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आपदा से बचाव का एक दिनी प्रशिक्षण दिया
ब्यूरो/अमर उजाला, चंपावत।
Updated Sat, 30 Apr 2016 11:52 PM IST
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आपदा प्रबंधन
- फोटो : अमर उजाला
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चंपावत। जीजीआईसी सभागार में शनिवार को एक दिनी आपदा राहत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें आपदा के दौरान आपदा राहत टीम के पहुंचने तक, उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए बचाव कार्य शुरू करना सिखाया गया। प्रोजेक्टर, फोटोग्राफ, स्ट्रेचर आदि उपकरणों के माध्यम से टेक्निकल प्रशिक्षण देकर घायलों को रेस्क्यू करने के टिप्स दिए गए। विद्यालयों में नामित नोडल अध्यापकों को अपने स्कूलों में आवश्यक प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए।

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शिविर में आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडेय ने प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी दी। कहा कि पूर्व तैयारियों से भूकंप जैसी आपदा को रोका तो नहीं जा सकता, लेकिन अच्छी तैयारियों से इससे होने वाले जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है। बताया कि प्राथमिक उपचार, अस्पताल, वायरलेस केंद्र, रिलीफ कैंप, पेयजल, शौचालय की अस्थायी व्यवस्थाएं के साथ सभी गतिविधियां गोरलचौड़ मैदान से होंगी।
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मॉकड्रिल भूकंप की सूचना राज्य मुख्यालय से जिलों को दी जाएगी जो आपदा कंट्रोल रूम को मिलेगी। आपदा कंट्रोल रूम से स्टेचिंग एरिया गोरलचौड़ मैदान में नियुक्त एरिया कमांडर को दी जाएगी, जहां से नुकसान हुए क्षेत्र को रेस्क्यू टीमें भेजी जाएंगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी एनसी पाठक ने बताया कि जिले के 104 माध्यमिक, 97 महाविद्यालयों में नोडल अधिकारी के रूप में अध्यापकों की नियुक्ति की गई है जो आपदा के समय तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन का संचालन करेंगे।
प्रभारी अधिकारी जिला कार्यालय सीमा विश्वकर्मा के अध्यक्षता में शिक्षक जीवन कलौनी ने संचालन किया। इस दौरान हेमंती बोहरा, भुवनेश्वरी नेगी, नरेंद्र चंद, सूचना विज्ञान केंद्र अधिकारी मोहित शाह, सीमांत विद्यालयों के प्रधानाचार्य, अध्यापक आदि अधिकारी, कर्मचारी थे।