FADA: त्योहारों के बाद भी ऑटो रिटेल में तेजी; नवंबर में वाहन रजिस्ट्रेशन 2% बढ़े, PV, CV सेगमेंट में मांग बढ़ी
नवंबर 2025 में भारत की ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री ने त्योहारों के बाद भी दमदार प्रदर्शन किया। FADA के अनुसार वाहन रजिस्ट्रेशन 2% बढ़कर 33 लाख यूनिट पहुंच गए। पैसेंजर व्हीकल, कमर्शियल व्हीकल, थ्री-व्हीलर और ट्रैक्टर सेगमेंट में मजबूत मांग देखी गई।
विस्तार
नवंबर में ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री ने त्योहारों के बाद भी अपनी रफ्तार बनाए रखी है। FADA (फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन) के मुताबिक, यात्री वाहनों, थ्री-व्हीलर्स, कमर्शियल वाहनों और ट्रैक्टर्स की मजबूत मांग की बदौलत रजिस्ट्रेशन में सालाना आधार पर 2% की वृद्धि दर्ज हुई। नवंबर 2024 में कुल रिटेल बिक्री 32,31,526 यूनिट थी जो नंवबर 2025 में बढ़कर 33,00,832 यूनिट पहुंच गई। पिछले साल दीपावली और धनतेरस अक्तूबर के आखिर में थे। जिसकी वजह से नवंबर में रजिस्ट्रेशन ज्यादा हुए थे।
FADA अध्यक्ष सीएस विग्नेश्वर ने कहा, "जीएसटी दरों में कटौती और OEM-डीलर (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) ऑफर्स ने ग्राहकों को लगातार शोरूम की ओर खींचा है। अक्तूबर में शुरू हुई कीमतों की कटौती ने नवंबर में भी खरीदारी को बनाए रखा है"। उन्होंने कहा कि नवंबर 2025 ने पारंपरिक पोस्ट-फेस्टिव स्लोडाउन को पीछे छोड़ते हुए मजबूत प्रदर्शन किया।
पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में 20% की जोरदार बढ़त
पिछले साल नवंबर 2024 में पैसेंजर व्हीकल रजिस्ट्रेशन 3,29,253 यूनिट के मुकाबले इस साल 20% बढ़कर 3,94,152 यूनिट पहुंच गए।
सेगमेंट की वृद्धि के प्रमुख कारण:
- जीएसटी का लाभ
- शादी-विवाह सीजन की मांग
- हाई-वेटिंग मॉडलों की बेहतर सप्लाई
- कॉम्पैक्ट SUV की मजबूत डिमांड
- इन्वेंट्री भी पहले 53-55 दिन के मुकाबले घटकर 44-46 दिन रह गई, जो बेहतर डिमांड-सप्लाई बैलेंस को दर्शाता है।
टू-व्हीलर बिक्री 3% घटी
दो-पहिया रिटेल सेल्स नवंबर में साल-दर-साल 3% घटकर 25,46,184 यूनिट रहीं।
FADA के अनुसार:
अक्तूबर में फेस्टिव खरीदारी के चलते दोपहिया बिक्री नवंबर में धीमी हुई। इसकी प्रमुख वजह फसल भुगतान में देरी और ग्राहकों की पसंदीदा मॉडलों की अनियमित सप्लाई बताई जा रही है। हालांकि, जीएसटी पॉजिटिव सेंटिमेंट और विवाह सीजन की मांग से डीलरों को मजबूत फुटफॉल मिलते रहे।
कमर्शियल वाहन रजिस्ट्रेशन में 20% की बढ़त
कमर्शियल व्हीकल रजिस्ट्रेशन 20% बढ़कर 94,935 यूनिट तक पहुंच गए। इस वृद्धि की मुख्य वजह इन्फ्रास्ट्रक्चर गतिविधियां, फ्रेट मूवमेंट, पर्यटन से जुड़े वाहन, सरकारी टेंडर और जीएसटी है। हालांकि, कुछ बाजारों में फ्लीट यूटिलाइजेशन अभी भी असमान है।
थ्री-व्हीलर और ट्रैक्टर सेगमेंट में तेज ग्रोथ
थ्री-व्हीलर रिटेल सालाना आधार पर 24% बढ़कर 1,33,951 यूनिट रहा। जबकि ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन पिछले साल 80,507 यूनिट के मुकाबले 57% बढ़कर 1,26,033 यूनिट रहा।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार से अगले महीनों का आउटलुक सकारात्मक
FADA के अनुसार, रबी सीजन की मजबूत शुरुआत, बेहतर मिट्टी में नमी, बीज की उपलब्धता और MSP संकेतों से ग्रामीण सेंटिमेंट मजबूत हो रहा है। गेंहू, दालें और तिलहन की बोआई में तेज वृद्धि दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग(IMD) की सामान्य से अधिक ठंड वाली सर्दियों की भविष्यवाणी से लॉजिस्टिक्स, मोबिलिटी और ग्रामीण बिक्री में बढ़त की उम्मीद है। जीएसटी 2.0 के लाभ और OEM-डीलर ऑफर्स के चलते दिसंबर में भी मांग मजबूत रहने की संभावना है।
अगले तीन महीनों का ऑटो रिटेल आउटलुक बेहद सकारात्मक
FADA ने कहा कि अगले तीन महीनों में जीएसटी 2.0 टैक्स रेशनलाइजेशन, मजबूत इनक्वायरी पाइपलाइन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार की वजह से ऑटो रिटेल सेक्टर में तेजी बनी रहेगी। 74% डीलर्स वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, जो सभी सेगमेंट में व्यापक भरोसा दिखाता है। जनवरी में वाहनों की कीमतें बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। 2026 के नए मॉडल लॉन्च और विवाह सीजन से कन्वर्जन में और तेजी आने की उम्मीद है। ग्रामीण बाजारों में फसल बिक्री से मिलने वाली लिक्विडिटी भी रिटेल को मजबूती देगी।