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Nano Banana Pro: सावधान! फर्जी Aadhar और PAN बना रहा गूगल का नया टूल, एक्सपर्ट भी हुए हैरान

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: नीतीश कुमार Updated Tue, 25 Nov 2025 06:33 PM IST
सार

Nano Banana Fake Aadhar PAN Card: Google के नए Gemini Nano Banana Pro इमेज जनरेशन टूल को लेकर गंभीर खतरे सामने आए हैं। यह टूल 4K क्वालिटी में बेहद असली दिखने वाली नकली पहचान पत्रों की तस्वीरें बना रहा है, जिससे ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम का जोखिम तेजी से बढ़ गया है।

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नैनो बनाना से बन रही फर्जी आईडी - फोटो : X/@HarveenChadha
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विस्तार
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Gemini Nano Banana Pro इमेज जनरेशन टूल लॉन्च होने के बाद से ही चर्चा में बना हुआ है। गूगल के Gemini AI पर काम करने वाला ये नया इमेज जनरेशन टूल अपने पुराने जनरेशन से ज्यादा सटीक और तेजी से इमेज बनाता है। इतना ही नहीं, यह टूल 4K क्वालिटी में भी फटाफट इमेज बनाकर दे सकता है। हालांकि, Google के इस इमेज जनरेशन टूल से जुड़े कुछ गंभीर खतरे भी अब सामने आ रहे हैं। 
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समस्या ये है कि गूगल का Nano Banana Pro काफी आसानी से नकली आधार कार्ड, पैनकार्ड और पासपोर्ट के फोटोज भी बना रहा है। इसके द्वारा बनाई गई तस्वीरों को एक नजर में पकड़ पाना मुश्किल है। खतरा ये है कि इससे स्कैमर्स नकली आइडेंटिटी कार्ड बनाकर फ्रॉड कर सकते हैं और लोगों को झांसा भी दे सकते हैं। गूगल के Nano Banana Pro को लेकर टेक एक्सपर्ट्स भी चिंता जाहिर कर रहे हैं। आइए डिटेल में जानते हैं इस इमज जनरेशन टूल की क्या खामियां सामने आ रही हैं।
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प्रॉम्प्ट और इमेज के इस्तेमाल से बन रहे नकली Aadhar और PAN
बंगलूरू के एक टेक एक्सपर्ट हरवीन सिंग चढ्ढा ने Nano Banana Pro के संभावित खतरों को एक एक्स (X) पोस्ट में बताया है। उनका कहना है कि Nano Banana तो ठीक है, लेकिन इसके साथ में एक बड़ी समस्या ये है कि ये बिल्कुल असली दिखने वाले फर्जी आइडेंटिटी कार्ड भी बना रहा है। हरवीन कहते हैं कि इमेज जनरेशन टूल के वेरिफिकेशन सिस्टम अक्सर फेल होते रहते हैं। उन्होंने उदाहरण के तौर पर एक काल्पनिक व्यक्ति की फेक पैन कार्ड और आधार कार्ड की कॉपी बनाकर यह साबित भी किया।



फोटो पर आ रहा वाटरमार्क
Gemini पर बनाई हर तस्वीर वॉटरमार्क के साथ आती है। गूगल यह फीचर इसलिए देती है ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि इमेज एआई से बनाई गई है। हालांकि, वॉटरमार्क को बाद में फोटोशॉप कर हटाया भी जा सकता है। यह वॉटरमार्क एआई जनरेटेड तस्वीर के नीचे दाईं ओर कोने में होता है, जिसपर आसानी से नजर नहीं जाती।

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गूगल एआई जनरेटेड इमेज, टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो की पहचान करने के लिए SynthID का इस्तेमाल करता है। यह Google Deepmind द्वारा विकसित किया गया  इनविजिबल (अदृश्य) डिजिटल वॉटरमार्क है जो Gemini AI से बनाए गए हर कंटेंट पर अपने आप इम्बेड हो जाता है। हालांकि, इसकी भी अपनी खामियां हैं। यह सिर्फ Gemini से बनाई गई तस्वीरों में ही असली-नकली की पहचान कर सकता है। दूसरे इमेज जनरेशन टूल जैसे ChatGPT से बनाई गई तस्वीरों को यह वेरिफाई नहीं कर सकता।

ChatGPT ने भी कुछ ऐसा ही किया था
हालांकि, ये सिर्फ Gemini Nano Banana Pro के साथ ही नहीं हुआ है। ChatGPT में भी जब इमेज जनरेशन फीचर को लॉन्च किया गया था तब इसमें भी प्रॉम्प्ट यूज कर फेक तस्वीरें बनाई जा रही थीं। अब Nano Banana Tool के साथ ये समस्या और भी बढ़ गई है। यह चैटजीपीटी की तुलना में कहीं ज्यादा बेहतर और असली दिखने वाली तस्वीरें बना रहा है।
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