सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Rajasthan ›   Jaipur News ›   Rajasthan News: Ashok Gehlot called the resignation of Vice President Dhankhar a conspiracy of BJP-RSS

Rajasthan News: 'मैंने पहले ही कहा था... उन पर दबाव है', जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर बोले अशोक गहलोत

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर Published by: अर्पित याज्ञनिक Updated Tue, 22 Jul 2025 01:35 PM IST
सार

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे मात्र स्वास्थ्य कारण नहीं, बल्कि गहरी राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए बीजेपी और आरएसएस पर गंभीर सवाल उठाए।

विज्ञापन
Rajasthan News: Ashok Gehlot called the resignation of Vice President Dhankhar a conspiracy of BJP-RSS
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत। - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने देश की राजनीति में एक नया तूफान खड़ा कर दिया है। इस इस्तीफे को लेकर जहां एक ओर सत्ता पक्ष मौन साधे हुए है। वहीं विपक्ष सवालों की झड़ी लगाए हुए है। खासतौर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटनाक्रम को लेकर न सिर्फ आरएसएस और बीजेपी पर सीधे सवाल उठाए हैं, बल्कि इसे देश के लिए चौंकाने वाली और संशय पैदा करने वाली स्थिति बताया है।

Trending Videos


गहलोत ने कहा कि धनखड़ का अचानक इस्तीफा देना केवल एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी राजनीतिक साजिश छिपी हो सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप कर उपराष्ट्रपति से इस्तीफा वापस लेने की अपील करने को कहा है। गहलोत ने जयराम रमेश के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें रमेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री को धनखड़ को मनाने की कोशिश करनी चाहिए।
विज्ञापन
विज्ञापन



ये भी पढ़ें- दलित पार्षद प्रतिनिधि संग मारपीट का मामला गरमाया, सवर्ण वर्ग के भाजपा कार्यकर्ताओं ने की बदसलूकी

फेयरवेल नहीं देना सरकार की मानसिकता को दर्शाता है
गहलोत ने सबसे बड़ा सवाल तब उठाया, जब उन्होंने कहा कि खबरें हैं कि सरकार उपराष्ट्रपति को कोई औपचारिक फेयरवेल नहीं देने वाली। उन्होंने इस रवैये को चौंकाने वाला दुखदऔर शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार खुद में कई सवाल खड़े करता है और इससे यह आशंका गहरी होती है कि मामला केवल स्वास्थ्य कारणों तक सीमित नहीं है।

10 दिन पहले ही जताई थी आशंका
गहलोत ने याद दिलाया कि उन्होंने दस दिन पहले ही जोधपुर में सार्वजनिक मंच से कहा था कि उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष दोनों ही दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धनखड़ साहब ने इसके जवाब में जयपुर में बयान दिया था कि मैं किसी दबाव में नहीं हूं, लेकिन कहना और हकीकत होना दो अलग बातें हैं।

बीजेपी-आरएसएस के किसी बड़े मूव की आशंका
इस पूरे प्रकरण को गहलोत ने राष्ट्रीय राजनीति के बड़े खेल से जोड़ते हुए कहा कि कहीं यह बीजेपी और आरएसएस का कोई बड़ा मूव तो नहीं है, जिसे आम जनता से छिपाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है। यह किसी अंदरूनी रणनीति की आहट हो सकती है, जिसे बाद में देश को भुगतना पड़े।

ये भी पढ़ें- सिरोही के अनूठे मंदिर, शिव के अंगूठे की पूजा तो कहीं मां करती हैं रुद्राभिषेक, जानें इतिहास

स्वास्थ्य कारणों का हवाला नाकाफी
गहलोत ने उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के लिए दिए गए स्वास्थ्य कारण को भी संदेह के घेरे में बताया। उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसे उदाहरण हैं जब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बाईपास सर्जरी तक हुई, लेकिन उन्होंने पद नहीं छोड़ा। ऐसे में उपराष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद से अचानक इस्तीफा समझ से परे है।

राजस्थान को गहरा धक्का
धनखड़ राजस्थान से आते हैं और लंबे समय तक किसान मुद्दों के लिए मुखर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि एक ऐसे व्यक्ति का अचानक इस्तीफा देना न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए झटका है। उन्होंने कहा कि राजस्थान का बेटा जब संसद के सर्वोच्च पदों में से एक पर हो और बिना किसी सार्वजनिक पूर्व सूचना के पद छोड़ दे, तो ये हर राज्यवासी के लिए गहरी पीड़ा देने वाली बात है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed