Jharkhand: रोहतासगढ़ किले के सौंदर्यीकरण के लिए डिप्टी CM को सौंपा ज्ञापन, राज्यसभा MP दीपक प्रकाश रहे मौजूद
Jharkhand: उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि रोहतासगढ़ किले के संरक्षण और विकास के लिए एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा और जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इस मौके पर विकास आयुक्त भी मौजूद रहे।


विस्तार
रोहतासगढ़ किला हमारी सांस्कृतिक जिम्मेदारी– दीपक प्रकाश
सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि रोहतासगढ़ किला आदिवासी समाज की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक धरोहर है। यह केवल एक किला नहीं, बल्कि आदिवासी अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश की आदिवासी संस्कृति को बचाने और संवारने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे कई आदिवासी नेता
ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत, पाहन संघ के अध्यक्ष गंगू पाहन, विमल उरांव, चंद्रभूषण उरांव, रणजीत खलको, श्याम नारायण उरांव, मोती उरांव, उपेन्द्र उरांव, सुमित उरांव, रूपासी गाड़ी, सन्नी टोप्पो, वीरेंद्र उरांव, अरविंद तिर्की और आदिवासी छात्रसंघ सहित मुखिया संघ, पंचायत समिति सदस्य और राँची के रातू प्रखंड के प्रमुख भी शामिल थे।
आज मेरे साथ झारखंड से आए आदिवासी समुदाय के एक 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री श्री @samrat4bjp जी से मुलाकात कर आदिवासी समाज के धरोहर रोहतासगढ़ किले को विकसित करने का प्रस्ताव रखा।
इस दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री @ShahnawazBJP जी भी मौजूद रहे। pic.twitter.com/LsvR3yUuDK— Deepak Prakash (@dprakashbjp) May 5, 2025
क्या-क्या मांगे गईं उपमुख्यमंत्री से
प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन के माध्यम से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से रोहतासगढ़ किले के संरक्षण और सौंदर्यीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इनमें प्रमुख रूप से किले तक पहुंचने के लिए सड़क और परिवहन की सुविधा, किले की मरम्मत, साफ-सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था शामिल है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए सूचना केंद्र, डिजिटल गाइड सिस्टम, दर्शनीय बोर्ड और आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए संग्रहालय या सांस्कृतिक भवन की स्थापना की मांग की गई। साथ ही, उन्होंने रोहतासगढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने, वहां गेस्ट हाउस, बिजली, शुद्ध पेयजल, सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था और स्थानीय युवाओं को पर्यटन से जोड़ते हुए उन्हें प्रशिक्षण और रोजगार देने की बात कही।