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एमपी मेड 40 पिस्टलों के साथ दो सप्लायर दबोचे
अलीगढ़/ब्यूरो
Updated Sun, 06 Mar 2016 01:56 AM IST
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पिस्टल
- फोटो : अलीगढ़/ब्यूराो

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यूपी एटीएस की स्थानीय यूनिट ने बन्नादेवी पुलिस की मदद से शनिवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए एमपी मेड 40 पिस्टलों की खेप के साथ दो सप्लायर दबोचे हैं। यह दोनों सूमो में माल छिपाकर अलीगढ़ में खेप देने आए थे, तभी बरौला इलाके में घेराबंदी के दौरान गिरफ्तार कर लिए गए। हालांकि सूमो के पिछले हिस्से में माल इस तरह छिपाकर रखा गया था कि घंटों की तलाशी में माल मिला। इस गिरोह का नेटवर्क पश्चिमी यूपी, दिल्ली-एनसीआर में उजागर हुआ है। देर रात तक पुलिस टीमें दोनों से पूछताछ में जुटी थीं और इन्हें माल देने वाले व खरीदने वाले पुलिस टीमों के रडार पर आ गए हैं। यूपी में पहली बार इतनी मात्रा में पिस्टलों की खेप पकड़े जाने की खबर पर एटीएस के एएसपी भी दोपहर में यहां पहुंच गए। गौर हो कि वर्ष 2008 में करीब 35 पिस्टल बरामद हुई थीं।
एसपी सिटी अंशुल गुप्ता ने शाम को अपने कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि एटीएस को मिले इनपुट के आधार पर बरौला इलाके में शनिवार तड़के सूमो संख्या डीएल 01 सीजे 7109 को चेकिंग के लिए रोका गया तो पहले तो सतही तौर पर सूमो की तलाशी में कुछ नहीं मिला। मगर जब पिछले हिस्से में विशेष प्रकार से बनाए गए कवर्ड स्पेश की तलाशी ली गई तो सभी की आंखें खुली रह गईं। वहां बड़ी संख्या में पिस्टलें रखी थीं। गिनती में पिस्टलों की संख्या 40 मय मैग्जीन और 19 अतिरिक्त मैग्जीन निकलीं। इस पर सूमो सवार टप्पल के मोहल्ला आतिशबाजान के रहने वाले कर्मवीर सिंह व गौतमबुद्ध नगर के रबूपुरा क्षेत्र के गांव रोनेजा के रहने वाले कर्मवीर के रिश्तेदार कालीचरन को दबोच लिया गया। उनकी तलाशी में दो मोबाइल, 4 कारतूस 32 बोर, कागजात, एटीएम कार्ड, नगदी व कपड़ों का बैग आदि मिला।
बन्नादेवी थाने लाकर हुई पूछताछ में उन्होंने स्वीकारा कि यह माल वह मध्य प्रदेश के थार जिले के गदवानी गांव के रहने वाले निशान सिंह उर्फ सरवन सिंह से लेकर आए हैं। यह भी बताया कि अलीगढ़ में ओमप्रकाश नाम के व्यक्ति को इसमें से कुछ माल देना था। इसके बाद सीधा रबूपुरा पहुंचकर बाकी खेप इधर उधर दी जानी थी। इतनी बड़ी संख्या में पिस्टल मिलने की सूचना पर एसएसपी जे रविंदर गौड़ ने जहां टीम की पीठ ठोंकी। वहीं दुपहर में नोएडा से एटीएस के एएसपी ब्रजेश सिंह भी यहां पहुंच गए। उन्होंने भी जानकारी जुटाईं। दोनों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उनके सभी संपर्कों पर पूछताछ की जा रही है। कर्मवीर इस गिरोह का मुख्य सप्लायर है। इससे पहले वह दो बार नोएडा व दिल्ली से जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद वह इसी धंधे में शामिल हो जाता है।
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एसपी सिटी अंशुल गुप्ता ने शाम को अपने कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि एटीएस को मिले इनपुट के आधार पर बरौला इलाके में शनिवार तड़के सूमो संख्या डीएल 01 सीजे 7109 को चेकिंग के लिए रोका गया तो पहले तो सतही तौर पर सूमो की तलाशी में कुछ नहीं मिला। मगर जब पिछले हिस्से में विशेष प्रकार से बनाए गए कवर्ड स्पेश की तलाशी ली गई तो सभी की आंखें खुली रह गईं। वहां बड़ी संख्या में पिस्टलें रखी थीं। गिनती में पिस्टलों की संख्या 40 मय मैग्जीन और 19 अतिरिक्त मैग्जीन निकलीं। इस पर सूमो सवार टप्पल के मोहल्ला आतिशबाजान के रहने वाले कर्मवीर सिंह व गौतमबुद्ध नगर के रबूपुरा क्षेत्र के गांव रोनेजा के रहने वाले कर्मवीर के रिश्तेदार कालीचरन को दबोच लिया गया। उनकी तलाशी में दो मोबाइल, 4 कारतूस 32 बोर, कागजात, एटीएम कार्ड, नगदी व कपड़ों का बैग आदि मिला।
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बन्नादेवी थाने लाकर हुई पूछताछ में उन्होंने स्वीकारा कि यह माल वह मध्य प्रदेश के थार जिले के गदवानी गांव के रहने वाले निशान सिंह उर्फ सरवन सिंह से लेकर आए हैं। यह भी बताया कि अलीगढ़ में ओमप्रकाश नाम के व्यक्ति को इसमें से कुछ माल देना था। इसके बाद सीधा रबूपुरा पहुंचकर बाकी खेप इधर उधर दी जानी थी। इतनी बड़ी संख्या में पिस्टल मिलने की सूचना पर एसएसपी जे रविंदर गौड़ ने जहां टीम की पीठ ठोंकी। वहीं दुपहर में नोएडा से एटीएस के एएसपी ब्रजेश सिंह भी यहां पहुंच गए। उन्होंने भी जानकारी जुटाईं। दोनों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उनके सभी संपर्कों पर पूछताछ की जा रही है। कर्मवीर इस गिरोह का मुख्य सप्लायर है। इससे पहले वह दो बार नोएडा व दिल्ली से जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद वह इसी धंधे में शामिल हो जाता है।