समलैंगिकता को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया उसका देश के कई वर्गों ने स्वागत किया लेकिन बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस पर निराशा जताते हुए कहा कि समलैंगिकता एक जेनेटिक डिसऑर्डर है लेकिन साथ ही ये भी कहा कि समलैंगिक लोगों के साथ समाज में किसी तरह का भेदभाव भी नहीं होना चाहिए।