जीवन की इस आपाधापी में हर आदमी दो पैसे कमाने और बचाने के लिए दिन-रात जुटा रहता है। लेकिन कई बार तमाम कोशिशों के बावजूद मेहनत के मुताबिक न तो धन मिलता है और न ही उसकी बचत हो पाती है। ज्योतिष के अनुसार हमारे जीवन से जुड़े तमाम प्रकार के सुख-दु:ख का हमारी कुंंडली के नौ ग्रहों से सीधा संबंध होता है। ग्रहों के दोष को दूर करने के लिए और उनकी शुभता प्राप्त करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के उपाय बताये गये हैं। जिन्हें करने पर जीवन से जुड़ी जहां तमाम तरह की समस्याएं दूर होती हैं, वहीं सुख, समृद्धि और सौभाग्य बढ़ता है।
मंत्रों के जप से दूर होता है ग्रहों का दोष और बनने लगते हैं बिगड़े काम
1. सूर्य —
जीवन में सुख-संपत्ति और साहस को कायम रखने के लिए सूर्यदेव की कृपा पाना जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली में सूर्य की दशा न सिर्फ उसकी सेहत, संपत्ति एवं सुख-शांति पर असर डालती है बल्कि उसे राजा से रंक बनाने का भी माद्दा रखती है। जन्मांग में ग्रहों का राजा यदि सूर्य मजबूत अवस्था में हो, तो जातक राजा, मंत्री, सेनापति, प्रशासक, मुखिया, धर्म संदेशक आदि बनाता है। लेकिन यदि सूर्य कुंडली में निर्बल अवस्था में हो तो वह शारीरिक तथा सफलता की दृष्टि से बड़ा ही खराब परिणाम देता है।
सूर्यदेव की शुभता बढ़ाने और उनकी नाराजगी दूर करने के लिए कभी भी झूठ न बोलें। इस उपाय को करने से सूर्य से संबंधी दोष दूर हो जायेगा और उनके शुभ फल मिलने प्रारंभ हो जाएंगे। साथ ही प्रतिदिन उगते सूर्य का दर्शन एवं उन्हें 'ॐ घृणि सूर्याय नम:' कहते हुए जल अर्पित करना चाहिए। प्रतिदिन सूर्य को जल देने के पश्चात् लाल आसन में बैठकर पूर्व दिशा में मुख करके निम्न मंत्र का 108 बार जप करें —
''एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणाध्र्य दिवाकर।।''
कैसे दूर होंगे ग्रह दोष और मिलेंगी खुशियां, जानिये हमारे ज्योतिषाचार्यों से केवल 99 रुपये में। अभी आर्डर करें। (विज्ञापन)
2. चंद्र
सूर्य की तरह चंद्रमा भी प्रत्यक्ष देवता हैं। नवग्रहों में चंद्र देवता को माता और मन का कारक माना जाता है। कुंडली में चन्द्र ग्रह की अशुभता का मनुष्य के मन पर पूरा प्रभाव पड़ता है। चंद्र दोष के कारण घर में कलह, मानसिक विकार, माता—पिता की बीमारी, दुर्बलता, धन की कमी जैसी समस्याएं सामने आती हैं। चंद्र देव की शुभता पाने और उनसे जुड़े दोष दूर करने के लिए जितना ज्यादा हो सके साफ-सफाई पर ध्यान दें। चंद्र दोष को दूर करने और उनकी कृपा पाने के लिए चंद्र देवता के निम्न मंत्रों का जाप काफी शुभ और असरकारक साबित होता है।
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।।
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।।
दधिशंख तुषाराभं क्षीरॊदार्णव संभवम्।
नमामि शशिनं सॊमं शम्भोर्मकुट भूषणम्॥
कैसे दूर होंगे ग्रह दोष और मिलेंगी खुशियां, जानिये हमारे ज्योतिषाचार्यों से केवल 99 रुपये में। अभी आर्डर करें। (विज्ञापन)
3. मंगल के उपाय
अदम्य साहसी और पराक्रमी पृथ्वी पुत्र मंगल को ग्रहों का सेनापति माना गया है। वैदिक ज्योतिष के मुताबिक किसी भी व्यक्ति में ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने के लिए मंगल दोष के प्रभाव को दूर करना अत्यंत आवश्यक होता है। शनि की तरह मंगल ग्रह की अशुभता से आमतौर पर लोग डरते हैं। मंगल देवता की कृपा पाने और उससे जुड़े दोष को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करें —
ॐ अं अंगारकाय नम:।
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कांति समप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च भौममावाह्यम्।
कैसे दूर होंगे ग्रह दोष और मिलेंगी खुशियां, जानिये हमारे ज्योतिषाचार्यों से केवल 99 रुपये में। अभी आर्डर करें। (विज्ञापन)
4. बुध —
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध बुद्धि, व्यापार, त्वचा एवं धन का ग्रह है। बुध ग्रह का रंग हरा है। वह नौ ग्रहों में शारीरिक रूप से सबसे कमजोर और बौद्धिक रूप में सबसे आगे है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति के लिए बुधदेव की कृपा और शुभता अत्यंत जरूरी है। यदि आपकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है या फिर नीच का हो तो आप बुध ग्रह की शुभता पाने के लिए बुध के बीज मंत्र का जाप करें —
'ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय् नम:।।
प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम।
सौम्यं सौम्य गुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम्।।
कैसे दूर होंगे ग्रह दोष और मिलेंगी खुशियां, जानिये हमारे ज्योतिषाचार्यों से केवल 99 रुपये में। अभी आर्डर करें। (विज्ञापन)

कमेंट
कमेंट X