Uttarakhand: मध्यप्रदेश के दो भाइयों ने काठगोदाम के जंगल में खाया सल्फास, एक ने तोड़ा दम; एक गंभीर, जानें वजह
मध्यप्रदेश के दो सगे भाई काठगोदाम में संदिग्ध हालात में बेहोश मिले। उनके पास ही सल्फास का रेपर मिले। दोनों को एसटीएच में भर्ती कराया गया जहां शिवेश ने दम तोड़ लिया जबकि बृजेश का इलाज चल रहा है। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
 
                            विस्तार
मध्यप्रदेश के दो सगे भाइयों ने शिवेश (21) और बृजेश मिश्रा (20) ने काठगोदाम में संदिग्ध हालात में बेहोश मिले। उनके पास ही सल्फास का रेपर मिले। दोनों को एसटीएच में भर्ती कराया गया जहां शिवेश ने दम तोड़ लिया जबकि बृजेश का इलाज चल रहा है। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
 
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के रीवा निवासी शिवेश मिश्रा पुत्र मनोज कुमार और उसका छोटा भाई बृजेश मिश्रा बुधवार दोपहर बाद काठगोदाम में भदयूनी को जाने वाले मार्ग पर जंगल में बेहोश पड़े थे। मौके से गुजर रहे शीतलाघाट फिल्टर प्लांट के ऑपरेटर ने इसकी सूचना काठगोदाम चौकी पुलिस को दी।
चौकी प्रभारी दिलीप कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां शिवेश ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। चिकित्सकों के अनुसार बृजेश की हालत गंभीर बनी हुई है।
माता-पिता की मौत से सदमे में थे दोनों
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                सूत्रों के अनुसार शिवेश और बृजेश के माता-पिता की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। आशंका जताई गई है कि इसी वजह से वे सदमे में थे और उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया। वे अपनी दादी के साथ रहते थे। शव मोर्चरी में रखा गया है। परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम किया जाएगा।
23 अक्तूबर से नहीं की थी किसी से बात
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                काठगोदाम थानाध्यक्ष विमल मिश्रा ने बताया कि मौके पर पड़े बैग से दोनों भाइयों के आधार और पैन कार्ड मिले हैं। पुलिस को दोनों युवकों के निवास स्थान का तो पता चल गया लेकिन परिजनों से संपर्क करने में टीम को खूब पसीना बहाना पड़ा। पुलिस को युवकों के पास से जो मिले दोनों मोबाइल फार्मेट किए गए थे। इस वजह से कॉन्टेक्ट लिस्ट में कोई नंबर नहीं मिल सका। इस पर कॉल डिटेल के लिए सीडीआर निकालनी पड़ी जिसमें समय लगा। पता चला कि दोनों ने 23 अक्तूबर से किसी से बातचीत नहीं की थी। नंबर निकालने के बाद पुलिस ने रीवा में उनके किसी परिचित से संपर्क साध लिया। युवक कब काठगोदाम आए, इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है।
मौके से सल्फास का रेपर मिला है। दोनों भाइयों ने यह कदम क्यों उठाया इसका पता परिजनों के आने के बाद ही लग पाएगा। दोनों भाइयों के मामा सहित अन्य परिजन शुक्रवार तक यहां पहुंचेंगे। - मनोज कत्याल, एएसपी हल्द्वानी