BRICS Summit: होटल के बाहर एकत्र हुए लोगों से मिले PM मोदी; अफ्रीकी राष्ट्रपति ने चंद्रयान-3 के लिए दी बधाई
15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। पीएम मोदी ने जोहान्सबर्ग में खुले और बंद पूर्ण सत्र में भाग लिया। यहां पढ़ें ब्रिक्स सम्मलेन से जुड़ा हर अपडेट...
लाइव अपडेट
ब्रिक्स के सदस्य देशों ने जोहानिसबर्ग शिखर सम्मेलन में समूह का विस्तार करने पर सहमति जताई है। यानी अब ब्रिक्स में और देश जुड़ सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री ने मीडिया को इस संबंध में जानकारी दी।
रामफोसा के भाषण में महात्मा गांधी, चंद्रयान से लेकर चीता शामिल
ब्रिक्स बैठक में पीएम मोदी के भाषण पर धन्यवाद देते हुए दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्रपति सीरिल रामफोसा ने महात्मा गांधी के अपने देश से जुड़ाव, चंद्रयान-3 की सफलता और चीता परियोजना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में जो संघर्ष आरंभ किया उसने यहां के लोगों को रंगभेद के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रेरणा दी जिससे रंगभेद को खत्म किया जा सका। उन्होंने भारत को और चीते देने का वादा भी किया।
मोदी-रामफोसा के बीच द्विपक्षीय हितों पर चर्चा
पीएम मोदी और दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा ने ब्रिक्स सम्मेलन के इतर द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के विकास की समीक्षा की और क्षेत्रीय व बहुपक्षीय मुद्दों पर विमर्श किया। साथ ही वैश्विक दक्षिण की आवाज को मजबूती देने के तरीकों के बारे में मिलकर काम करने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग के होटल में एकत्र हुए भारतीय प्रवासी के सदस्यों का अभिवादन किया।
#WATCH | South Africa: Prime Minister Narendra Modi greets members of the Indian diaspora gathered in Johannesburg hotel pic.twitter.com/uiiNEEE6Gn
— ANI (@ANI) August 23, 2023
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के ओपन प्लेनरी सेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी।
#WATCH | PM Narendra Modi's remarks at the open plenary session of the 15th BRICS Summit in Johannesburg, South Africa pic.twitter.com/gspf6SXRB8
— ANI (@ANI) August 23, 2023
जिनपिंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियमों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के आधार पर सभी देशों द्वारा संयुक्त रूप से लिखा और बरकरार रखा जाना चाहिए। यह सबसे मजबूत या सबसे ऊंची आवाज वाले लोगों के हाथ में नहीं होना चाहिए। ब्रिक्स देशों को सच्चा बहुपक्षवाद अपनाना चाहिए, एकजुटता पर कायम रहना चाहिए और विभाजन का विरोध करना चाहिए।
जिनपिंग ने कहा कि मानव इतिहास किसी विशेष सभ्यता या प्रणाली के साथ समाप्त नहीं होगा। ब्रिक्स देशों को समावेशिता की भावना का समर्थन करने और सभ्यताओं के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और सद्भाव की वकालत करने की आवश्यकता है। सभी आधुनिकीकरण पथ, जो प्रत्येक देश स्वयं चुनता है और वैचारिक प्रतिद्वंद्विता, प्रणालीगत टकराव और सभ्यताओं के टकराव का विरोध करता है, हमें उसका सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक, राष्ट्रीय सुरक्षा और अन्य तंत्र पर उच्च प्रतिनिधियों की बैठक का अच्छा उपयोग करने की जरूरत है। हमारे मूल हितों पर एक-दूसरे का समर्थन करने और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर समन्वय बढ़ाने की जरूरत है। हमें गंभीर मुद्दों के राजनीतिक समाधान और तनाव कम करने के लिए अच्छे कार्यालयों की जरूरत है।
जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स पूर्ण सत्र में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीन सतत विकास के लिए औद्योगिक सहयोग पर ब्रिक्स ढांचे को संयुक्त रूप से स्थापित करने के लिए सभी पक्षों के साथ भी काम करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें शांति बनाए रखने के लिए राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग का विस्तार करना चाहिए। शीत युद्ध की मानसिकता अभी भी हमारी दुनिया को परेशान कर रही है और भू-राजनीतिक स्थिति तनावपूर्ण हो रही है। ब्रिक्स देशों को शांतिपूर्ण विकास की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए और ब्रिक्स रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना चाहिए।
जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के ओपन प्लेनरी सेशन में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि ब्रिक्स देश बातचीत, मध्यस्थता और वार्ता के माध्यम से इस संघर्ष को समाप्त करने में समर्थन देना जारी रखेंगे।
चंद्रयान-3 के लिए भारत को बधाई दी
सिरिल रामाफोसा ने कहा कि मैं भारत को बधाई देना चाहता हूं, खासकर जब आप अंतरिक्ष में सहयोग की आवश्यकता के बारे में बोलते हैं, तो कुछ ही घंटों में भारत का अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरेगा। हम आपको बधाई देते हैं। ब्रिक्स परिवार के रूप में यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और हम आपके साथ खुश हैं। हम इस महान उपलब्धि की खुशी में आपके साथ हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लगभग दो दशकों में ब्रिक्स ने एक लंबी और शानदार यात्रा तय की है। इस यात्रा में हमने कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहा कि जोहान्सबर्ग जैसे खूबसूरत शहर में एक बार फिर आना मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए खुशी की बात है। इस शहर का भारतीयों और भारतीय इतिहास से गहरा और पुराना रिश्ता है। यहां से कुछ दूरी पर टॉल्स्टॉय फार्म स्थित है जिसका महात्मा गांधी ने 110 वर्ष पूर्व निर्माण करवाया था। महात्मा गांधी ने भारत, यूरेशिया और अफ्रीका के महान विचारों को जोड़कर हमारी एकता और सद्भाव की मजबूत नींव रखी।
जोहान्सबर्ग में पीएम मोदी ने कहा कि हम दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में वैश्विक दक्षिण के देशों ब्रिक्स में विशेष महत्व दिया गया है हम इसका स्वागत करते हैं। भारत ने भी G20 की अध्यक्षता में इस विषय को महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन करता है। हम इस पर आम सहमति के साथ आगे बढ़ने का स्वागत करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के खुले पूर्ण सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स को भविष्य के लिए तैयार संगठन बनाने के लिए हमें अपने संबंधित समाजों को भी भविष्य के लिए तैयार करना होगा। प्रौद्योगिकी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
#WATCH | PM Narendra Modi speaks at the open plenary session of the 15th BRICS Summit in Johannesburg
— ANI (@ANI) August 23, 2023
"To make BRICS a future-ready organisation, we will need to make our respective societies also future-ready, and technology will play an important role in this..." pic.twitter.com/wd4yluSm1j