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Zoho: अगर मैथ में अच्छे हैं तो जोहो दे रहा साथ काम करने का मौका, सीईओ वेम्बू ने कहा मुझे पर्सनली मैसेज करें

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सुयश पांडेय Updated Tue, 04 Nov 2025 08:18 PM IST
सार

जोहो के फाउंडर श्रीधर वेम्बु ने बताया कि वो नए टैलेंट की तलाश में हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि जोहो मेल की ग्रोथ के साथ अब उन्हें ऐसे लोग चाहिए जिनकी मैथेमेटिकल स्किल्स स्ट्रॉन्ग हों।

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Zoho is hiring people with good mathematical skill
जोहो मेल (सांकेतिक फोटो) - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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जोहो कॉरपोरेशन का फ्लैगशिप ईमेल सर्विस जोहो मेल अब लगभग 100 मिलियन डॉलर की सालाना कमाई के करीब पहुंच रहा है। कंपनी के फाउंडर श्रीधर वेम्बु ने बताया कि वो खुद नए टैलेंट की तलाश में हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि जोहो मेल की ग्रोथ के साथ अब उन्हें ऐसे लोग चाहिए जिनकी मैथेमेटिकल स्किल्स स्ट्रॉन्ग हों, ताकि वो कंपनी की टेक्निकल अनुसंधान और विकास (R&D) टीम को जॉइन कर सकें।

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वेम्बू ने लिखा- "अगर आपको समीकरण से डर नहीं लगता, तो मुझे पिंग करें!" जोहो मेल ने हाल ही में VBSpam सर्टिफिकेशन में 99.329 का स्कोर हासिल किया है, जिसमें मैलवेयर कैच रेट 97.47% और फिशिंग कैच रेट 99.87% था और फॉल्स पॉजिटिव रेट 0% था। ये रिजल्ट जोहो मेल को दुनिया के टॉप सिक्योर्ड ईमेल प्रोवाइडर्स में से एक बनाता है। वेम्बू ने आगे कहा- "जोहो मेल $100 मिलियन रेवेन्यू के करीब है, जिसमें 70% से ज्यादा बिजनेस इंडिया के बाहर से आता है। हम अपने एंटी-स्पैम सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं। हमारा मकसद है कि हम अपने ग्लोबल कस्टमर्स को खुश रखें और इससे देश का नाम भी रोशन हो।"
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जोहो मेल की ग्रोथ का बड़ा कारण है इसका प्राइवेसी-फर्स्ट, एड-फ्री मॉडल। ये यूजर डाटा को मोनेटाइज नहीं करता, जिससे प्राइवेसी के प्रति सजग यूजर्स और बिजनेस इसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कंपनी लगातार अनुसंधान और विकास में निवेश कर रही है और नए फीचर्स जैसे बेहतर स्पैम फिल्टरिंग, इमेज एनोटेशन, एलियास डेलिगेशन, और जोहो वर्कप्लेस के साथ इंटीग्रेट कर रही है। इन फीचर्स की वजह से जोहो मेल को एंटरप्राइज और गवर्नमेंट यूजर्स भी अपनाने लगे हैं।

यहाँ तक कि कई बड़े सरकारी लोग, जैसे गृह मंत्री अमित शाह, अब जोहो मेल पर शिफ्ट हो रहे हैं। सरकार भी मेड इन इंडिया सर्विस को प्रमोट करने के लिए इस बदलाव को सपोर्ट कर रही है। हालांकि जोहो की जड़ें भारत में हैं, लेकिन अब इसका कस्टमर बेस और रेवेन्यू ग्रोथ ज्यादातर ग्लोबल है। 70% से ज्यादा रेवेन्यू इंटरनेशनल मार्केट से आता है। मतलब जोहो सिर्फ इंडिया में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में भरोसा जीत रहा है।

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