{"_id":"63139630dd37002a2916d42a","slug":"aiff-shaji-prabhakaran-became-new-general-secretary-of-all-india-football-federation","type":"story","status":"publish","title_hn":"AIFF: शाजी प्रभाकरण बने भारतीय फुटबॉल महासंघ के नए महासचिव, अध्यक्ष कल्याण चौबे ने की थी अनुशंसा","category":{"title":"Sports","title_hn":"खेल","slug":"sports"}}
AIFF: शाजी प्रभाकरण बने भारतीय फुटबॉल महासंघ के नए महासचिव, अध्यक्ष कल्याण चौबे ने की थी अनुशंसा
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: रोहित राज
Updated Sat, 03 Sep 2022 11:30 PM IST
विज्ञापन
सार
शाजी प्रभाकरण को शनिवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का नया महासचिव चुना गया। एआईएफएफ की नवगठित कार्यकारी समिति ने यह नियुक्ति की।

शाजी प्रभाकरण
- फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
दिल्ली फुटबॉल के अध्यक्ष और लंबे समय से खेल प्रशासक रहे शाजी प्रभाकरण को शनिवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का नया महासचिव चुना गया। एआईएफएफ की नवगठित कार्यकारी समिति ने यह नियुक्ति की। कल्याण चौबे ने एआईएफएफ अध्यक्ष पद के चुनाव में शुक्रवार को बाईचुंग भूटिया को 33-1 से हराया था।
चौबे की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति की पहली बैठक में यह फैसला लिया गया। चौबे ने महासचिव पद के लिए प्रभाकरण के नाम की अनुशंसा की जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। एआईएफएफ ने एक बयान में यह जानकारी दी। एआईएफएफ में बदलाव की मांग कर रहे समूह के अग्रणियों में रहे प्रभाकरण ने चुनाव नहीं लड़ा था।
सदस्यों का स्वागत करते हुए चौबे ने कहा, ‘यह पहली बार है कि माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार छह पूर्व दिग्गज खिलाड़ी समिति का हिस्सा हैं। हमें मिलकर काम करना है और भारतीय फुटबॉल को आगे ले जाने के हमारे लक्ष्य में निजी अहंकार आड़े नहीं आना चाहिए। अनुशासन सफलता की कुंजी है और हमें जवाबदेह बनना होगा।’

Trending Videos
चौबे की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति की पहली बैठक में यह फैसला लिया गया। चौबे ने महासचिव पद के लिए प्रभाकरण के नाम की अनुशंसा की जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। एआईएफएफ ने एक बयान में यह जानकारी दी। एआईएफएफ में बदलाव की मांग कर रहे समूह के अग्रणियों में रहे प्रभाकरण ने चुनाव नहीं लड़ा था।
विज्ञापन
विज्ञापन
सदस्यों का स्वागत करते हुए चौबे ने कहा, ‘यह पहली बार है कि माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार छह पूर्व दिग्गज खिलाड़ी समिति का हिस्सा हैं। हमें मिलकर काम करना है और भारतीय फुटबॉल को आगे ले जाने के हमारे लक्ष्य में निजी अहंकार आड़े नहीं आना चाहिए। अनुशासन सफलता की कुंजी है और हमें जवाबदेह बनना होगा।’