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Gaza Conflict: इस्राइल ने दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर पर किया घातक हवाई हमला, 54 लोगों की मौत; कई घायल
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, गाजा
Published by: शुभम कुमार
Updated Thu, 15 May 2025 01:26 PM IST
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सार
गाजा को लेकर इस्राइल की मंशा शुरुआत से ही साफ है। हालांकि ये और ज्यादा घातक तब हो गया जब बीते दिनों इस्राइली पीएम नेतन्याहू ने युद्ध विराम की उम्मीदों को धूमिल बताया था, जिसके बाद से इस्राइल ने गाजा पर लगातार हवाई हमले शुरू कर दिए। ताजा जानकारी के अनुसार एक बार फिर दक्षिण गाजा में हुए घातक और जोरदार हवाई हमले में 54 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई अन्य घायल हो गए...

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : PTI

विस्तार
इस्राइल और हमास के जारी संघर्ष के बीच एक बार फिर इस्राइल ने दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर पर घातक हवाई हमला किया। इस हमले में 54 लोगों की जान चली गई, वहीं इससे ज्यादा कई अन्य घायल हो गए। मामले में जानकारी देते हुए खान यूनिस के नासर अस्पताल के मुर्दाघर ने बताया कि कुल 54 शव अस्पताल लाए गए। इनमें से कई शव टुकड़ों में थे और कुछ बॉडी बैग्स में एक से ज्यादा लोगों के अवशेष थे।
बता दें कि यह लगातार दूसरा दिन है जब गाजा में भारी बमबारी हुई। इससे ठीक एक दिन पहले यानी बुधवार को उत्तरी और दक्षिणी गाजा में हुए हमलों में कम से कम 70 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें लगभग दो दर्जन बच्चे भी शामिल थे। इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि इस्राइल का ये हमला ऐसे समय पर हो रहा है कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मिडिल ईस्ट की यात्रा पर हैं। हालांकि वे इस्राइल नहीं जाएंगे ,लेकिन उनकी यात्रा से यह उम्मीद जताई जा रही थी कि शायद कोई संघर्षविराम या मानवीय सहायता की घोषणा हो सकती है।
मानवाधिकार आयोग ने बताया नरसंहार
इसी बीच इस्राइल के घातक हमले को देखते हुए इंटरनेशनल मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने गुरुवार को कहा कि गाजा को कब्जे में लेने और लोगों को जबरन विस्थापित करने की इस्राइल की योजना नरसंहार के बेहद करीब है। इसके साथ ही संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ने की अपील की है।
ये भी पढ़ें:- Indus Waters Treaty: बूंद-बूंद के लिए तरस रहा पाकिस्तान, सिंधु जल संधि को लेकर पड़ोसी ने भारत से लगाई गुहार
22 बच्चों की गई थी जान
बीते मंगलवार रात और बुधवार सुबह इस्राइल ने उत्तरी गाजा में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे। इस दौरान कम से कम 22 बच्चे मारे गए। जबलिया में इंडोनेशियाई अस्पताल ने बताया कि हमलों में कुल मिलाकर 70 लोगों की मौत हुई है। हमला अमेरिका की मध्यस्थता में हमास की ओर से एक इस्राइली-अमेरिकी बंधक को रिहा करने के एक दिन बाद हुआ।
युद्धविराम पर नेतन्याहू का सख्त रुख
गाजा में इस्राइल के बढ़ते हमले को देखते हुए हमास के साथ-साथ कई देश लगातार रूप से युद्ध विराम समझौते की तैयारी में लगे हुए हैं। इसी बीच बीते मंगलवार को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान से ये बात सो साफ हो गई है कि अब गाजा युद्ध विराम की उम्मीदें और धूमिल होती हुई जा रही है।
नेतन्याहू ने कहा था कि ऐसा कोई तरीका नहीं है, जिससे इस्राइल गाजा में अपना युद्ध रोक सके। इससे युद्ध विराम की उम्मीदें धूमिल हो गईं। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि इस्राइली सेना जल्द ही गाजा में अपनी पूरी ताकत के साथ प्रवेश करेगी और हमास को खत्म करने का मिशन पूरा करेगी।
ये भी पढ़ें:- Pakistan: 'संघर्षविराम के लिए पाकिस्तान डरे हुए कुत्ते की तरह दुम दबाकर भागा फिरा था', अमेरिकी अधिकारी का दावा
युद्ध की शुरुआत और अब तक का नुकसान
गौरतलब है कि सात अक्तूबर 2023 के हमास ने दक्षिणी इस्राइल पर हमला कर 1,200 लोगों को मार डाला। इसके जवाब में इस्राइल ने गाजा में बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो इस्राइल के हमले में अब तक लगभग 53,000 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। वहीं लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा।
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मानवाधिकार आयोग ने बताया नरसंहार
इसी बीच इस्राइल के घातक हमले को देखते हुए इंटरनेशनल मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने गुरुवार को कहा कि गाजा को कब्जे में लेने और लोगों को जबरन विस्थापित करने की इस्राइल की योजना नरसंहार के बेहद करीब है। इसके साथ ही संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ने की अपील की है।
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22 बच्चों की गई थी जान
बीते मंगलवार रात और बुधवार सुबह इस्राइल ने उत्तरी गाजा में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे। इस दौरान कम से कम 22 बच्चे मारे गए। जबलिया में इंडोनेशियाई अस्पताल ने बताया कि हमलों में कुल मिलाकर 70 लोगों की मौत हुई है। हमला अमेरिका की मध्यस्थता में हमास की ओर से एक इस्राइली-अमेरिकी बंधक को रिहा करने के एक दिन बाद हुआ।
युद्धविराम पर नेतन्याहू का सख्त रुख
गाजा में इस्राइल के बढ़ते हमले को देखते हुए हमास के साथ-साथ कई देश लगातार रूप से युद्ध विराम समझौते की तैयारी में लगे हुए हैं। इसी बीच बीते मंगलवार को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान से ये बात सो साफ हो गई है कि अब गाजा युद्ध विराम की उम्मीदें और धूमिल होती हुई जा रही है।
नेतन्याहू ने कहा था कि ऐसा कोई तरीका नहीं है, जिससे इस्राइल गाजा में अपना युद्ध रोक सके। इससे युद्ध विराम की उम्मीदें धूमिल हो गईं। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि इस्राइली सेना जल्द ही गाजा में अपनी पूरी ताकत के साथ प्रवेश करेगी और हमास को खत्म करने का मिशन पूरा करेगी।
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युद्ध की शुरुआत और अब तक का नुकसान
गौरतलब है कि सात अक्तूबर 2023 के हमास ने दक्षिणी इस्राइल पर हमला कर 1,200 लोगों को मार डाला। इसके जवाब में इस्राइल ने गाजा में बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो इस्राइल के हमले में अब तक लगभग 53,000 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। वहीं लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा।