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ईरान-इस्राइल जंग: पंजाब के निर्यातकों के 1500 करोड़ रुपये फंसे, गोदामों में खराब होने लगा बासमती चावल
राजिंद्र शर्मा, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Tue, 24 Jun 2025 05:17 PM IST
सार
भारत से 48,000 करोड़ रुपये का बासमती चावल का निर्यात होता है, जिसमें पंजाब का 40 प्रतिशत बासमती शामिल है। सबसे ज्यादा निर्यात ईरान को होता है। इसके साथ यह इराक, संयुक्त अरब अमीरात, और यमन जैसे मध्य पूर्वी देशों को निर्यात किया जाता है। इसके साथ ही बासमती यूरोपीय संघ, तुर्की, और यूके को भेजा जाता है।
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Rice
- फोटो : Istock
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विस्तार
ईरान-इस्राइल के बीच जंग से पंजाब के निर्यातकों के 1500 करोड़ रुपये फंस गए हैं। आढ़तियों की आदयगी रुक चुकी है। यदि होर्मुज जलडमरूमध्य बंद हुआ तो ढाई लाख टन बासमती चावल का निर्यात और रुक जाएगा, जिससे 1800 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित होगा। इसकी वजह है कि इसी मार्ग से सऊदी अरब और बाकी देशों को बासमती चावल का निर्यात होता है। अमेरिका के हमले के बाद ईरान की संसद ने भी इस मार्ग को बंद करने की मंजूरी दे दी है।
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फिलहाल गुजरात पोर्ट पर पंजाब, हरियाणा और यूपी का एक लाख टन बासमती रुक गया है। इसी तरह ईरान के बंदरगाह पर बासमती समेत अन्य सामान की अनलोडिंग नहीं हो पा रही है। निर्यात न होने से प्रदेशों के गोदामों में पड़ा बासमती चावल खराब हो रहा है। जिससे निर्यातकों का 1500 करोड़ रुपये का लेन-देन अटक गया है। आढ़तियों को अदायगी न होने के कारण परेशानी हो रही है।
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फिलहाल गुजरात पोर्ट पर पंजाब, हरियाणा और यूपी का एक लाख टन बासमती रुक गया है। इसी तरह ईरान के बंदरगाह पर बासमती समेत अन्य सामान की अनलोडिंग नहीं हो पा रही है। निर्यात न होने से प्रदेशों के गोदामों में पड़ा बासमती चावल खराब हो रहा है। जिससे निर्यातकों का 1500 करोड़ रुपये का लेन-देन अटक गया है। आढ़तियों को अदायगी न होने के कारण परेशानी हो रही है।