बठिंडा एम्स का उद्घाटन कल, जनता को मिलेंगी ये स्वास्थ्य सुविधाएं, पीजीआई को राहत की उम्मीद
पंजाब के बठिंडा एम्स की सेवाएं 23 दिसंबर से शुरू हो रही हैं। इसका उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन सोमवार दोपहर एक बजे करेंगे। उद्घाटन के साथ ही वहां ओपीडी की सेवाएं शुरू हो जाएंगी लेकिन मरीजों को भर्ती करने होने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। इनडोर की सुविधा नवंबर 2020 तक मिलने की संभावना है।
बठिंडा एम्स को संचालित करने की जिम्मेदारी पीजीआई चंडीगढ़ को सौंपी गई है। पीजीआई की देखरेख में ही इसके डॉक्टर नियुक्त किए गए। डिपार्टमेंट बनाए गए और अब शुरू भी किया जा रहा है। अब पीजीआई को उम्मीद है कि बठिंडा एम्स खुलने से उसके यहां मरीजों की संख्या में कमी आएगी।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत बने बठिंडा के एम्स के निर्माण में करीब 925 करोड़ रुपये खर्च आएगा। अभी इसका कुछ निर्माण होना बाकी है। पीजीआई चंडीगढ़ में पिछले साल ओपीडी में लगभग 28 लाख मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराया। इसमें करीब 38 फीसदी यानी दस लाख मरीज पंजाब के रहे।
पंजाब में एम्स खोलने का एक मकसद यह भी रहा है कि पीजीआई में आ रही भीड़ को कंट्रोल किया जाए, ताकि चंडीगढ़ में आने वाले मरीजों को क्वालिटी केयर मिल सके। इसी के तहत पीजीआई ने पंजाब के संगरूर में एक सेटेलाइट सेंटर भी खोला है। यहां भी ओपीडी शुरू हो चुकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब में तो सेंटर खुल रहे हैं लेकिन ऐसे कदम हरियाणा और हिमाचल को भी उठाना पड़ेगा तभी पीजीआई चंडीगढ़ की भीड़ नियंत्रित हो सकेगी। हालांकि हिमाचल के बिलासपुर में भी एम्स खोला जा रहा है और इसका निर्माण भी पीजीआई की देखरेख में हो रहा है।
बठिंडा एम्स में होंगी ये सुविधाएं
177 एकड़ में बने बठिंडा एम्स में 750 बेड बनने हैं। इसमें दस स्पेशलिस्ट और 11 सुपर स्पेशलिस्ट डिपार्टमेंट होंगे। 16 अल्ट्रा मार्डर्न ऑपरेशन थियेटर होंगे। एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी, जबकि 60 नर्सिंग की। एमबीबीएस का पहला बैच इसी साल से फरीदकोट स्थित बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेज में शुरू हुआ है।
जब यह बैच शुरू हुआ तो उस दौरान एम्स की बिल्डिंग बन रही थी इसलिए अस्थाई तौर पर वहां एमबीबीएस का पहला बैच शुरू किया गया। 23 दिसंबर से आर्थोपेडिक्स, जनरल सर्जरी, आंकोलॉजी, यूरोलाजिस्ट, जनरल मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र विशेषज्ञ, मनोचिकित्सक, स्किन, गाइनी, डेंटल, रेडियोलाजी (एक्सरे-अल्ट्रासाउंड), बेसिक बायोकेमेस्ट्री और बेसिक हीमेटोलॉजी टेस्ट शुरू किए जाएंगे। ओपीडी खुलने का वक्त सुबह नौ बजे से है और रजिस्ट्रेशन सुबह आठ से 11 बजे तक होगी।
कुछ समय बाद ये सुविधाएं भी मिलेंगी
एम्स के निर्माण की अंतिम तारीख नवंबर 2020 तय की गई है। निर्माण पूरा होने के बाद ही इनडोर सेवाएं शुरू होंगी। एम्स में आने वाले समय में स्पेशल मेडिसिन क्लीनिक, पैथोलाजी, माइक्रोबायोलॉजी, कीमोथैरेपी, अमृत स्टोर शुरू होगा। अभी फिलहाल आयुष्मान की सेवाएं शुरू नहीं हुईं हैं। इनडोर सेवा शुरू होते ही आयुष्मान का लाभ मरीजों को मिलने लगेगा।
बठिंडा एम्स शुरू होने से पीजीआई के साथ पंजाब पर भी असर पड़ेगा। उस इलाके में ऐसा कोई बड़ा संस्थान नहीं है। वहां के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। जो इलाज के लिए यहां आते थे, वे अब यहां की बजाय वहीं इलाज कराएंगे। -प्रो. जगतराम, डायरेक्टर पीजीआई