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Rajasthan News: धांधली करने वालों पर आरपीएससी सख्त, 415 अभ्यर्थी भर्ती परीक्षाओं से आजीवन के लिए हुए डिबार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बीकानेर
Published by: तरुणेंद्र चतुर्वेदी
Updated Tue, 26 Aug 2025 07:21 PM IST
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सार
Rajasthan News : राजस्थान लोकसेवा आयोग अजमेर ने परीक्षाओं में धांधली करने वालों पर सख्त कदम उठाया है। 415 अभ्यर्थियों को परीक्षाओं से आजीवन के लिए डिबार किया गया है। डिबार लिस्ट में राजस्थान समेत अन्य राज्यों के अभ्यर्थी शामिल हैं।

RPSC ने जारी की RAS प्री सहित 2 अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रस्तावित तिथि
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विस्तार
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकने के लिए कड़ा कदम उठाया है। आयोग ने अब तक 524 उम्मीदवारों को भर्ती परीक्षाओं से डिबार (प्रतिबंधित) किया है। इनमें से 415 को आजीवन और 109 को 1 से 5 साल तक परीक्षाओं में बैठने से रोका गया है। इसमें सबसे ज़्यादा जालौर से उम्मीदवार बाहर हुए हैं। जिला-वार सूची में सबसे ज्यादा 128 उम्मीदवार जालौर से हैं। इसके बाद बांसवाड़ा (81) और डूंगरपुर (40) का नंबर आता है।
इस वजह से बाहर किए गए?
डमी उम्मीदवार (प्रतिरूपण): 68 मामले
ब्लूटूथ/मोबाइल से नकल: 38 मामले
प्रश्नपत्र/ओएमआर का दुरुपयोग: 62 मामले
फर्जी डिग्री/दस्तावेज़: 157 मामले (इनमें से 126 फर्जी B.Ed डिग्री के)
परीक्षा में नकल (अनुचित साधन): 148 मामले
अन्य कारण: 51 मामले (गलत सूचना, परीक्षा में व्यवधान आदि)
अन्य राज्यों के उम्मीदवार भी फंसे
524 डिबार किए गए उम्मीदवारों में से 514 राजस्थान के हैं। बाकी 10 अन्य राज्यों से हैं । यूपी (5), हरियाणा (2), बिहार (1), दिल्ली (1) और एमपी (1)। कई उम्मीदवारों ने अलग-अलग SSO ID से बार-बार आवेदन किया और एक ही परीक्षा के अलग-अलग सत्रों में बैठने की कोशिश की। ऐसे उम्मीदवारों को भी डिबार किया गया है।
KYC प्रक्रिया लागू
7 जुलाई 2025 से आयोग ने “Know Your Candidate (e-KYC)” प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) में आधार या जन आधार नंबर अपडेट करना ज़रूरी कर दिया गया है।अभी तक OTR में 69.72 लाख उम्मीदवार रजिस्टर्ड हैं।इनमें से 37.53 लाख आधार से सत्यापित, 21.70 लाख जन आधार से सत्यापित हैं। बाकी 10.33 लाख उम्मीदवारों में से सिर्फ 48,667 ने KYC पूरी की है।
ये भी पढ़ें- Rajasthan News: शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण पर एफआईआर, जानें किस मामले में फंसे बॉलीवुड के स्टार
फर्जी तलाक का खेल भी जांच के दायरे में
आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि सरकारी नौकरियों में तलाकशुदा महिलाओं के लिए आरक्षित कोटे का गलत फायदा उठाने वालों की भी जांच होगी। कई उम्मीदवारों ने झूठे तलाक सर्टिफिकेट बनवाए हैं या आपसी समझौते (कपटपूर्ण डिक्री) से फर्जी तलाक लिया है। ऐसे मामलों की शिकायतें मिलने पर आयोग ने जांच एजेंसियों को कार्रवाई के लिए लिखा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे।
ये भी पढ़ें- Rajasthan News: मेले में थके पैरों को सहलाने वाले जानें कौन हैं बीकानेर के प्रदीप? लंदन में चल रहा बड़ा बिजनेस

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ब्लूटूथ/मोबाइल से नकल: 38 मामले
प्रश्नपत्र/ओएमआर का दुरुपयोग: 62 मामले
फर्जी डिग्री/दस्तावेज़: 157 मामले (इनमें से 126 फर्जी B.Ed डिग्री के)
परीक्षा में नकल (अनुचित साधन): 148 मामले
अन्य कारण: 51 मामले (गलत सूचना, परीक्षा में व्यवधान आदि)
अन्य राज्यों के उम्मीदवार भी फंसे
524 डिबार किए गए उम्मीदवारों में से 514 राजस्थान के हैं। बाकी 10 अन्य राज्यों से हैं । यूपी (5), हरियाणा (2), बिहार (1), दिल्ली (1) और एमपी (1)। कई उम्मीदवारों ने अलग-अलग SSO ID से बार-बार आवेदन किया और एक ही परीक्षा के अलग-अलग सत्रों में बैठने की कोशिश की। ऐसे उम्मीदवारों को भी डिबार किया गया है।
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KYC प्रक्रिया लागू
7 जुलाई 2025 से आयोग ने “Know Your Candidate (e-KYC)” प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) में आधार या जन आधार नंबर अपडेट करना ज़रूरी कर दिया गया है।अभी तक OTR में 69.72 लाख उम्मीदवार रजिस्टर्ड हैं।इनमें से 37.53 लाख आधार से सत्यापित, 21.70 लाख जन आधार से सत्यापित हैं। बाकी 10.33 लाख उम्मीदवारों में से सिर्फ 48,667 ने KYC पूरी की है।
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फर्जी तलाक का खेल भी जांच के दायरे में
आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि सरकारी नौकरियों में तलाकशुदा महिलाओं के लिए आरक्षित कोटे का गलत फायदा उठाने वालों की भी जांच होगी। कई उम्मीदवारों ने झूठे तलाक सर्टिफिकेट बनवाए हैं या आपसी समझौते (कपटपूर्ण डिक्री) से फर्जी तलाक लिया है। ऐसे मामलों की शिकायतें मिलने पर आयोग ने जांच एजेंसियों को कार्रवाई के लिए लिखा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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