आइफा से चूकी मप्र सरकार के हाथ लगा ये जेबी फिल्म पुरस्कार, मुंबई में सलमान खान के पड़ोस में आयोजन की तैयारी

भारत सरकार का सूचना और प्रसारण मंत्रालय हर साल सिनेमा का जो सबसे बड़ा सम्मान दादा साहब फाल्के के नाम पर देता है, उन्हीं महापुरुष के नाम पर मुंबई में होते रहे एक निजी पुरस्कार समारोह को अब मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार प्रायोजित करने जा रही है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार देश का सबसे बड़ा सिने सम्मान है और यह राष्ट्रपति के हाथों प्रदान किया जाता है, लेकिन इस पुरस्कार से मिलते जुलते पुरस्कारों की मुंबई और दूसरे शहरों में हाल के बरसों में बाढ़ सी आ चुकी है। मध्यप्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही वहां प्रायोजित आइफा पुरस्कार पहले ही रद्द हो चुके हैं।

बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रहे प्रतिष्ठा के खेल में इस बार सिनेमा नया अखाड़ा बना है। कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने चर्चित फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला को अपनी उस फिल्म की शूटिंग जैसलमेर में अगले महीने से करने के लिए राजी कर लिया है, जिसके हीरो बीजेपी के पोस्टर ब्वॉय अक्षय कुमार हैं। अक्षय कुमार हाल ही में मुंबई में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के पोस्टर ब्वॉय योगी आदित्यनाथ से मिल चुके हैं। मध्य प्रदेश पर्यटन के कुछ अफसर लगातार हिंदी फिल्म निर्माताओं के संपर्क में रहे हैं, स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औऱ उनके परिजनों की भी सिनेमा में खासी रुचि रही है।
ताजा घटनाक्रम के अनुसार अपने हाथ से निकल चुके आइफा पुरस्कारों की भरपाई करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने एक ऐसे पुरस्कार पर अपने राज्य की जनता की गाढ़ी कमाई खर्च करने का फैसला किया है, जिसके नाम को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। फिल्म जगत के तमाम बुजुर्ग कलाकारों का ये मानना रहा है कि देश में दादा साहेब फाल्के के नाम पर बस एक ही पुरस्कार होना चाहिए जो भारत सरकार देती है। लेकिन, मुंबई में फिल्म पुरस्कार एक कारोबार हैं और पिछले कई साल से दादा साहब फाल्के का नाम जोड़कर फिल्म पुरस्कारों के लिए प्रायोजक तलाशने की आयोजकों में होड़ सी लगी रही है।
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने विश्वविख्यात आइफा पुस्कारों को मध्यप्रदेश लाकर एक लंबी लकीर खींच दी थी। कमलनाथ मुख्यमंत्री नहीं रहे तो आइफा ने भी मध्यप्रदेश में इसके आयोजन से हाथ खींच लिए। इन आयोजनों का भव्य एलान खुद सलमान खान ने मध्यप्रदेश जाकर किया था। सलमान खान इसी बहाने मध्यप्रदेश में अपने गृहजनपद इंदौर को फिल्मों की शूटिंग का नया हब बनाना चाह रहे थे। लेकिन, सेंसर बोर्ड के मेंबर अनिल मिश्रा इस बार सलमान खान पर भारी पड़े हैं।
अनिल मिश्रा ने इस बार बीजेपी में अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए अपने निजी पुरस्कार आयोजन दादासाहेब फाल्के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए मध्य प्रदेश सरकार से रकम लगाने का वादा पा लिया है। अनिल ने इसका एलान भी बुधवार को मुंबई में कर दिया। सलमान खान के घऱ के पड़ोस में स्थित ताज लैंड्स एंड होटल में ही मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ये पुरस्कार कराने जा रही है। तारीख 20 फरवरी तय की गई है। पुरस्कारों के लिए फिल्में, कलाकार औऱ तकनीशिन चुनने के लिए किसी तरह की ज्यूरी या वोटिंग प्रक्रिया की जानकारी अब तक इन पुरस्कारों के आयोजकों ने सार्वजनिक नहीं की है।