महाशिवरात्रि के मौके पर आशुतोष राणा ने अमर उजाला डॉट कॉम के साथ खास बातचीत की। उन्होंने महादेव के स्वरूपों का अपने शब्दों में वर्णन करते हुए कहा, ''यदि आप महादेव का अभिषेक करते हैं, तो वो आपका अभिषेक करते हैं। यदि आप उन्हें सिर पर धारण करते हैं तो वे आपको सिर पर धारण करते हैं। जब वे आपके द्वारा निर्मित मिट्टी से महादेव हो जाते हैं, तो उनके द्वारा निर्मित आप, मानव से कहीं न कहीं ऊपर की अवस्था में आ जाते हैं। मेरा यह अखंड विश्वास है कि शिव तो वो हैं कि जिसने बना दिया, उसी के हो गए। जहां बना दिया, वहीं के हो गए। पीपल के नीचे पिंपलेश्वर महादेव, पर्वत के किनारे पर्वतेश्वर महादेव हो जाते हैं। उनके बारे में तो कहा ही जाता है कि शिव समान दाता नहीं, विपद निवारण हार लज्जा मोरी राखिओ नंदी के असवार।'' वीडियो में देखें-सुनें यह वर्णन उन्हीं के शब्दों में...