Android Battery Tips: ये 5 स्मार्ट हैक्स बढ़ा देंगे आपके फोन की बैटरी लाइफ, बार-बार चार्जिंग की झंझट होगी खत्म
अगर आपके एंड्रॉयड फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है, तो कुछ स्मार्ट सेटिंग्स और हैक्स अपनाकर आप उसकी बैटरी लाइफ को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं। इस लेख में 5 आसान लेकिन असरदार तरीकों के बारे में बताया गया है।
विस्तार
क्या आप भी अपने एंड्रॉयड फोन की बैटरी जल्दी खत्म होने से परेशान हैं? अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं। आज के समय में महंगे और फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स में भी गेमिंग, स्ट्रीमिंग और लगातार स्क्रॉलिंग के कारण बैटरी पूरे दिन साथ नहीं निभा पाती। हालांकि फास्ट चार्जिंग ने समय जरूर बचाया है, लेकिन ज्यादा बैटरी खपत की मुख्य समस्या अभी भी बनी हुई है।इस आर्टिकल में हम आपको 5 ऐसे स्मार्ट हैक्स और सेटिंग्स बता रहे हैं। जो आपके फोन की बैटरी लाइफ को बढ़ा सकते हैं और बैकग्राउंड में खर्च होने वाली पावर को कम कर सकते हैं।
1. एंड्रॉयड को एप्स मैनेज करने दें
बैटरी बचाने का सबसे आसान तरीका है 'एडाप्टिव बैटरी' फीचर का इस्तेमाल करना। यह एंड्रॉयड का एक स्मार्ट सिस्टम है जो यह सीखता है कि आप किन एप्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। और बाकी एप्स की बैकग्राउंड एक्टिविटी को सीमित कर देता है। सैमसंग गैलेक्सी और पिक्सेल जैसे फोन में यह पहले से ऑन होता है, लेकिन आप इसे सेटिंग्स > बैटरी में जाकर चेक कर सकते हैं। आप 'बैटरी यूसेज' स्क्रीन पर जाकर देख सकते हैं कि कौन सा एप सबसे ज्यादा बैटरी खा रहा है। गैर-जरूरी एप्स को आप 'रिस्ट्रिक्टेड' या सैमसंग फोन्स में 'डीप स्लीपिंग' लिस्ट में डाल सकते हैं। वाट्सएप या बैंकिंग एप्स को ज्यादा रिस्ट्रिक्ट न करें, वरना नोटिफिकेशन आने में देरी हो सकती है।
2. डिस्प्ले सेटिंग्स में करें बदलाव
स्मार्टफोन में बैटरी खत्म होने का सबसे बड़ा कारण उसकी स्क्रीन होती है। 120Hz रिफ्रेश रेट देखने में अच्छा लगता है लेकिन यह बैटरी की खपत बढ़ा देता है। अगर आपके फोन में 'एडाप्टिव रिफ्रेश रेट' का विकल्प है, तो उसे चुनें। यह जरूरत न होने पर रिफ्रेश रेट को खुद कम कर देता है। 'एडाप्टिव ब्राइटनेस' फीचर ऑन रखें ताकि घर के अंदर ब्राइटनेस अपने आप कम हो जाए। स्क्रीन टाइमआउट को 30 सेकंड या 1 मिनट पर सेट करें ताकि जब आप फोन इस्तेमाल न कर रहे हों, तो स्क्रीन बेवजह ऑन न रहे।
3. ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले (AOD) को चेक करें
'ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले' फीचर भले ही देखने में कूल लगता हो, लेकिन यह स्टैंडबाय मोड में भी बैटरी की खपत करता है। टेस्ट्स में पाया गया है कि AOD ऑन रखने पर फोन की बैटरी तेजी से गिरती है। अगर आप बैटरी बचाना चाहते हैं, तो AOD को बंद कर दें। इसकी जगह आप 'टैप-टू-वेक' (स्क्रीन पर टैप करके जगाना) या 'रेज-टू-वेक' फीचर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. लोकेशन और वायरलेस सेटिंग्स पर दें ध्यान
कई एप्स बैकग्राउंड में आपकी लोकेशन ट्रैक करते रहते हैं, जिससे बैटरी खर्च होती है। उन एप्स के लिए जो हर वक्त लोकेशन मांगते हैं, सेटिंग को 'अलाउ ऑल द टाइम' से बदलकर 'ऑनली व्हाइल यूजिंग' (सिर्फ इस्तेमाल के दौरान) कर दें। शॉपिंग या मौसम वाले एप्स को एकदम सटीक लोकेशन की जरूरत नहीं होती, इसे बंद करने से भी बैटरी बचती है। फोन की सेटिंग्स में जाकर वाई-फाई और ब्लूटूथ स्कैनिंग को बंद कर दें, ताकि फोन लगातार नेटवर्क न खोजता रहे।
5. बैटरी सेवर मोड का सही इस्तेमाल
लंबे दिनों के लिए बैटरी सेवर मोड एक बेहतरीन विकल्प है। जब यह ऑन होता है, तो यह बैकग्राउंड एक्टिविटी और एनिमेशन को कम कर देता है। आप इसे 15% या 20% बैटरी बचने पर अपने आप चालू होने के लिए सेट कर सकते हैं। आजकल कई नए फोन्स में बैटरी को 80% या 85% तक ही चार्ज करने का विकल्प आता है। इसे ऑन रखने से लंबी अवधि में आपके फोन की बैटरी खराब नहीं होती और उसकी लाइफ बनी रहती है।