भूमि, पराक्रम, साहस और रक्त के कारक मंगल अब मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश कर गए हैं। मंगल कर्क राशि में नीच के होते हैं और ये 6 जून 2025 तक इसकी राशि में रहेंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल के नीच राशि में आने पर मंगल की शक्तियों में कोई कमी आ सकती है। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार मंगल के नीच राशि में आने की वजह से ज्यादा गर्मी, आग और भूकंप जैसी घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। आइए जानते हैं मंगल के कर्क राशि में गोचर करने से सभी 12 राशियों पर क्या असर पड़ेगा। इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते है।
Trending Videos
2 of 13
- फोटो : amar ujala
मेष राशि
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव कुछ मिलाजुला देखने को मिलता है। परेशानियों में वृद्धि हो सकती है। योजनाएं विफल हो सकती हैं और कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।
वृषभ राशि
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए मंगल आप के अंदर साहस और ऊर्जा में वृद्धि करेंगे। लक्ष्यों के प्राप्ति में सफलता मिलेगी। नौकरी और व्यवसाय के लिए मंगल का गोचर शुभ रहेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल के गोचर करने से परेशानियों का अंत होगा। अधूरे कामों में पूरी तरह से सफलता मिलेगी। राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव अच्छा रहेगा।
विज्ञापन
5 of 13
- फोटो : amar ujala
कर्क राशि
मंगल ग्रह का गोचर आपकी ही राशि में हुआ है। यहां मंगल नीच के हो जाते हैं। ऐसे में जीवन के क्षेत्र में कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा। मान-सम्मान में वृद्दि होगी।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।
कमेंट
कमेंट X