं, वैसे सभी दलों के सभी सांसद बहुत परेशान हैं, उन्हें अपने सामर्थ्य का परिचय कराने का अवसर नहीं मिल रहा है और न ही अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बताने का मौका नहीं मिल रहा है। कोई भी दल हो हमें किसी को भी हमारी नई पीढ़ी के नौजवान सांसदों को, उन्हें अवसर देना चाहिए। इसलिए मेरा आग्रह रहेगा कि हम इन चीजों को गंभीरता से लें, ड्रामा करने के लिए बहुत जगह होती है, जिसे करना है करता रहे, यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए। नारे के लिए पूरा देश पड़ा है, जहां हारे वहां बोल चुके और जहां हारने जा रहे हैं, वहां भी बोल लेना। यहां नारे नहीं नीति पर बात होनी चाहिए। हो सकता है कि राजनीति में नकारात्मकता कुछ काम आती होगी लेकिन राष्ट्र निर्माण की सोच भी होनी चाहिए। नकारात्मकता को मर्यादा में रखकर राष्ट्र निर्माण पर ध्यान दें।''हमारे देश के मीडिया के मित्र अगर समीक्षा करेंगे तो उन्हें ध्यान में आएगा कि पिछले कुछ समय से हमारे सदन का या तो चुनाव के वार्मअप के लिए तो कभी चुनाव की बौखलाहट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। ये सारा गुस्सा सदन में निकालते हैं और सदन को राज्य की राजनीति के लिए इस्तेमाल करने की परंपरा को कुछ दलों ने जन्म दिया है। अब उन्हें चिंतन करना चाहिए कि अब वे अपनी रणनीति बदलें, मैं टिप्स देने के लिए तैयार हूं। लेकिन कम से कम सांसदों को अभिव्यक्ति का अवसर दीजिए। अपनी निराशा और पराजय की बलि सांसदों को मत बनाइए। मैं देशवासियों को कहना चाहता हूं कि देश नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है, धन्यवाद।'
पीएम मोदी बोले- पराजय की बौखलाहट का मैदान नहीं बननी चाहिए संसद
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'साथियों शीतकालीन सत्र सिर्फ एक एक प्रथा नहीं हैं, ये राष्ट्र को प्रगति की ओर तेज गति से ले जाने के जो प्रयास चल रहे हैं, उसमें ऊर्जा भरने का काम ये शीतकालीन सत्र करेगा, ये मेरा विश्वास है। भारत में लोकतंत्र को जिया है, लोकतंत्र के उमंग और उत्साह को समय समय पर ऐसे प्रकट किया है कि लोकतंत्र के प्रति विश्वास और मजबूत होता रहता है। बीते दिनों बिहार चुनाव में भी मतदान में जो तेजी आई है, वो लोकतंत्र की ताकत है। माता-बहनों की भागीदारी बढ़ना एक नई आशा और विश्वास पैदा कर रहा है। लोकतंत्र की मजबूती और इसके भीतर अर्थतंत्र की मजबूती को दुनिया बहुत बारीकी से देख रही है। भारत ने सिद्ध कर दिया है डेमोक्रेसी कैन डिलीवर।''जिस गति से आज भारत की आर्थिक स्थिति नई ऊंचाईंयों को प्राप्त कर रही है। विकसित भारत की ओर जाने की दिशा में ये नया विश्वास जगाती है। साथियों ये सत्र संसद देश के लिए क्या सोचती है, क्या करना चाहती है और क्या कर रही है, ये दिखाती है। विपक्ष भी पराजय की निराशा से बाहर निकलकर सार्थक चर्चा करे। दुर्भाग्य से कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो पराजय भी नहीं पचा पाते। लेकिन मेरा सभी दलों से आग्रह है कि शीतकालीन सत्र में पराजय की बौखलाहट को मैदान नहीं बनना चाहिए और ये विजय के अहंकार में भी परिवर्तित नहीं होना चाहिए। बहुत ही जिम्मेदारी के साथ देश की जनता की जो हमसे अपेक्षा है, उसे संभालते हुए आगे के बारे में सोचें। जो है उसे कैसे अच्छा कैसे करें और जो बुरा है, उसके बारे में सटीक टिप्पणी कैसे करें, ये मेहनत का काम है, लेकिन देश के लिए करना चाहिए।'
केंद्रीय मंत्री संसद भवन पहुंचे
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, जेपी नड्डा और जितेंद्र सिंह आज संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले संसद पहुंच गए हैं। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है और 19 दिसंबर, 2025 तक चलेगा।संसद सत्र से पहले कांग्रेस की बैठक
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस पार्टी की बैठक शुरू हो गई है। यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दफ्तर में हो रही है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने संसद के शीतकालीन सत्र पर कहा, 'अगर ये संसद सबकी है तो विपक्ष लगातार पिछले बार हर रोज SIR पर चर्चा की मांग कर रहा था तो चर्चा के लिए ही तो संसद है तो चर्चा करे, हम चर्चा न करे तो क्या हम संसद में बैठने जाते हैं या बैठकर चर्चा करने जाते हैं।'#ParliamentWinterSession | Delhi: INDIA Bloc Floor Leaders' met at the office of Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge, in the Parliament House complex.
— ANI (@ANI) December 1, 2025
Source: AICC https://t.co/jhk5YgcHr3 pic.twitter.com/tYV2SLP9ag
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने संसद के शीतकालीन सत्र पर कहा, "अगर ये संसद सबकी है तो विपक्ष लगातार पिछले बार हर रोज SIR पर चर्चा की मांग कर रहा था.... तो चर्चा के लिए ही तो संसद है तो चर्चा करे, हम चर्चा न करे तो क्या हम संसद में बैठने जाते हैं या बैठकर चर्चा करने… pic.twitter.com/j9BcJqU96E
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2025